आप कहेंगे कि सामान्य स्थिति में तो ऐसा हो ही नहीं सकता। यदि होगा भी तो किसी फाइव स्टार होटल (Five Star Hotel) या हाई-फाई रेस्टोरेंट में। लेकिन हम आपको जो वाकया सुना रहे हैं, वह रेलवे की एक ट्रेन का है। ट्रेन का नाम शताब्दी एक्सप्रेस (Shatabdi Express) है। जी हां, यह वाकया बीते मंगलवार का है और इस तरह का शुल्क वसूला गया नई दिल्ली से भोपाल के बीच चलने वाली भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस में।
दिल्ली में रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार दीपक कुमार झा ने आज रेलवे से जुड़ा एक ट्वीट किया। उन्होंने अपने ट्वीटर अकाउंट पर आईआरसीटीसी का दो कैशमेमो पोस्ट किया है। उसमें उन्होंने लिखा है - 20 रुपये की चाय पर 50 रुपये का कुल मिला कर 70 रुपये की एक चाय...है ना कमाल का लूट..। हालांकि उन्होंने सर्विस चार्ज की जगह जीएसटी मेंशन कर दिया है।
रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि इस बिल में कहीं कोई गलती या ओवरचार्जिंग (Overcharging) नहीं है। उनका कहना है कि जून 2018 में ही रेलवे बोर्ड के टूरिज्म एंड कैटरिंग डाइरेक्टरेट ने इसके लिए एक पत्र निकाल दिया है। इसमें कहा गया है कि यदि कोई व्यक्ति राजधानी या शताब्दी जैसी ट्रेन में पहले से भोजन बुक नहीं कराता है और वह यात्रा के दौरान मील या टी आदि की डिमांड करता है तो उसे इसकी सप्लाई की जाएगी। लेकिन हर मील पर यात्री को 50 रुपये सर्विस चार्ज के रूप में अतिरिक्त चुकाने होंगे।
टेक दिग्गज Google यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रहा है कि राजनीतिक अभियानों के ईमेल स्पैम फोल्डर में स्वचालित रूप से डंप होने के बजाय यूजर के जीमेल इनबॉक्स में पहुंचें।
जानकारी के अनुसार, Google ने संघीय चुनाव आयोग (FEC) से अधिकृत उम्मीदवार समितियों, राजनीतिक दल समितियों और FEC के साथ पंजीकृत नेतृत्व राजनीतिक कार्रवाई समितियों से ईमेल उत्पन्न करने की योजना पर मंजूरी मांगी है।
गूगल के प्रवक्ता जोस कास्टानेडा ने कहा, “हम चाहते हैं कि जीमेल स्पैम ईमेल को कम करने सहित हमारे सभी यूजर्स के लिए एक शानदार अनुभव प्रदान करे, लेकिन हम राजनीतिक संबद्धता के आधार पर ईमेल को फिल्टर नहीं करते हैं।”
कास्टानेडा ने आगे कहा कि पायलट कार्यक्रम राजनीतिक बल्क सेंडर्स के लिए इनबॉक्सिंग दरों में सुधार करने और ईमेल वितरण में अधिक पारदर्शिता प्रदान करने में मदद कर सकता है, जबकि अभी भी यूजर्स को ईमेल को अनसब्सक्राइब या स्पैम के रूप में लेबल करके अपने इनबॉक्स की रक्षा करने देता है।
यदि परियोजना आगे बढ़ती है, तो यूजर्स को पहली बार किसी अभियान से ईमेल प्राप्त होने पर एक नोटिफिकेशन दिखाई देगी। उनसे पूछा जाएगा कि क्या वे ऐसे ईमेल प्राप्त करते रहना चाहते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि वे बाद में भी अभियान नोटिस से बाहर निकलने में सक्षम होंगे।
एशिया और भारत के दूसरे सबसे बड़े रईस मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस जियो (Reliance Jio) में बड़ा बदलाव हुआ है। मुकेश अंबानी ने कंपनी के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके बड़े बेटे आकाश अंबानी (Akash Ambani) को कंपनी के बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया है। मार्केट रेगुलेटरी सेबी (SEBI) को दी गई जानकारी में कंपनी ने बताया कि 27 जून 2022 को बोर्ड की मीटिंग रखी गई थी। इसमें रिलायंस जियो के बोर्ड ने आकाश अंबानी को बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त करने को मंजूरी दे दी। यह घोषणा रिलायंस की एजीएम (RIL AGM) से पहले की गई है। जियो के 4जी इको सिस्टम को खड़ा करने का श्रेय काफी हद तक आकाश अंबानी को जाता है। 2020 में दुनिया भर की बड़ी टेक कंपनियों ने जियो में निवेश किया था, वैश्विक निवेश को भारत लाने में भी आकाश ने खूब मेहनत की थी।
नई पीढ़ी को नेतृत्व
ब्राउन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में स्नातक आकाश अंबानी से पहले उनके पिता मुकेश अंबानी कंपनी के चेयरमैन के नाते काम देख रहे थे। मुकेश अंबानी का चेयरमैन पद से उनका इस्तीफा भी बोर्ड ने स्वीकार कर लिया है। इस नियुक्ति को नई पीढ़ी को नेतृत्व सौंपने के तौर पर देखा जा रहा है। मुकेश अंबानी जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड के चेयरमैन बने रहेंगे। जियो के 4जी इको सिस्टम को खड़ा करने का श्रेय काफी हद तक आकाश अंबानी को जाता है। 2020 में दुनिया भर की बड़ी टेक कंपनियों ने जियो में निवेश किया था, वैश्विक निवेश को भारत लाने में भी आकाश ने खूब मेहनत की थी।
अगर आप हीरो मोटोकॉर्प की नयी बाइक या स्कूटर खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो जल्दी कीजिए क्योंकि अगले महीने से कीमतें बढ़नेवाली हैं। जी हां, हीरो मोटोकॉर्प ने 1 जुलाई, 2022 से अपनी मोटरसाइकिल और स्कूटर की पूरी रेंज में 3,000 रुपये तक की बढ़ोतरी करने की घोषणा की है। वाहन निर्माण में लगने वाले कच्चे माल की लगातार बढ़ती कीमतों का हवाला देते हुए कंपनी ने वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी का फैसला लिया है।
गुरुवार को अपने वाहनों की कीमतों में बढ़ोतरी का ऐलान करते हुए हीरो मोटोकॉर्प ने कहा कि कच्चे माल की ऊंची कीमतों के कारण उत्पादन लागत में बढ़ोतरी हुई है, इस कारण वाहन की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।
कंपनी एक बयान में कहा कि “मूल्य संशोधन 3000 रुपए तक होगा। वृद्धि की सटीक मात्रा विशिष्ट मॉडल और बाजार के अधीन होगी। कमोडिटी कीमतों सहित लगातार बढ़ती समग्र लागत मुद्रास्फीति को आंशिक रूप से ऑफसेट करने के लिए मूल्य संशोधन आवश्यक हो गया है।
सीबीआई (Central Bureau Of Investigation) ने सबसे बड़े बैंकिंग फ्रॉड ( Banking Fraud) के लिए डीएचएफएल (DHFL) के प्रोमोटर कपिल वाधवान ( Kapil Wadhawan) और धीरज वाधवान ( Dheeraj Wadhwan) के खिलाफ केस रजिस्टर किया है।
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ( Union Bank Of India) के नेतृत्व वाले बैंकों के समूहों के साथ 34,615 करोड़ रुपये के बैंकिंग फ्रॉड करने को लेकर सीबीआई (CBI) ने ये केस दर्ज किया है।
इस मामले में सीबीआई मुंबई में 12 ठिकानों पर सर्च अभियान चला रही है। सीबीआई द्वारा रजिस्टर किया गया ये सबसे बड़ा बैंकिंग फ्रॉड ( Banking Fraud) का मामला है। इससे पहले एबीजी शिपयार्ड (ABG Shipyard) पर 22,842 करोड़ रुपये के बैंकिंग फ्रॉड करने का मामला सामने आया था।
सीबीआई ने डीएचएफएल ( DHFL) के सीएमडी रहे कपिल वाधवान, डायरेक्टर धीरज वाधवान और 6 रियल एस्टेट कंपनियों के खिलाफ यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले बैंकों के संघों के साथ 34,615 करोड़ रुपये धोखाधड़ी करने के मामले में केस रजिस्टर किया है। 2021 में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ( Union Bank Of India)) ने सीबीआई को डीएचएफएल के खिलाफ 40,623 करोड़ रुपये के बैंकिंग फ्रॉड की जांच करने के लिए कहा था। 11 फरवरी 2022 को सीबीआई ने शिकायत मिलने के बाद अपनी कार्रवाई शुरू कर दी थी।
डूबने के कगार पर है DHFL : यहां बता दें कि डीएचएफएल एक हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है। कपिल वधावन इसके चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक थे। डीएचएफएल अब डूबने के कगार पर है और इसको बेचने की प्रक्रिया चल रही है। अपनी शिकायत में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने कंसोर्टियम द्वारा नियुक्त ऑडिट फर्म केपीएमजी के निष्कर्षों को रखा है। निष्कर्षों में प्रथम दृष्टया निर्धारित मानदंडों और प्रक्रियाओं का पालन नहीं होना, खातों में हेरफेर, जानकारी छुपाना, अघोषित बैंक खाते और गलत बयानी पाई गयी है।
अगले महीने आप किसी जूस शॉप पर जाएं तो हो सकता है कि आपको स्ट्रॉ न मिले। घर पर छोटा-मोटा इवेंट करें तो प्लास्टिक के गिलास, प्लेट्स या चम्मचें ढूंढे न मिलें। अगर सरकार अपने फैसले पर कायम रही तो इस तरह के सामान 1 जुलाई से नदारद हो जाएंगे।
आप कहेंगे सरकार ने ऐसा क्या फैसला कर दिया?
असल में, मामला सिंगल यूज प्लास्टिक (Single Use Plastic) का है। सरकार 1 जुलाई 2022 से इस तरह के प्लास्टिक के सामानों की बिक्री और इस्तेमाल को बंद कर रही है। यानी, फ्रूटी, एप्पी फिज जैसे टेट्रा पैक्स के साथ आने वाले प्लास्टिक स्ट्रॉ से लेकर आइसक्रीम स्टिक, डब्बों को ढकने वाली पतली पन्नियां, प्लास्टिक की थैलियां जैसे तमाम सिंगल यूज प्लास्टिक आइटम बाजार से गायब हो जाएंगे। अब इस फैसले से लोगों और कंपनियों दोनों को परेशानी होने वाली है।
पकड़े जाने पर लगेगा इतना जुर्माना
CPCB के अनुसार सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल करने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा। जिसकी दुकान में पहली बार प्लास्टिक पकड़ी जाएगी, उस पर 500 रुपए, दूसरी बार 1000 और तीसरी बार 2000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही इंस्टीट्यूशनल स्तर पर जुर्माना लगाया जाएगा। इंस्टीट्यूशनल स्तर पर पहली बार में 5000, दूसरी बार 10,000 और तीसरी बार में 20,000 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा प्लास्टिक बैग का निर्माण करने वाली कंपनियों पर प्रति टन पहली बार 5000, दूसरी बार 10,000 और तीसरी बार में 20,000 रुपए प्रति टन के हिसाब से जुर्माना लगाया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी करने के दूरसंचार विभाग के एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
जुलाई के अंत में 5G स्पेक्ट्रम (5G Spectrum Auction) की नीलामी होगी।
सरकार ने कहा कि 4G की तुलना में भारत जल्द ही 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए तैयार है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि डिजिटल कनेक्टिविटी अपने प्रमुख कार्यक्रमों जैसे डिजिटल इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, मेक इन इंडिया और अन्य के माध्यम से सरकार की नीतिगत पहल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है।
कुल 72 गीगाहर्ट्ज 20 साल की वैलिडिटी के साथ नीलामी में रखा जाएगा।
सरकार ने कहा कि वर्तमान 4G सर्विसेज की तुलना में स्पीड लगभग 10 गुना अधिक होगा।
स्पेक्ट्रम की नीलामी के तहत कुल 72097।85 मेगाहर्ट्ज का ऑक्शन होगा। इसमें लो 600 MHz, 700 MHz, 800 MHz, 900 MHz, 1800 MHz, 2100 MHz, 2300 MHz, मीडियम- 3300 MHz और हाई 26 GHz फ्रीक्वेंसी बैंड में स्पेक्ट्रम की नीलामी की जाएगी। स्पेक्ट्रम का ऑक्शन 20 साल के लिए होगा।
यह उम्मीद की जाती है कि मिड और हाई बैंड स्पेक्ट्रम का उपयोग टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स द्वारा स्पीड प्रदान करने में सक्षम 5G टेक्नोलॉजी आधारित सेवाओं को रोल-आउट करने के लिए किया जाएगा।
बच्चों के बीच PUBG एक जानलेवा गेम बनता जा रहा है। बीते 3 सालों में PUBG की वजह से 7 मौतें हो चुकी हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि मरने वाले सभी युवकों की उम्र 22 साल से कम है। आंध्रप्रदेश के मछलीपट्टनम में PUBG का गेम हारने के बाद 16 साल के लड़के ने सुसाइड कर लिया। घर के दूसरे लड़कों ने उसका मजाक उड़ाया था, जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर सका और खुद को कमरे में बंद कर पंखे से लटककर जान दे दी। PUBG गेम से जुड़ा एक दिल दहलाने वाला मामला कुछ दिन पहले यूपी के लखनऊ में भी देखने मिला था, जहां मां के रोकने पर 16 साल के बच्चे ने अपने पिता की रिवॉलवर से मां को गोली मार दी थी।
पुलिस ने बताया कि घटना 11 जून की है। लड़का अपने पापा के साथ गर्मी की छुट्टी मनाने रिलेटिव के यहां आया था। यहां घर के दूसरे लड़कों के साथ PUBG गेम खेल रहा था। हारने के बाद परेशान हो गया। रात में उसने सुसाइड करने का कदम उठा लिया।
हर हाल में जीतना चाहता था
हारने के बाद रात में खाना खाते समय भी गुमसुम था। पुलिस के मुताबिक, बच्चों के बीच वह खुद को जीतते हुए ही देखना चाहता था। हार बर्दाश्त नहीं हुई। बच्चे की मौत के बाद पिता सुधबुध खो बैठे हैं। वह अकेले ही अपने बेटे को संभालते थे। पत्नी से अलग हो चुके हैं।
Twitter के प्रबंधन के लिए सोशल मीडिया डैशबोर्ड एप्लिकेशन, ट्वीटडेक, अब 1 जुलाई से स्टैंडअलोन मैक ऐप के रूप में उपलब्ध नहीं होगा। यानि अगले महीने से यूजर्स को ट्वीटडेक (Tweet deck) की सुविधा नहीं मिलेगी। 9टु5 गूगल की रिपोर्ट के अनुसार, मैक ऐप (Mac App) के लिए ट्वीटडेक लॉन्च करते समय, ट्विटर ने टॉप वॉर्निग यूजर्स के लिए ब्लू बैनर लगाना शुरू कर दिया है कि यह केवल एक और महीने के लिए उपलब्ध होगा।
ट्वीटडेक टीम के एक ट्वीट में लिखा है, ‘ट्वीटडेक को और भी बेहतर बनाने और हमारे नए पूर्वावलोकन का परीक्षण करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हम मैक ऐप के लिए ट्वीटडेक को अलविदा कह रहे हैं।’ ‘1 जुलाई आखिरी दिन है जब यह उपलब्ध होगा।’
जून 2020 में, भारत सरकार ने चीन के साथ सीमा तनाव के बीच लोकप्रिय शॉर्ट-फॉर्म वीडियो ऐप टिकटॉक (TikTok Relaunch India) पर बैन लगा दिया था। जिसके बाद से भारत में कई शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म को ने अपना रास्ता बना लिया है।
लोकप्रिय शॉर्ट-वीडियो ऐप टिकटॉक (TikTok) के मालिक बाइटडांस (ByteDance) कथित तौर पर एक नई साझेदारी के माध्यम से भारतीय बाजार में फिर से एंट्री करने की योजना बना रहे हैं।
ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी भारत में पार्टनरशिप के लिए हीरानंदानी ग्रुप के साथ शुरुआती बातचीत कर रही है। जानकारी के मुताबिक, कंपनी अपने पूर्व कर्मचारियों को फिर से काम पर रखने और बाजार में फिर से अपनी सर्विस रिलॉन्च करने की भी प्लानिंग कर रही है।
Economic Times की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में पार्टनरशिप के लिए Bytedance और Hiranandani Group की बातचीत शुरू हो गई है। हीरानंदानी ग्रुप मुंबई बेस्ड है और देश में मुंबई, बैंगलोर व चेन्नई जैसे शहरों में रियल ऐस्टेट का बड़ा कारोबार करता है। इसके अलावा ग्रुप ने हाल ही में Tez Platforms नाम से एक नई कंज्यूमर सर्विस लॉन्च की है। और Yotta Infrastructure Solutions के तहत डेटा सेंटर ऑपरेशंस भी चलाती है। उम्मीद है कि इस नए बिजनेस में कंपनी अगले 2 से 3 साल में 3,500 करोड़ रुपये तक निवेश कर सकती है।
Elon Musk’s ultimatum to Tesla executives: इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला के सीईओ एलन मस्क फिर खबरों में हैं। उन्होंने सभी कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि, वे हर सप्ताह 40 घंटे ऑफिस में बिताएं। ऐसा नहीं करने पर यह माना जाएगा कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। मस्क ने टेस्ला के कर्मचारियों को इस बारे में कई ईमेल भेजे हैं और उन्होंने ट्वीटर पर भी यह स्वीकार किया है कि उन्होंने कर्मचारियों को ऑफिस आने के लिए कहा है। मस्क ने ट्वीट किया है कि अगर किसी कर्मचारी को कंपनी की नीति नहीं पसंद है तो वह टेस्ला छोड़ सकता है।
Rs. 35 के लिए रेलवे से 5 साल तक केस लड़ा, अब 3 लाख लोगों को होगा फायदा
छत्तीसगढ़ के गौठान को देखने के लिए पहली बार विदेश से आए लोग, की पूरे इकोसिस्टम तारीफ
मार्च के दौरान तलवार लहराने के आरोप में 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
WHATSAPP आए दिन शानदार फीचर की पेशकश करता है, और अब कंपनी ऐप के बीटा वर्जन में एडिट बटन की टेस्टिंग कर रही है। मौजूदा समय WHATSAPP के पास कोई भी एडिट बटन नहीं है। फिलहाल WHATSAPP पर भेजे गए मैसेज को डिलीट किया जा सकता है लेकिन एडिट नहीं किया जा सकता है, लेकिन आने वाले फीचर से ये आसान हो जाएगा कि यूज़र्स मैसेज भेजने के बाद एडिट किया जा सकता है।
WABetaInfo द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक WhatsApp WHATSAPP मैसेज रिएक्शन फीचर के बाद अब टेक्स्ट मैसेज को एडिट करने वाला फीचर दे रहा है, जो कि आने वाले अपडेट के साथ पेश किया जा सकता है।
WB ने स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है, जिससे पता चला है कि WHATSAPP नया ऑप्शन डेवलप कर रहा है, जिससे मैसेज एडिट हो जाएगा। इससे यूज़र्स मैसेज भेजने के बाद भी अपनी गलती में सुधार कर सकेंगे, लेकिन जैसा कि बताया गया कि ये फीचर अभी डेवलप हो रहा है, तो इसका मतलब ये हुआ कि ऐसा हो सकता है कि आने वाले समय तक इसमें कुछ बदलाव भी हो जाए।
अब देश के सभी बैंकों में नई व्यवस्था लागू हो गई है। अब आप चाहें किसी भी बैंक के ग्राहक हों, आप यूपीआई का इस्तेमाल कर देश के किसी भी एटीएम से डेबिट कार्ड के बिना भी पैसे निकाल सकते हैं।
मौद्रिक नीति की समीक्षा के दौरान रिजर्व बैंक गवर्नर ने बताया कि यूपीआई का इस्तेमाल कर एटीएम से बिना कार्ड के निकासी की सुविधा का विस्तार सभी बैंकों के लिए किया गया है। यानि कि आप चाहें निजी बैंक के ग्राहक हों या सरकारी बैंक के, सभी ग्राहक इस सुविधा का इस्तमाल कर सकते हैं।
कैसे करें कार्डलेस कैश निकासी :-
हम देश के सबसे बड़े बैंक SBI का उदाहरण लेते हें। एसबीआई खाता धारक को योनो ऐप में लॉग इन करने के बाद योनो कैश पर क्लिक करना होगा।
एटीएम सेक्शन में जाने के बाद आप जिस राशि को एटीएम से निकालना चाहते हैं उसे दर्ज करें।
SBI फिर आपको आपके रजिस्टर्ड मोबाइल पर एक योनो कैश लेनदेन नंबर भेजेगा।
नकदी की निकासी के लिए SBI के किसी भी कार्ड रहित लेनदेन एटीएम में इस नंबर और पिन का इस्तेमाल करें।
एटीएम में एटीएम के पहले पेज कार्ड लेश विकल्प का चयन करें और फिर योनो कैश और डिटेल दर्ज करें।
गर्मी बढ़ते ही AC-कूलर के दाम बढ़ जाते हैं। ऐसे में हम इंतजार करते हैं कि कब ऑनलाइन सेल शुरू होगी और महंगे कूलर सस्ते होंगे। लेकिन सेल के बिना भी कई ऐसे कूलर मौजूद हैं, जिनको काफी सस्ते में खरीदा जा सकता है। फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध यह कूलर कम बिजली में शानदार ठंडक देता है। यह कूलर एक लीटर पानी में आपको शिमला जैसी ठंडी हवा देगा। आइए जानते हैं इसके बारे में
Dresszon 3।99 L Room/Personal Air Cooler कम बिजली में शानदार हवा देता है। इसको USB की मदद से भी चलाया जा सकता है। इसमें तीन मोड मिलते हैं, एक लो, दूसरा मीडियम और तीसरा हाई मोड।
इस पोर्टेबल कूलर की खास बात यह है कि यह काफी लाइट और स्टाइलिश डिजाइन में आता है। इसको किचन, ऑफिस डेस्क या फिर बेडरूम में सोते वक्त टेबल पर रखा जा सकता है। कम बिजली में यह दमदार हवा देता है। यह छोटे बक्से की तरह दिखता है, लेकिन हवा देने के मामले में यह बड़े-बड़े कूलरों को मात देता है।
Dresszon 3।99 L Room/Personal Air Cooler की लॉन्चिंग प्राइज 2,300 रुपये है, लेकिन फ्लिपकार्ट सेल में इसको 1,549 रुपये में खरीदा जा सकता है। इसमें करीब 4 लीटर का स्टोरेज है। इस कूलर ही हाइट 16 सेंटिमीटर है और बजन भी काफी हल्का है।
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New Initiatives : इन दिनों सोशल मीडिया में लोगों का खासा समय बर्बाद होता है। जहां एक ओर इस नए मीडिया ने लोगों के लिए मनोरंजन के साथ जानकारियोें के कई द्वार खोले हैं तो वहीं दूसरी ओर आज युवा इसकी लत में पड़ता जा रहा है।
ऐसा ही एक मामला कैलिफोर्निया से सामने आया है। यहां रहने वाले लोग सोशल मीडिया कंपनियों को उन बच्चों को नुकसान पहुंचाने के लिए जल्द ही जिम्मेदार ठहरा सकेंगे, जो उनके उत्पादों के आदी हो गए हैं।
विधेयक पेश करने वाले रिपब्लिकन नेता जॉर्डन कनिंघम ने कहा कि बच्चों पर निरंकुश सामाजिक प्रयोग करने का युग अब खत्म हो गया है और हम बच्चों की रक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि लंबे समय से इस बात पर चर्चा चल रही थी कि बच्चों को सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म से फायदों से ज्यादा तो नूकसान ही हो रहा है।
लोगों का कहना था कि बच्चों में इसके कारण सोचने समझने की शक्ति कम होती जा रही थी और नई चीजों को करने के लिए उत्साह की भी कमी हो रही थी। वहीं कुछ लोगों का ये भी कहना था कि सोशल मीडिया बच्चों को आलसी बनाने का काम कर रही है जिसके कारण बच्चे अपने बेड से उठकर बाहर टहलने जाने को भी एक काम की तरह देखने लगे हैं।
इस संबंध में राज्य की असेम्बली में सोमवार को एक विधेयक पारित किया गया, जिसके तहत सोशल मीडिया लत के जरिए बच्चों को नुकसान पहुंचाने वाली कंपनियों पर मुकदमा करने का प्रावधान है। यह विधेयक अब राज्य की सीनेट में भेजा जाएगा।
इसके पहले व्यावसायिक समूहों ने चेतावनी दी है कि यदि यह प्रस्ताव कानून बन जाता है, तो सोशल मीडिया कंपनियां कानूनी जोखिम का सामना करने के बजाय कैलिफोर्निया में बच्चों के लिए संचालन बंद कर देंगी।
यह विधेयक केवल उन सोशल मीडिया कंपनियों पर लागू होगा, जिनका सकल राजस्व पिछले साल कम से कम 10 करोड़ डॉलर था। यह विधेयक फेसबुक जैसे सोशल मीडिया दिग्गजों को लक्षित करने वाला प्रतीत होता है। यह नेटफ्लिक्स और हुलु जैसी स्ट्रीमिंग सेवाओं या केवल ईमेल और संदेश भेजने वाली सेवाओं की पेशकश करने वाली कंपनियों पर लागू नहीं होगा।
We presented oral arguments in @Childrens case against Facebook, its “independent fact-checkers” and Mark Zuckerberg, alleging they worked jointly with the Biden administration to censor CHD social media content.https://t.co/sTLAfkqQBS
— Robert F. Kennedy Jr (@RobertKennedyJr) May 19, 2022
ओप्पो इंडिया ने सोमवार को कहा कि उसने देश में स्टार्टअप इकोसिस्टम को और सशक्त बनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट फॉर स्टार्टअप्स के सहयोग से अपने 'ओप्पो एलिवेट प्रोग्राम' का दूसरा एडीशन लॉन्च किया है।
'वर्चुअस इनोवेशन' की थीम पर केंद्रित, ओप्पो इंडिया दो प्रवेश श्रेणियों- एक्सेसिबल टेक्नोलॉजी और डिजिटल हेल्थ के तहत प्रस्तावों की भर्ती करना चाहता है।
कंपनी ने कहा कि एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए प्रौद्योगिकी और रचनात्मक प्रेरणा का उपयोग करने के एक ही उद्देश्य से प्रेरित इन दो श्रेणियों के स्टार्टअप अपने नवाचारों को प्रदर्शित करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
प्रस्तावों की समीक्षा विशेषज्ञों की एक जूरी करेगी, जिसके नेतृत्व में ओप्पो इंडिया के वीपी और हेड, तसलीम आरिफ और माइक्रोसॉफ्ट फॉर स्टार्टअप्स की भारतीय कंट्री हेड, मधुरिमा अग्रवाल व अन्य शामिल हैं।
आरिफ ने कहा, "एलीवेट कार्यक्रम समान विचारधारा वाले नए युग के नवप्रवर्तकों के लिए 'वर्चुअस इनोवेशन' का उपयोग करने के लिए प्रौद्योगिकी समाधान बनाने के लिए दरवाजे खोलता है जो लोगों को लाभान्वित करता है और सामाजिक मुद्दों से निपटता है।"
आरिफ ने कहा कि 'ओप्पो एलिवेट' कार्यक्रम को अपने पहले संस्करण में महत्वपूर्ण सफलता मिली है और दूसरे संस्करण के साथ, "हमारा लक्ष्य स्वास्थ्य और पहुंच में नवाचार का निर्माण करना और वैश्विक मंच पर भारतीय नवाचार को उजागर करना है।"
शीर्ष 10 चयनित स्टार्टअप को इस साल अगस्त में एक कार्यक्रम के दौरान जूरी के सामने अपने प्रस्ताव पेश करने का मौका मिलेगा।
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व्यक्तिगत टिप्पणी से बचें : सोशल मीडिया पोस्ट से कब किसकी भावना को ठेस पहुंच जाए यह बताया नहीं जा सकता और इसी वजह से पोस्ट पब्लिश करने से पहले विचार करना बहुत ज़रूरी है। संविधान में फ़्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन है पर इसका मतलब यह नहीं होता कि आप किसी भी व्यक्ति पर व्यक्तिगत टिप्पणी करें या उसको बोडिशेमिंग करें। आप विचार को लेकर अपना मत रख सकते हैं पर उसे भी रखने से पहले ये सोचना होगा कि उसका बहुसंख्यक पर बुरा असर ना पड़े।
देश के किसी हिस्से में हो सकता है मामला दर्ज : सोशल मीडिया क्राइम फिजिकल क्राइम से भी ज़्यादा तकलीफ़ देता है। अगर किसी ने किसी को मारा, चोरी की या अन्य कोई क्राइम किया तो उसके लिए उसी इलाक़े की पुलिस जांच करेगी और सजा दिलवाएगी, पर यहां सोशल मीडिया पर किए गए क्राइम में आपका कोई इलाक़ा नहीं होता। ऐसे में आपके ख़िलाफ़ भारत के किसी भी हिस्से की पुलिस मामला दर्ज कर सकती है और पूरे भारत में कितने भी मामले दर्ज हो सकते हैं और ऐसे में आपको कई पुलिस स्टेशन के चक्कर एक के बाद एक लगाने पड़ सकते हैं।
क्या था मामला? आपको बता दें केतकी चितले पर आरोप है कि उसने NCP (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के प्रमुख शरद पवार के ख़िलाफ़ अपमानजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर किया था जिसके बाद अलग अलग समुदाय के लोगों ने अपने अपने इलाक़े में इस बात की शिकायत पुलिस को की थी और फिर पुलिस ने केतकी के ख़िलाफ़ मामले भी दर्ज किए। केतकी के ख़िलाफ़ महाराष्ट्र के अलग अलग पुलिस स्टेशन में क़रीब 10 मामले दर्ज हैं।
TVS Motor Company ने बुधवार को अपने नए TVS iQube Electric scooter (टीवीएस आईक्यूब इलेक्ट्रिक स्कूटर) को तीन अवतारों में लॉन्च करने का एलान किया। कंपनी के मुताबिक यह इलेक्ट्रिक स्कूटर एक बार फुल चार्जिंग करने पर 140 किमी की सर्वश्रेष्ठ ऑन-रोड रेंज के साथ आता है। इसके साथ ही इस इलेक्ट्रिक स्कूटर में ढेर सारे फीचर्स मिलते हैं। इसमें 7-इंच टीएफटी टचस्क्रीन और क्लीन यूआई, इन्फिनिटी थीम पर्सनलाइजेशन, वॉयस असिस्ट और टीवीएस आईक्यूब एलेक्सा स्किलसेट, इंट्यूटिव म्यूजिक प्लेयर कंट्रोल, ओटीए अपडेट, प्लग-एंड-प्ले कैरी के साथ फास्ट चार्जिंग जैसी कई इंटेलिजेंट कनेक्टेड फीचर्स, चार्जर, व्हीकल हेल्थ और सेफ्टी नोटिफिकेशंस, कई ब्लूटूथ और क्लाउड कनेक्टिविटी ऑप्शन, 32 लीटर स्टोरेज स्पेस, और बहुत कुछ मिलेगा।
जल्द डीलरशिप पर आएंगे नजर
TVS के अनुसार 2022 iQube की एक बार चार्ज करने पर रियल लाइफ रेंज 140km होगी। Tvs iQube में 7 इंच का टचस्क्रीन डिस्प्ले है, और यह फुल-कलर डिस्प्ले स्कूटर से संबंधित पूरी जानकारी दिखाता है, इसके अलावा इसमें कॉल अलर्ट भी प्रदर्शित होता है। कंपनी के मुताबिक इस नए मॉडल का प्रोडक्शन पहले ही शुरू हो चुका है, और ये जल्द ही डीलरशिप तक पहुंचेंगे। टीवीएस ने यह भी घोषणा की है कि वह 52 नए शहरों में अपने नेटवर्क का विस्तार करेगी, जिससे पूरे भारत में कंपनी के डीलरशिप की कुल संख्या 85 शहरों तक पहुंच जाएगी।
कीमत और फीचर्स : 2022 Tvs iQube के स्टैंडर्ड मॉडल की ऑन-रोड कीमत 98,564 रुपये है जबकि iQube S की कीमत 1,08,690 रुपये है।
फिलहाल, कंपनी ने आईक्यूब ST के लिए कीमतों को साझा नहीं किया गया है, लेकिन इस मॉडल को 999 रुपये का भुगतान करके बुक जरूर किया जा सकता है।
TVS के कनेक्टिविटी प्लेटफॉर्म SmartXonnect को नए स्कूटर के साथ स्टैंडर्ड तौर पर पेश किया जाएगा। SmartXonnect सिस्टम TVS iQube ऐप के माध्यम से डिजिटल इंस्ट्रूमेंट पैनल को मोबाइल फोन के साथ पेयर करने की अनुमति देता है, और एक बार कनेक्ट होने के बाद नेविगेशन सहित प्रत्येक जानकारी देता है। SmartXonnect के साथ उपलब्ध अन्य सुविधाओं में रिमोट चार्ज स्टेटस और इनकमिंग कॉल अलर्ट शामिल हैं, जो उपयोगकर्ता अपनी सवारी के बारे में कई दिलचस्प आँकड़े भी प्राप्त कर सकते हैं जैसे कि टॉप स्पीड, औसत गति, दूरी की यात्रा, आदि।