निवेशक का दावा, ग्रो प्लेटफॉर्म पर हुआ फ्रॉड, कंपनी ने कहा मामला सुलझ गया

नई दिल्ली, 24 जून । पॉपुलर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ग्रो के एक निवेशक ने सोशल मीडिया पर कंपनी पर फ्रॉड का आरोप लगाया है। हनेंद्र प्रताप सिंह के नाम के एक यूजर ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उसकी बहन फाइनेंसियल सर्विसेज प्लेटफॉर्म के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करती है और ग्रो द्वारा फोलियो नंबर भी जनरेट कर दिया है। आगे कहा कि जैसे ही उनकी बहन ने राशि निकालने की कोशिश तो उन्हें पता चला कि उनका फोलियो नंबर मौजूद ही नहीं है और सारी जानकारी डैशबोर्ड से गायब हो गई। ग्रो यूजर ने आरोप लगाया कि ऐप की ओर से राशि ले ली गई, लेकिन कभी म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं की गई। सोशल मीडिया पर आलोचना होने के बाद ग्रो ने इसका जवाब देते हुए कहा कि नैतिकता के आधार पर निवेशक द्वारा क्लेम की जा रही राशि क्रेडिट कर दी गई है। कंपनी ने अपनी पोस्ट में कहा, यह सुनिश्चित करने के लिए कि निवेशक दावा की गई राशि के बारे में चिंतित न हो, हमने इसे नैतिकता के आधार पर निवेशक के खाते में जमा कर दिया है। आगे ग्रो ने कहा कि हमने निवेशक से निवेशित राशि के डेबिट के सबूत के रूप में बैंक स्टेटमेंट की मांग की है, जिससे हमें और नियामकों को निवेशक को लेकर उठे सवाल के बारे में जांच करने में आसानी हो। कंपनी ने आगे कहा कि ग्राहक के डैशबोर्ड पर गलती से वह फोलियो आ गया। हम इसके लिए खेद प्रकट करते हैं। समस्या सुलझा ली गई है। एक अन्य ग्रो यूजर ने सोशल मीडिया एक्स पर इस घटना को काफी चिंताजनक बताया। यूजर्स की ओर से पोस्ट में कहा गया कि वह कई वर्षों से ग्रो के माध्यम से पैसे निवेश कर रहा है और कभी चेक नहीं किया कि उसे अलॉटमेंट मिला है या नहीं। अब से वह एक शीट में पूरी जानकारी दर्ज करेगा। --(आईएएनएस)

निवेशक का दावा, ग्रो प्लेटफॉर्म पर हुआ फ्रॉड, कंपनी ने कहा मामला सुलझ गया
नई दिल्ली, 24 जून । पॉपुलर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ग्रो के एक निवेशक ने सोशल मीडिया पर कंपनी पर फ्रॉड का आरोप लगाया है। हनेंद्र प्रताप सिंह के नाम के एक यूजर ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि उसकी बहन फाइनेंसियल सर्विसेज प्लेटफॉर्म के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करती है और ग्रो द्वारा फोलियो नंबर भी जनरेट कर दिया है। आगे कहा कि जैसे ही उनकी बहन ने राशि निकालने की कोशिश तो उन्हें पता चला कि उनका फोलियो नंबर मौजूद ही नहीं है और सारी जानकारी डैशबोर्ड से गायब हो गई। ग्रो यूजर ने आरोप लगाया कि ऐप की ओर से राशि ले ली गई, लेकिन कभी म्यूचुअल फंड में निवेश नहीं की गई। सोशल मीडिया पर आलोचना होने के बाद ग्रो ने इसका जवाब देते हुए कहा कि नैतिकता के आधार पर निवेशक द्वारा क्लेम की जा रही राशि क्रेडिट कर दी गई है। कंपनी ने अपनी पोस्ट में कहा, यह सुनिश्चित करने के लिए कि निवेशक दावा की गई राशि के बारे में चिंतित न हो, हमने इसे नैतिकता के आधार पर निवेशक के खाते में जमा कर दिया है। आगे ग्रो ने कहा कि हमने निवेशक से निवेशित राशि के डेबिट के सबूत के रूप में बैंक स्टेटमेंट की मांग की है, जिससे हमें और नियामकों को निवेशक को लेकर उठे सवाल के बारे में जांच करने में आसानी हो। कंपनी ने आगे कहा कि ग्राहक के डैशबोर्ड पर गलती से वह फोलियो आ गया। हम इसके लिए खेद प्रकट करते हैं। समस्या सुलझा ली गई है। एक अन्य ग्रो यूजर ने सोशल मीडिया एक्स पर इस घटना को काफी चिंताजनक बताया। यूजर्स की ओर से पोस्ट में कहा गया कि वह कई वर्षों से ग्रो के माध्यम से पैसे निवेश कर रहा है और कभी चेक नहीं किया कि उसे अलॉटमेंट मिला है या नहीं। अब से वह एक शीट में पूरी जानकारी दर्ज करेगा। --(आईएएनएस)