ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धमाकेदार पारी के बाद रोहित ने कहा, 50 और 100 रन मायने नहीं रखते

ग्रोस आइलेट (सेंट लूसिया), 25 जून । ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 41 गेंदों पर 92 रनों की शानदार पारी के लिए रोहित शर्मा को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। मैच के बाद उन्होंने कहा कि 50 और 100 रन उनके लिए मायने नहीं रखते, बल्कि गेंदबाजों पर दबाव बनाना ज्यादा जरूरी है। आयरलैंड के खिलाफ अर्धशतक बनाने के बाद रोहित बल्ले से लगातार फ्लॉप रहे और उन्होंने अगले मैचों में 13, 3, 8, 23 के स्कोर दर्ज किए। भारत के लगातार मैच जीतने के बावजूद रोहित शर्मा के बल्ले से फ्लॉप शो पर बार-बार सवाल उठाए गए, लेकिन हिटमैन ने टी20 विश्व कप के एक महत्वपूर्ण सुपर-8 मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया। रोहित शुरू से ही पूरी ताकत से खेलने के मूड में थे, उन्होंने 224.39 की स्ट्राइक रेट से सात चौके और आठ छक्के लगाकर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी लाइनअप की बखिया उधेड़ दी। इस बारे में बात करते हुए कि क्या मैच के दौरान उनके दिमाग में 100 रन बनाने का विचार था। भारतीय कप्तान ने कहा कि 50 और 100 रन मायने नहीं रखते। रोहित ने मैच के बाद कहा, मैंने आपको अपने पिछले पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में बताया था कि 50 और 100 रन मायने नहीं रखते। मैं उसी लय के साथ वापस आना चाहता था और जहां भी जरूरी था, वहां शॉट खेलना चाहता था। मैं गेंदबाजों पर दबाव बनाना चाहता था। आप एक बार लय हासिल करने के बाद आगे बढ़ते रहना चाहते हैं और टीम के लिए एक बड़ा स्कोर सेट करना चाहेंगे। रोहित की बल्लेबाजी के अलावा, सूर्यकुमार यादव, शिवम दुबे और हार्दिक पांड्या ने क्रमशः 31, 28 और नाबाद 27 रन बनाकर भारत को 205/5 के शानदार स्कोर तक पहुंचाया। जवाब में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 20 ओवरों में 181/7 पर रोक दिया और अपने विजयरथ को जारी रखा। भारत का अगला मैच 27 जून को गुयाना में दूसरे सेमीफाइनल में गत चैंपियन इंग्लैंड के खिलाफ होगा। इस मैच में जो भी जीतेगा वो 29 जून को बारबाडोस में फाइनल खेलेगा। --(आईएएनएस)

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धमाकेदार पारी के बाद रोहित ने कहा, 50 और 100 रन मायने नहीं रखते
ग्रोस आइलेट (सेंट लूसिया), 25 जून । ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 41 गेंदों पर 92 रनों की शानदार पारी के लिए रोहित शर्मा को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। मैच के बाद उन्होंने कहा कि 50 और 100 रन उनके लिए मायने नहीं रखते, बल्कि गेंदबाजों पर दबाव बनाना ज्यादा जरूरी है। आयरलैंड के खिलाफ अर्धशतक बनाने के बाद रोहित बल्ले से लगातार फ्लॉप रहे और उन्होंने अगले मैचों में 13, 3, 8, 23 के स्कोर दर्ज किए। भारत के लगातार मैच जीतने के बावजूद रोहित शर्मा के बल्ले से फ्लॉप शो पर बार-बार सवाल उठाए गए, लेकिन हिटमैन ने टी20 विश्व कप के एक महत्वपूर्ण सुपर-8 मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया। रोहित शुरू से ही पूरी ताकत से खेलने के मूड में थे, उन्होंने 224.39 की स्ट्राइक रेट से सात चौके और आठ छक्के लगाकर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी लाइनअप की बखिया उधेड़ दी। इस बारे में बात करते हुए कि क्या मैच के दौरान उनके दिमाग में 100 रन बनाने का विचार था। भारतीय कप्तान ने कहा कि 50 और 100 रन मायने नहीं रखते। रोहित ने मैच के बाद कहा, मैंने आपको अपने पिछले पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन में बताया था कि 50 और 100 रन मायने नहीं रखते। मैं उसी लय के साथ वापस आना चाहता था और जहां भी जरूरी था, वहां शॉट खेलना चाहता था। मैं गेंदबाजों पर दबाव बनाना चाहता था। आप एक बार लय हासिल करने के बाद आगे बढ़ते रहना चाहते हैं और टीम के लिए एक बड़ा स्कोर सेट करना चाहेंगे। रोहित की बल्लेबाजी के अलावा, सूर्यकुमार यादव, शिवम दुबे और हार्दिक पांड्या ने क्रमशः 31, 28 और नाबाद 27 रन बनाकर भारत को 205/5 के शानदार स्कोर तक पहुंचाया। जवाब में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 20 ओवरों में 181/7 पर रोक दिया और अपने विजयरथ को जारी रखा। भारत का अगला मैच 27 जून को गुयाना में दूसरे सेमीफाइनल में गत चैंपियन इंग्लैंड के खिलाफ होगा। इस मैच में जो भी जीतेगा वो 29 जून को बारबाडोस में फाइनल खेलेगा। --(आईएएनएस)