कांग्रेस ने देश में फैल रही हिंसक घंटनाओं के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है। इसके तहत कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर इंडिया अगेंस्ट हेट की प्रोफाइल फोटो लगाई है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम समेत तमाम नेताओं ने हिंसा की घटनाओं को लेकर अपने बयान जारी कर वीडियो पोस्ट किए हैं। हैश टैग इंडिया अगेंस्ट हेट के तहत सोशल मीडिया पर कांग्रेस कैपेंन चला रही है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का संगठन अब नए सिरे से तैयार होगा। कांग्रेस संगठन चुनाव में राष्ट्रीय स्तर से लेकर बूथ स्तर तक चुनाव होंगे। संगठन चुनाव को लेकर शुक्रवार शाम को रायपुर पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि संगठन का चुनाव प्रस्तावित है। आगामी दिनों में जिला कांग्रेस कमेटी में निर्वाचन होगा, तो एक नए सिरे से पूरा संगठन बन जाएगा। पुनिया शनिवार को कांग्रेस के सभी मोर्चा-प्रकोष्ठ के अध्यक्षों की बैठक लेंगे। इसके साथ ही कांग्रेस के समन्वय समिति की बैठक भी राजीव भवन में होगी। शुक्रवार को सर्किट हाउस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पुनिया से मुलाकात की।
इसे लेकर अपना बयान जारी करते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा - आज देश की हालत ठीक नहीं है, लोगों का रोजगार छूट रहा है। रोजगार देने वाली छोटी ईकाईयां, नोटबंदी और गलत जीएसटी की वजह से बंद हो रही हैं। महंगाई कमरतोड़ है, मध्यम वर्ग डीजल-पेट्रोल दामों से परेशान है। यूपीए सरकार की तुलना में बीते सात सालों में अधिक एक्साइज ड्यूटी वसूली गई। पूरे 26 लाख करोड़ रुपए लोगों से वसूले गए।
पुनिया ने आगे कहा - लोगों को रोजगार देने में, महंगाई रोकने में केद्र की सरकार पूरी तरह से असफल रही है। इसलिए अब असल मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए नफरत का माहौल पैदा किया जा रहा है। देश में समुदाय विशेष को टारगेट किया जा रहा है। यहां फर्जी राष्ट्रवाद का संदेश देने की कोशिश हो रही है। हर व्यक्ति चाहता है नफरत फैलाने की कार्रवाई बंद हो। इंडिया अगेंस्ट हेट अभियान से आप सभी जुडें।
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केंद्रीय मंत्रियों के छत्तीसगढ़ दौरे पर पुनिया ने कही ये बात
केंद्रीय मंत्रियों के दौरे पर पुनिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ की समस्याओं का कुछ हल निकले, तभी केंद्रीय मंत्री के आने का कुछ मतलब है। केंद्रीय मंत्री यहां की समस्याओं को समझें, उसके लिए कुछ काम करें, तभी लाभ होगा। लेकिन केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से आना और बयानबाजी करने का कोई मतलब नहीं है। प्रदेश में कोयले की समस्या है, उसका हल निकालना चाहिए।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को दुर्ग रवाना होने से पहले मीडिया से चर्चा की। इस दौरान धान से एथेनॉल बनाने की अनुमति नहीं मिलने पर उन्होंने कहा कि हमने सरकार बनने के दूसरे महीने केंद्र को ये प्रस्ताव भेज दिया था। सवा तीन साल बाद भी केंद्र ने अनुमति नहीं दी।
भारत सरकार में बैठे लोगों के समझ में अंतर है। वह चाहते हैं, एथनॉल पैरा, भूषा से बनाएं। हमें गन्ना और मक्का के लिए अनुमति मिली लेकिन धान से एथेनॉल बनाने की अनुमति नहीं दे रहे।
एफसीआई में जो चावल पड़ा है उसे केंद्र 32 रुपए के चावल को 22 रुपए में देने को तैयार है, लेकिन इसे एथेनॉल बनाने के लिए नहीं।
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सीएम बघेल ने कहा कि धान के एथेनॉल का रेट तय होना चाहिए। अभी तक केंद्र सरकार ने तय नहीं किया है। केंद्र कनकी चावल की अनुमति देने की बात करती है, लेकिन इससे किसान, राज्य सरकार और केंद्र सरकार तीनों को नुकसान है।
रेलवे की ओर से यात्री ट्रेनों के फेरों में कमी और ट्रेनें रद्द किए जाने पर उन्होंने कहा कि यात्री ट्रेने रद्द किए जाने से यात्रियों को भारी परेशानी हो रही है। बिलासपुर जोन सबसे ज्यादा रेवेन्यू देता है। इसके बावजूद यात्रियों की सुविधा रोकी जाती है तो गलत है।
भाजपा की ओर से बूथों वार हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई का सर्वे किए जाने पर सीएम बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विधायकों का टिकट काटने का फैसला भाजपा नेतृत्व ने कर लिया है। अब सांसदों को कैसे निपटाना है, इसका रास्ता ढूंढ रहे हैं। अब सांसदों की भी टिकट खतरे में है।
रायपुर। केंद्रीय मंत्री ने नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ छत्तीसगढ़ में 9240 करोड़ रुपये की लागत की 33 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री गडकरी ने छत्तीसगढ़ सरकार को भरोसा दिलाया है कि भारतमाला परियोजना-2 के तहत नई सड़कें राज्य में बनेंगी।
मुख्यमंत्री बघेल ने केंद्रीय मंत्री से रायगढ़-घरघोड़ा-धरमजयगढ़-पत्थलगांव मार्ग, अंबिकापुर-वाड्रफनगर-बम्हनी-रेनकूट-बनारस मार्ग, पंडरिया-बजाग-गाड़ासरई मार्ग को भारत माला योजना में स्वीकृति देने की मांग रखी। केन्द्रीय मंत्री ने भारत माला परियोजना-2 में स्वीकृति का आश्वासन दिया है।
नितिन गडकरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ विकास की दौड़ में लगातार आगे है। समारोह राजधानी रायपुर के पंडित जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार तथा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा आयोजित किया गया। इन सड़कों के बनने से छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्यों उड़ीसा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश से कनेक्टिविटी ज्यादा अच्छी हो जाएगी। प्रदेश के पिछड़े क्षेत्र के लिए सुचारू रोड नेटवर्क विकसित होगा। इससे ईंधन, यात्रा समय, दूरी और कुल परिवहन लागत में बचत होगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ केे तीन मार्गों-रायगढ़-घरघोड़ा-धरमजयगढ़-पत्थल गांव मार्ग, लंबाई 75 किलोमीटर, अंबिकापुर-वाड्रफनगर-बम्हनी-रेनकूट-बनारस मार्ग, लंबाई 110।60 किलोमीटर, पंडरिया-बजाग-गाड़ासरई मार्ग, लंबाई 37 किलोमीटर को भारत माला परियोजना के तहत स्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया, जिस पर केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इन सड़कों को भारत माला परियोजना-2 में शामिल करने का आश्वासन दिया। भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर जन सामान्य को सुगम एवं सुरक्षित आवागमन सुविधा उपलब्ध कराने की दृष्टि से राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30, रायपुर से धमतरी फोरलेन का निर्माण कार्य के तहत राज्य सरकार द्वारा पूर्ण किए गए।
वहीं रायपुर से शदाणी दरबार तक 10 किलोमीटर हिस्से में सर्विस रोड की स्वीकृति प्रदान करने, रायपुर शहर में टाटीबंध चौक से मैगनेटो मॉल के बीच फ्लाई ओवर निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग 30 में ग्राम धनेली से विधानसभा, बलौदाबाजार होते हुए सारंगढ़ की ओर जाने वाले मार्ग को एनएच-53 से जोडऩे तथा विधानसभा से जोरा के इस भाग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे बिलासपुर से नवा रायपुर, महासमुंद, संबलपुर की ओर जाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग उपलब्ध हो जाएगा।
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बघेल के आग्रह पर छत्तीसगढ़ में आरओबी निर्माण के लिए 300 करोड़ रुपये देने की घोषणा करते हुए कहा कि इसके अतिरिक्त आरओबी के लिए वर्ष 2022-23 में छत्तीसगढ़ को 400 करोड़ रुपये देंगे। इस तरह छत्तीसगढ़ में आरओबी के लिए कुल 700 करोड़ रुपये मिलेंगे। उन्होंने बताया कि आरंग पचेरा के पास 200 एकड़ में लॉजिस्टिक पार्क विकसित करने की योजना बनाई गई है। गडकरी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आयरन और सीमेंट के 118 उद्योग हैं। लॉजिस्टिक सुविधा विकसित होने से उद्योगों का विकास होगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
Rajnandgaon News: छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने कहा कि राजनांदगांव जिले में एक दुर्घटना के बाद कार में लगी आग से एक परिवार के 3 बच्चों सहित पांच सदस्य जिंदा जल गए।
जानकारी के मुताबिक कार में सवार पूरा परिवार बालोद जिला में एक शादी समारोह अटेंड करके वापस खैरागढ़ अपने घर लौट रहे था। इसी दौरान शिकारपुर गांव के पास उनकी ऑल्टो कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। आशंका जताई जा रही है पुलिया से टकराने के बाद ऑल्टो कार पलट गई होगी जिसके बाद उसमें आग लग गई।
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आग इतनी भयंकर थी कि, कार में सवार माता - पिता और 3 जवान बेटियां बाहर नहीं निकल नहीं पाए। रात करीब 2 बजे के बीच कार में आग लगी। जिसमे खैरागढ़ के गोलबाजार निवासी कोचर परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई।मृतकों में पति-पत्नी और तीन 20-25 वर्षीय बेटियां थी।
इस मामले में पुलिस अभी जांच में जुट गई है। साथी फॉरेंसिक टीम भी घटनास्थल पहुंच कर जांच कर रही है। हादसे की वजहों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
Chhattisgarh | Five members, including 3 children of a family, burnt alive in a fire that broke out in their car after an accident in Rajnandgaon district, police said pic.twitter.com/smlnl01sYn
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 22, 2022
Tags:- Car accident, 5 family member death, Car fired, Rajnandgaon News, rajnandgaon car accident news hindi,
रायपुर। घर बनाने में इस्तेमाल होने वाला सीमेंट, छड़, ईट, पाइप, टाइल्स आदि की कीमत में बढ़ोतरी से घर निर्माण लागत 20% से 30% बढ़ गई है। पानी की टंकी का 4300 रुपए वाला प्लास्टिक टैंक 6,000 रुपए का हो गया है। दिसंबर, 2021 से अब तक लोहे के दाम में 20,000 रुपए प्रति टन की बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल 2021 की तुलना में अप्रैल 2022 में सीमेंट की कीमत 70%, लोहे के छड़ की कीमत 75%, ईंट 40%, गिट्टी 60% और कांच 100% महंगा हुआ है।
छह महीने पहले लोगों ने निर्माण कार्य शुरू किया था और यह आस लगाई थी कि उनका आशियाना उनके बजट में बनकर तैयार हो जाएगा। लेकिन, वह बढ़ती महंगाई से मायूस हो गए हैं। तमाम लोग ऐसे भी हैं, जो हाल फिलहाल के लिए मकान बनवाने का इरादा ही बदल चुके हैं। सीमेंट, सरिया, बालू, मोरंग, गिट्टी के साथ ईंट की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। निर्माण सामग्री की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। जो बजट लेकर काम शुरू कराया था, अब उससे ज्यादा खर्च हो रहा है।
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निर्माण सामग्री की कीमतों पर गौर करें तो जो सफेद बालू दो माह पूर्व 20 रुपये फीट था, जोकि अब 24 रुपये हो गया है। सीमेंट की कीमतों में 40 रुपये प्रति बोरी तक का इजाफा हुआ है। लाल बालू यानी मोरंग की दरें 15 रुपये प्रति फीट बढ़ गई है। 75 रुपये से यह बढ़कर 90 रुपये प्रति फीट हो गया है। गिट्टी की कीमतों पर नजर डालें तो वह 75 से बढ़कर 85 रुपये प्रति फीट पर पहुंच गया है। सबसे अधिक तेजी सरिया की देखने को मिल रही है। 55 सौ रुपये से बढ़कर आठ हजार रुपये प्रति क्विंटल के करीब यह पहुंच गया है। ईंट की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। पिछले सीजन में 14 हजार रुपये प्रति ट्राली बिकने वाली ईंट की कीमत 15 से 16 हजार रुपये तक पहुंच गई है।
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल(CM Bhupesh Baghel ) शुक्रवार को दुर्ग (Durg) जिले के गंजमंडी में एक बड़ी सभा को संबोधित करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री दुर्ग जिले के लिए करोड़ो की लागत से विकास कार्यों का लोकार्पण करेंगे। इस लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 140 करोड़ से बने अमृत मिशन का लोकार्पण करेंगे। जिससे 32 हजार घरों में पानी मिल पाएगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 17 करोड़ की लागत से बनी प्रवासी आवासीय विद्यालय का भी लोकार्पण करेंगे। इस विद्यालय में प्रतियोगी परीक्षाओं के क्षेत्र में देश की सर्वश्रेष्ठ संस्था शिक्षा सुविधा और प्रतियोगी परीक्षाओं को कोचिंग भी विस्तार किया जाएगा। यहां 9वी से लेकर 12वीं तक 500 छात्र-छात्राओं की रहने की सुविधा होगी।
जिला अस्पताल में 7 करोड़ की लागत से बना सर्जिकल यूनिट प्लांट का लोकार्पण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे। इसमें 10 बेड आईसीयू के होंगे। हाईटेक सर्जिकल यूनिट के साथ क्रिटिकल केयर की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इसके साथ ही 'हमर लैब' का भी उद्घाटन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे। इस लैब में 114 प्रकार के टेस्ट हो सकेंगे।
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बलरामपुर जिला मुख्यालय से महज 12 किलोमीटर दूरी पर एक जगह है। जिसे तातापानी के नाम से जाना जाता है। स्थानीय भाषा में ताता का मतलब गर्म होता है। तातापानी में एक कुंड से जमीन के अंदर से गर्म पानी निकलता है। इसलिए इस जगह का नाम तातापानी पड़ा है। मान्यता है कि भगवान श्रीराम ने खेल-खेल में सीता की ओर पत्थर फेंका जो कि माता सीता के साथ में रखे गर्म तेल के कटोरे से जा टकराया और गर्म तेल छलक कर धरती पर गिरा। जहां-जहां तेल की बूंदे पड़ी वहां से गर्म पानी धरती से फुट कर निकलने लगा। स्थानीय लोग यहां की धरती को पवित्र मानते हैं।
जिला प्रशासन द्वारा तातापानी में हर वर्ष मकर संक्रांति के मौके तातापानी महोत्सव और मेले का आयोजन किया जाता है। इसका लुत्फ उठाने के लिए लाखों की संख्या में लोग पहुंचते है। फिलहाल कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले दो साल से महोत्सव का आयोजन नहीं किया गया है।
नहाने के क्या हैं फायदे?
तातापानी में धरती से निकलते गर्म जल स्त्रोत को लेकर यह भी मान्यता है कि यहां के गर्म पानी से स्नान करने से शरीर के सभी त्वचा से संबधित रोग खत्म हो जाते हैं। वहीं इस अद्भुत बात को सुनकर लोग यहां पहुंचते हैं और इस कुंड से निकलते गर्म पानी से नहाते हैं। कहा जाता है यहां जो शिव मंदिर है उसमें लगभग 400 साल पुरानी मूर्ति स्थापित है। जिसकी पूजा करने के लिए सालभर श्रद्धालुओं का आना जाना लगा रहता है। यहां घूमने के लिए हर वर्ष उपयुक्त है।
कहा है तातापानी ?
तातापानी बलरामपुर जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर है। वहीं सरगुजा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से 78 किलोमीटर दूर है। यहां कार, बाइक, बस और प्राइवेट ट्रांसपोर्ट से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
छत्तीसगढ़ में सड़क, ओवरब्रिज को लेकर बड़ी सौगात मिलने वाली है। गुरुवार को केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में ये सौगातें प्रदेश की जनता को मिलेंगी।
राजधानी रायपुर के पंडित जवाहर लाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में आयोजित समारोह में 9240 करोड़ रुपये की लागत की कुल 1017 किलोमीटर लम्बाई की छत्तीसगढ़ की 33 सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जाएगा।
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तय कार्यक्रम के मुताबिक पूर्ण हो चुकी दो सड़क परियोजनाओं- एनएच-43 में मध्य प्रदेश सीमा में मनेन्द्रगढ़ से सूरजपुर खण्ड में 379.16 करोड़ रुपए की लागत से 78.10 किलोमीटर लम्बाई में दो-लेन मय पेव्ड शोल्डर उन्नयन परियोजना तथा एनएच-30 में मध्य प्रदेश सीमा चिल्पी से कवर्धा खण्ड में 291.05 करोड़ रुपये की लागत से 50.88 किलोमीटर लम्बाई में दो-लेन मय पेव्ड शोल्डर उन्नयन परियोजना का लोकार्पण किया जाएगा।
इसके अलावा रायपुर के कचना-खम्हारडीह मार्ग में रायपुर-विशाखापत्तनम रेलवे लाइन पर ओवर ब्रिज के निर्माण कार्य का शिलान्यास भी किया जाएगा। अलग-अलग परियोजनाओं के तहत कुल 9240 करोड़ रुपये के विकासकार्यों की सौगात आम जनता को मिलने वाली है।
इस साल मार्च-अप्रैल के महीनों में ही भीषण गर्मी ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के सरगुजा (Sarguja) जिले में इन दिनों तापमान हर दिन 40 डिग्री के पार जा रहा है, जिसकी वजह से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। आमतौर पर बरसात में छाते का अधिक इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन जिला मुख्यालय अम्बिकापुर (Ambikapur) में अप्रैल के महीने में लोग गर्मी से बचने के लिए छाते का इस्तेमाल कर रहे हैं। अम्बिकापुर शहर में सुबह 9 बजे ही गर्मी अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दे रहा है।
लगभग एक सप्ताह से अम्बिकापुर शहर में दोपहर के बाद लोगों का आवागमन कम हो जाता है। इसकी वजह भीषण गर्मी है। हवा के साथ जमीन भी तप गई है। छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जाने वाला सरगुजा जिले के मैनपाट में साल भर ठंडी पड़ती है। लेकिन इस बार मैनपाट भी गर्म हो गया है। आखिर क्यों मार्च-अप्रैल के महीने में इतनी भीषण गर्मी पड़ रही है। इसको लेकर एबीपी न्यूज़ ने मौसम विज्ञानी और भूगोल के विशेषज्ञ से बात की।
मंगलवार को दर्ज हुआ सबसे ज्यादा तापमान :
मौसम विज्ञानी एएम भट्ट का कहना है कि अभी नॉर्मल कंडीशन है, गर्मी बहुत ज्यादा नहीं बढ़ी है। बल्कि अप्रैल में इससे ज्यादा अधिक तापमान गया है। इस साल सबसे ज्यादा तापमान मंगलवार को 41।8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। पिछले साल शुरुआत में गर्मी ज्यादा थी, लेकिन जब पश्चिमी विक्षोभ सक्रीय हुआ तो कम था। इससे दो साल पहले की बात करें तो इतनी ही गर्मी थी। 1989 में अम्बिकापुर का तापमान 45 डिग्री तक गया था। मतलब पहले भी गर्मी पड़ती थी। लगातार 44 डिग्री के आस-पास के तापमान रहे तो कह सकते हैं कि गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ी है।
"पहले 11-12 बजे शुरू होती थी गर्मी" :
एक-दो दिन का तापमान उतार-चढ़ाव तो होगा ही। ये बात है कि पहले दिन में 11-12 बजे गर्मी शुरू होती थी, वो अब सुबह 8-9 बजे की महसूस होने लगी है और शाम हो जाने के बाद भी गर्मी महसूस होती है। लेकिन ग्रामीण इलाकों में अब भी वही हालत हैं कि सूरज ढलते ही तापमान गिरना शुरू हो जाता है। शाम को ठंडी हवाएं चलती हैं। मैनपाट में मौसम का परिवेश काफी बदल रहा है। पहले वहां पक्की सड़कें नहीं थीं, पक्के मकान नहीं थे, जंगल पर्याप्त था। लेकिन पिछले 10-12 साल में काफी बदलाव हुआ है। पक्की सड़कें बन रही हैं। पक्के मकान बहुत बन गए। जंगल कट गए रहे हैं।
जानिए क्यों बढ़ रहा है मैनपाट का तापमान :
पीजी कॉलेज के भूगोल के प्रोफेसर रमेश जायसवाल का कहना है कि अभी जो गर्मी पड़ रही है वो राजस्थान का जो रेगिस्तानी भाग है, वहां बहुत ज्यादा गर्म हो रहा है और उसी का असर इस एरिया में है। अभी जो गर्मी पड़ रही है वो पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पड़ रहा है, जो राजस्थान से उठ रही है। मैनपाट में गर्मी पड़ने का कारण यह है कि वहां पेड़ पौधे खत्म हो जा रहे हैं। पहले वहां का ज़मीन पथरीला था, लेकिन अब तमाम जगह सड़कें बन गई हैं। पक्के मकान बन रहे हैं, बारिश की कमी है। जनसंख्या बढ़ रहा है। इस सब के कारण मैनपाट का तापमान बढ़ रहा है।
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मुख्यमंत्री राम वनगमन परिपथ के विकास कार्यों की भी समीक्षा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पर्यटन एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा के दौरान नए पर्यटन केंद्र डेवलप करने के निर्देश दिए। साथ ही, पुराने मोटल्स के समुचित उपयोग के लिए कार्ययोजना की प्रगति की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोक कलाकारों से योजनाओं का प्रचार प्रसार कराने निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि स्थानीय बोली, शैली में योजनाओं को नागरिकों तक पहुंचाएं। विशेष संरक्षित जनजातियों तक उनकी भाषा शैली में योजनाओं का प्रचार करें।
सतरेंगा एवं गंगरेल डेम में पर्यटन सुविधाएं बढ़ाई जायेंगीं
अमरकंटक जाने हेतु बनेगी नयी गुणवत्तायुक्त सड़क
लोक कलाकारों से योजनाओं का प्रचार प्रसार कराने निर्देश
स्थानीय बोली , शैली में योजनाओं को नागरिकों तक पहुचाएं
विशेष संरक्षित जनजातियों तक उनकी भाषा शैली में योजनाओं का प्रचार-प्रसार करें
बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नेशनल हाइवे 63 पर मौजूद मिंगाचल बस्ती में नक्सलियों ने बीती रात एक बड़ी घटना को अंजाम देते हुए रेत खनन में लगे 6 डम्परों और दो जेसीबी मशीनों को आग के हवाले कर दिया। इस आगजनी की घटना में सभी वाहन पूरी तरह से जलकर खाक हो गए, हालांकि पहली बार नक्सली घटना के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन तब तक सभी वाहन 90 प्रतिशत तक जल चुके थे। इस घटना के बाद एक बार फिर नेशनल हाइवे पर दहशत का माहौल है। इधर बीते 24 घंटे में बीजापुर और दंतेवाड़ा में कुल 15 वाहनों को नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया।
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बीजापुर एसपी कमलोचन कश्यप ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार देर रात हथियारबंद नक्सलियों ने मिंगाचल बस्ती में शिव शक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी के ठेकेदार की रेत डंप साइट पर पहुंचकर वहां खड़े 6 डम्पर और 2 जेसीबी मशीनों को आग के हवाले कर दिया। बताया जा रहा है कि घटनास्थल CRPF कैम्प से महज दो किलोमीटर दूर और थाने से तीन किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है। लंबे समय के बाद नक्सलियों ने एनएच-63 के करीब आकर इस तरह की बड़ी घटना को अंजाम दिया है, वहीं जिले के फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने भी पहली बार घटना के कुछ समय बाद मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक सभी वाहन 90 प्रतिशत तक जल चुके थे। एनएच 63 को अब तक काफी सुरिक्षत माना जाता था , लेकिन इस घटना ने एक बार फि सभी राहगीरों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। फिलहाल पुलिस का कहना है कि घटना के बाद इलाके में सर्चिंग बढ़ा दी गई है।
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने नगरीय निकायों की संपत्तियों को लेकर बड़ा फैसला किया है। प्रदेश के नगर निगम, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों की संपत्तियां अब फ्री होल्ड होंगी। अभी तक संपत्तियां लीज में दी जाती थी। सीएम ने लेआउट पास करने के अधिकार भी नगर निगमों को दे दिया है। अब नागरिकों को दो कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। वहीं मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) अब राजपत्रित (गजेटेड) अधिकारी होंगे।
बैठक में कौन थे शामिल : नगरीय प्रशासन विभाग की समीक्षा बैठक में मंत्री शिव कुमार डहरिया, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, नगरीय प्रशासन और विकास विभाग की सचिव अलरमेलमंगई डी। आदि शामिल हुए थे। बैठक के दौरान नगरीय प्रशासन और विकास मंत्री डॉ। शिव कुमार डहरिया ने नगरीय निकाय अधिकारियों को एक और अधिकार देने का फैसला किया है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी अब राजपत्रित (गजेटेड) अधिकारी घोषित किए जाएंगे।
सरकारी डॉक्टरों को निर्देश : समीक्षा बैठक के दौरान सीएम बघेल ने जेनरिक दवाओं पर जोर दिया। सामने आया कि बहुत से डॉक्टर केवल ब्रांडेड दवा ही लिख रहे हैं। सीएम ने कहा है, सरकारी डॉक्टर केवल जेनरिक दवाएं ही लिखें। ब्रांडेड दवा लिखे जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
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महाप्रभु वल्लभाचार्य की जन्मभूमि चंपारण को राम वनगमन पथ सर्किट में शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह घोषणा बिलाईगढ़ में आयोजित एक सामाजिक कार्यक्रम में की। उन्होंने जल्द ही नए जिले सारंगढ़-बिलाईगढ़ के अस्तित्व में आने की जानकारी देते हुए कहा कि इसके लिए शीघ्र ही विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (ओएसडी) की नियुक्ति कर दी जाएगी।
मुख्यमंत्री बघेल विभिन्न् सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल हुए। बिलाईगढ़ के ग्राम सलौनीकला में आयोजित चंद्रनाहू (चंद्रा) विकास महासमिति के 76वें वार्षिक अधिवेशन में उन्होंने ग्राम सलौनीकला में चंद्रा समाज के सामाजिक भवन के लिए 30 लाख रुपये की स्वीकृति की घोषणा की। साथ ही रायपुर के अमलीडीह में समाज के भवन के लिए कलेक्टर गाइडलाइंस दर के 10 प्रतिशत मूल्य पर जमीन उपलब्ध कराने की घोषणा की।
खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस ने घोषणापत्र जारी किया गया था। जिसमें पहला वादा नए जिला बनाने का था। जिले का नाम 'खैरागढ़-छुईखदान-गंडई' होने वाला है। सीएम भूपेश बघेल ने अपने चुनावी जनसभाओं में ये बात बार-बार कही है। उन्होंने ये भी कहा है कि 16 अप्रैल को खैरागढ़ में कांग्रेस का विधायक बनेगा और 17 अप्रैल को 'खैरागढ़-छुईखदान-गंडई' नया जिला बन जाएगा। कांग्रेस का पूरा प्रचार अभियान इस जिले के इर्द-गिर्द केंद्रित रहा। अब जब यह साफ हो चला है कि कांग्रेस उम्मीदवार यशोदा वर्मा की जीत के सामने बड़ी चुनौती नहीं बची है, सरकार पर वादे को समयबद्ध ढंग से पूरा करने का दबाव है। वैसे कांग्रेस नेताओं का कहना है, इस मामले में सरकार ने अधिकारियों के साथ बैठक कर नए जिले की सीमा आदि पर पहले ही चर्चा कर ली है।
24 घंटे के भीतर जिला बनाने का वादा था। कोई भी नए जिले के गठन का अधिकार पूरी तरह राज्य सरकार के पास होता है। वह किसी क्षेत्र को भी नया जिला घोषित कर सकती है।
सामान्य तौर पर इसे एक कार्यकारी आदेश के जरिए गठित किया जाता है। शुरुआत में प्रस्तावित जिले की सीमाओं आदि विवरण के साथ राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित होती है। इसपर नागरिकों से दावा-आपत्ति मंगाया जाता है। इसकी सुनवाई के बाद जिला गठन की अधिसूचना जारी होती है।
बालोद जिले में कृषि विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर ढाई लाख रुपए की ठगी की गई है। इस मामले में पुलिस ने ठगी करने वाले बंटी-बबली की जोड़ी को धर दबोचा है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक, नारद प्रसाद नागवंशी और यशोदा साहू ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है। आरोपी नारद प्रसाद नागवंशी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का पूर्व में जवान था। वही महिला आरोपी यशोदा साहू रायपुर मेकाहारा अस्पताल में चपरासी पद पर कार्यरत है। दोनों आरोपी पहले भी ठगी के मामले में जेल जा चुके है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर बालोद सिटी कोतवाली पुलिस दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेजा है।
पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस सहित महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों को अब बिजली का झटका लगेगा। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग ने नया टैरिफ जारी कर दिया। घरेलू उपभोक्ताओं के टैरिफ में 10 पैसे प्रति यूनिट और उद्योगों के लिए 15 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है।
घाटे की भरपाई करने टैरिफ में 2.31% की वृद्धि :-
त्तीसगढ़ में बिजली 2.31% महंगी हो गई है। नये टैरिफ के मुताबिक घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट की खपत पर 10 रुपये अधिक देने होंगे। वहीं 1000 यूनिट खर्च पर यह रकम 100 रुपया तक बढ़ेगा। आयोग ने स्थिर प्रभार में कोई वृद्धि नहीं की है।
हेमंत वर्मा ने बताया कि बिजली की दरों में मामूली बढ़ोत्तरी ही की गयी है। बिजली कंपनियों ने 2022-23 के लिए 1004 करोड़ रुपये राजस्व घाटे की पूर्ति का प्रस्ताव दिया था। अगर इसकी भरपाई की जाती तो करीब 5.39 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी करनी पड़ती, लेकिन इसे घटाकर 386 करोड़ रुपये ही मान्य किया है। ऐसे में बिजली की दरों में औसतन 2.31 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है और 1 अप्रैल से ये दरें प्रभावी मानी जाएंगी। यानी इस महीने से ही उपभोक्ताओं पर बिजली का करंट लगने वाला है।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के आबकारी मंत्री कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) हमेशा ही बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। बस्तर (Bastar) के लोकप्रिय नेता होने की वजह से जिले में आदिवासी परंपरा, संस्कृति और सभ्यता का संचालन करते हुए ग्रामीण अंचलों में होने वाले मंडई मेले के साथ-साथ मंदिर के पूजा-पाठ में अपने मौजूदगी दर्ज कराते हैं। मंगलवार को भी कवासी लखमा अपने विधानसभा क्षेत्र कोंटा (Konta) के दोरनापाल गांव (Dornapal Village) में मौजूद प्रसिद्ध शीतला माता मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय मंडई मेले में शामिल हुए। इस मेले को धूमधाम से मनाने के लिए आदिवासी परंपरा और रीति-रिवाज के तहत देवी से अनुमति ली। इस दौरान खुद कवासी लखमा पर देवी सवार हो गई, जिसके बाद बस्तरिया मोहरी बाजा में थिरकते हुए नजर आए और खुद को कोड़े भी मारे।
70 years of age 5 times MLA present Minster in Chhattisgarh but he is so underground nature that he never forgot the traditions of the adivasi festival, he beat himself with iron whip and thrilled everyone.
— Danasari Anasuya (Seethakka) (@seethakkaMLA) April 13, 2022
????Offered my prayers with @kawasi_lakhma ji in Dornapal Jatara, Sukma. pic.twitter.com/ny2V7KelZB
छत्तीसगढ़ की बेटी ने वुमन सेफ्टी सैंडल और वुमन सेफ्टी पर्स बनाया है,जिसकी चर्चा अब विदेशों में होने लगी है।
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले की सिद्धि पांडेय ने ये गजब की डिवाइस बनाई है। सिद्धि ने ये मच्छर मारने वाली रैकेट की किट का इस्तेमाल कर वुमन सेफ्टी सैंडल और वुमन सेफ्टी पर्स बनाया है। इसकी खासियत यह है कि जब भी महिलाओं को मनचलों से सामना होता है तो इसका इस्तेमाल कर सकते है।
सैंडल में जो डिवाइस लगा है वह 1000 वॉल्ट तक का झटका देता है। अगर अकेली देख कर किसी ने भी छेड़छाड़ की तो सेंडल को मजनू से सिर्फ टच करवा कर उसे निढाल किया जा सकता है।
जिसको भी यह तगड़ा झटका लगेगा वह कुछ देर के लिये निढाल हो जाएगा। इसी बीच महिला मौके से सुरक्षित निकल सकती है। सिद्धि ने इसके लिये मच्छर मारने वाले रैकेट के किट का प्रयोग किया गया है। जो सैंडल के सोल में लगाया गया है और रिचार्जेबल बैटरी से चलता है। सिद्धी ने इस सैंडल में कुछ इस तरह से फिट कर दिया कि एक नजर में ये दिखाई भी नहीं देता है।
सिद्धि की दूसरी डिवाइस पर्स है। जिसे महिलाएं अक्सर घर से बाहर जाने के वक्त अपने साथ लेकर चलती है। जिसमे पुलिस सायरन लगाया गया है। अगर कोई अकेली महिला किसी भी तरह के खतरें की आहट महसूस करती है। तो वह अपने पर्स में छुपा हुआ छोटा सा बटन दबाएगी। जिसके बाद फौरन सायरन की आवाज निकलेगी। पुलिस सायरन की आवाज से मनचले खौफ में आ जाएंगे। इसके बावजूद भी अगर महिला कहीं फंस जाती है तो इसी पर्स में जीपीएस भी लगाया गया है। जिसका संपर्क घर में रखे मोबाईल फोन से रहता है और अपने आप महिला का लोकेशन घर वालो को मिल सकता है।