स्टेटक्राफ्ट इंडिया को 445 मेगावाट सौर मॉड्यूल की आपूर्ति करेगी वारी एनर्जी

स्टेटक्राफ्ट इंडिया को 445 मेगावाट सौर मॉड्यूल की आपूर्ति करेगी वारी एनर्जी  भारत के निर्यात...

स्टेटक्राफ्ट इंडिया को 445 मेगावाट सौर मॉड्यूल की आपूर्ति करेगी वारी एनर्जी

स्टेटक्राफ्ट इंडिया को 445 मेगावाट सौर मॉड्यूल की आपूर्ति करेगी वारी एनर्जी

 भारत के निर्यात में मई में रिकॉर्ड वृद्धि हुई , साथ ही रोजगार में 18 वर्षों में सबसे तेज बढ़त

भारत के निर्यात में रिकॉर्ड बढ़त, रोजगार वृद्धि भी 18 साल के उच्चतम स्तर पर : पीएमआई डेटा

नई दिल्ली
सौर समाधान प्रदाता वारी एनर्जीज ने स्टेटक्राफ्ट इंडिया को 445 मेगावाट सौर मॉड्यूल की आपूर्ति करने की  जानकारी दी।

कंपनी बयान के अनुसार, वारी एनर्जीज अपने 540/545डब्ल्यूपी डुअल ग्लास बाइफेशियल मॉड्यूल की 445 मेगावाट की आपूर्ति के साथ राजस्थान के बीकानेर में एकल-स्थान सौर परियोजनाओं को रोशन करने के लिए तैयार है।

इसमें कहा गया, यह आपूर्ति मई-अगस्त 2024 के बीच की जाएगी। यह साझेदारी भारत के नवीकरणीय ऊर्जा परिदृश्य में क्रांति लाने, इसकी बढ़ती बिजली मांग को पूरा करने और देश के शुद्ध-शून्य लक्ष्यों का समर्थन करने में योगदान देगी।

वारी एनर्जीज लिमिटेड के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक हितेश दोशी ने कहा, ‘‘स्टेटक्राफ्ट इंडिया के साथ यह साझेदारी भारत के नवीकरणीय ऊर्जा बदलाव में योगदान देने के हमारे सामूहिक अभियान में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करती है।’’

भारत के निर्यात में रिकॉर्ड बढ़त, रोजगार वृद्धि भी 18 साल के उच्चतम स्तर पर : पीएमआई डेटा

नई दिल्ली
 भारत के निर्यात में मई में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। इसके साथ ही रोजगार में 18 वर्षों में सबसे तेज वृद्धि देखी गई है। एचएसबीसी की ओर से जारी किए गए परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स (पीएमआई) के आंकड़ों से ये जानकारी मिली।

एसएंडपी ग्लोबल की ओर से तैयार किए गए पीएमआई के आंकड़ों के मुताबिक, निजी क्षेत्र में जुलाई 2010 के बाद तीसरी सबसे ज्यादा तेज बढ़त देखने को मिली है। विनिमार्ण उद्योग में बिक्री और उत्पादन में बढ़त जारी है। इस बार सेवा क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में ज्यादा बढ़त हुई है। मई के सर्वे में सामने आया है कि निर्यात में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है और साथ ही निजी क्षेत्र की नौकरियां 2006 के बाद सबसे तेजी से बढ़ी हैं, जो कि दिखाता है कि बाजार में व्यापार के लिए माहौल बेहतर बना हुआ है। हालांकि, लागत में इजाफा होने के कारण सेवाओं और सर्विस की कीमतों में तेजी देखने को मिली है।

सर्वे में बताया गया कि मई में हेडलाइन एचएसबीसी फ्लैश इंडिया कंपोजिट आउटपुट इंडेक्स (जो कि विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के संयुक्त उत्पादन को मासिक आधार पर दर्शाता है) बढ़कर 61.7 हो गया। अप्रैल में ये 61.5 था। यह पिछले 14 वर्षों में हुई सबसे तेज वृद्धि है। रिपोर्ट में बताया गया कि नए काम आने और मांग मजबूत बने रहने के कारण वृद्धि हुई है। आंकड़ों के मुताबिक, दोनों सेक्टरों से निर्यात में सितंबर 2014 के बाद सबसे ज्यादा तेज वृद्धि दर्ज की गई है।