अमेरिका में सोमवार को शिकागो में चार जुलाई की परेड पर फायरिंग हुई है जिसमें फिलहाल जानकारी के अनुसार 6 लोगों की मौत और 30 घायल हुए हैं। लेक काउंटी शेरिफ के ऑफिस ने इसकी जानकारी दी है।
एक स्थानीय टीवी स्टेशन ने कहा कि गोलीबारी में कई लोग मारे गए हैं। शेरिफ के कार्यालय ने ट्विटर पर कहा, 'इलाके से बाहर रहें, पुलिस और अधिकारियों को अपना काम करने दें।'
ऐसे में सवाल उठता है कि अमेरिका में यह गन कल्चर कितना पुराना और लोकप्रिय है? इस गन कल्चर के चलते अब तक कितनी लोगों की जानें गईं हैं? अमेरिका में इस गन कल्चर की शुरुआत कब हुई? क्या इसे रोकने के लिए कोई कानून है? इन तमाम मसलों को उकेरती हुई ये रिपोर्ट।
अमेरिका का संविधान अपने नागरिकों को बंदूक या गन रखने का पूरा अधिकार देता है। भारत में बंदूक लेने के लिए आपको लाइसेंस की जरूरत होती है, लेकिन अमेरिका में ऐसा कुछ भी नहीं है। भारत में बिना लाइसेंस के बंदूक रखना बहुत बड़ा जुर्म है। इसकी बड़ी सजा है। उधर, अमेरिकी नागरिकों को गन वहां की दुकानों में बहुत आसानी से सुलभ है। आप किसी भी अमेरिकी दुकानों में अपनी पसंद की गन खरीद सकते हैं।
अमेरिका में गल कल्चर का इतिहास उतना ही पुराना है कि जितना पुराना अमेरिका का संविधान है। वर्ष 1791 में अमेरिका के संविधान में दूसरा संशोधन लागू हुआ था। इसके तहत अमेरिकी नागरिकों को हथियार रखने का हक दिया गया था। लेकिन इन अधिकारों की एक कीमत थी। अमेरिका में दशकों तक गन कल्चर से लाखों लोगों ने अपनी जानें गवाई। इन मौतों का बोझ अमेरिकी संसद पर समय के साथ बढ़ता चला गया। आज तक अमेरिका इस काूनन को बदल नहीं पाया है। अमेरिका की जिस संसद से यह उम्मीद करते हैं कि वह इसके खिलाफ सख्त कानून बनाएगी वहीं उस संसद से कुछ दूरी पर गन की बड़ी-बड़ी कई दुकानें हैं, जहां अमेरिकी नागरिक आाधुनिक हथियार खरीद सकते हैं।
2019 की यह रिपोर्ट चौंकाने वाली है। इसके मुताबिक पूरे अमेरिका में 63 हजार से ज्यादा लाइसेंस गन डीलर हैं, जिन्होंने अमेरिका नागरकिों को 80 हजार करोड़ रूपये से ज्यादा की बंदुके बेची थी। यह भारत के इस वर्ष के स्वास्थ्य बजट से काफी ज्यादा था। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि अमेरिका में गन कल्चर कितना लोकप्रिय है। वहां के कई अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने इस खुब बढ़ावा दिया। हालांकि, अब यह अमेरिकी सरकार के लिए चिंता का विषय है। यही कारण है कि ओबामा समेत कई राष्ट्रपतियों ने गल कल्चर के खिलाफ आवाज उठाई।