कौन हैं ईरान के नए कार्यवाहक विदेश मंत्री अली बाग़ेरी कानी

हेलीकॉप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान समेत कई लोगों की मौत के बाद ईरान में नई नियुक्तियां की जा रही हैं. ईरान के डिप्टी विदेश मंत्री अली बाग़ेरी कानी को नया कार्यवाहक विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है. 56 वर्षीय कानी को सर्वोच्च धर्मगुरू आयतुल्लाह अली ख़ामेनेई का क़रीब माना जाता है. कानी ईरान के अति-रूढ़िवादी लोगों के क़रीबी भी हैं. इब्राहिम रईसी के 2021 में सत्ता संभालने के बाद उन्हें ईरान की सुप्रीम राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का मुख्य परमाणु वार्ताकार नियुक्त किया गया था. साल 2015 में जब ईरान ने प्रतिबंधों में राहत के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने के लिए समझौता किया था तब कानी ने कहा था कि देश का नेतृत्व पश्चिमी देशों के आगे झुक रहा है. वहीं, साल 2018 में जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने परमाणु समझौता तोड़ दिया था तब कानी ने आरोप लगाया था कि तत्कालीन राष्ट्रपति हसन रूहानी, पश्चिमी देशों को ये संकेत दे रहे हैं कि ईरान कमज़ोर हो गया है. हालांकि, बाद में कानी ने समझौते को फिर से बहाल करने के ईरान के प्रयासों का बचाव किया था.(bbc.com/hindi)

कौन हैं ईरान के नए कार्यवाहक विदेश मंत्री अली बाग़ेरी कानी
हेलीकॉप्टर हादसे में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान समेत कई लोगों की मौत के बाद ईरान में नई नियुक्तियां की जा रही हैं. ईरान के डिप्टी विदेश मंत्री अली बाग़ेरी कानी को नया कार्यवाहक विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है. 56 वर्षीय कानी को सर्वोच्च धर्मगुरू आयतुल्लाह अली ख़ामेनेई का क़रीब माना जाता है. कानी ईरान के अति-रूढ़िवादी लोगों के क़रीबी भी हैं. इब्राहिम रईसी के 2021 में सत्ता संभालने के बाद उन्हें ईरान की सुप्रीम राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का मुख्य परमाणु वार्ताकार नियुक्त किया गया था. साल 2015 में जब ईरान ने प्रतिबंधों में राहत के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने के लिए समझौता किया था तब कानी ने कहा था कि देश का नेतृत्व पश्चिमी देशों के आगे झुक रहा है. वहीं, साल 2018 में जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने परमाणु समझौता तोड़ दिया था तब कानी ने आरोप लगाया था कि तत्कालीन राष्ट्रपति हसन रूहानी, पश्चिमी देशों को ये संकेत दे रहे हैं कि ईरान कमज़ोर हो गया है. हालांकि, बाद में कानी ने समझौते को फिर से बहाल करने के ईरान के प्रयासों का बचाव किया था.(bbc.com/hindi)