बिजली व्यवस्था के ध्वस्त होने एवं स्वीकृत विद्युत परियोजनाओं को पूर्ण करने की मांग, कलेक्टर को ज्ञापन

छत्तीसगढ़ संवाददाता अंबिकापुर, 5 जून। अम्बिकापुर शहर सहित समूचे सरगुजा जिले में विद्युत व्यवस्था के ध्वस्त होने एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव के कार्यकाल में स्वीकृत विद्युत परियोजनाओं को पूर्ण करने की मांग के साथ श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफ़ी अहमद के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने सरगुजा कलेक्टर को ज्ञापन दिया। ऊर्जा विभाग का कार्यभार सम्हालने के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव ने 3 माह के अल्पकालिक कार्यकाल में कई विद्युत परियोजनाओं की स्वीकृति दी थी। इनमें घंघरी, लखनपुर और टपरकेल में 132/33 के.वी.ए. के सब स्टेशन के साथ ही अम्बिकापुर के प्रतापपुर चौक, अजिरमा, भकुरा के साथ ही केदमा और खुंटीय में 33/11 के.वी.ए. के सबस्टेशन शामिल हैं। अम्बिकापुर शहर सहित सरगुजा जिले की विद्युत आवश्यकताओं को ध्यान रखते हुए उन्होंने इन विद्युत परियोजनाओं की स्वीकृति दी थी। घंघरी में स्थापित होने वाले 132/11 केवीए सबस्टेशन और अजिरमा तथा प्रतापपुर चौक के 33/11 केवीए सबस्टेशन की स्वीकृति के पीछे टी एस सिंहदेव का उद्देश्य अम्बिकापुर शहर की विद्युत आपूर्ति और वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ करना था। किंतु विधानसभा चुनाव के उपरांत उपरोक्त परियोजनाओं के क्रियान्वयन को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। सरगुजा संभाग से संबंधित विद्युत विभाग के जोनल कार्यालय जिसकी स्वीकृति पूर्व उपमुख्यमंत्री के कार्यकाल में हो चुकी है कि स्थापना को लेकर पहल चालू नहीं हुई है। अम्बिकापुर शहर सहित सरगुजा जिले में इस ग्रीष्म ऋतु में विद्युत व्यवस्था जिस प्रकार ध्वस्त हुई थी, उसे देखते हुए इन परियोजनाओं पर तत्काल कार्य प्रारंभ करने आवश्यकता को ध्यान रखते हुए कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने अपना ज्ञापन दिया। श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफ़ी अहमद एवं जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने बताया कि सरगुजा कलेक्टर ने इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर जानकारी जुटाने की बात कही है, साथ ही कार्यों को शीघ्र प्रारंभ करने का आश्वासन दिया है। प्रतिनिधि मंडल में जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह भी शामिल थीं। राशन दुकान से चना गायब होने की शिकायत कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने सरगुजा कलेक्टर को ज्ञापन देकर यह जानकारी चाही है कि अप्रैल से राशन दुकानों से चना का वितरण क्यों बंद है। प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर को जानकारी दी कि इस वजह से लोगों में काफी आक्रोश है। प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर सरगुजा से यह मांग की है कि अप्रैल से अब तक के कोटे का चना उपभोक्ताओं को वितरित किया जाए।

बिजली व्यवस्था के ध्वस्त होने एवं स्वीकृत विद्युत परियोजनाओं को पूर्ण करने की मांग, कलेक्टर को ज्ञापन
छत्तीसगढ़ संवाददाता अंबिकापुर, 5 जून। अम्बिकापुर शहर सहित समूचे सरगुजा जिले में विद्युत व्यवस्था के ध्वस्त होने एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव के कार्यकाल में स्वीकृत विद्युत परियोजनाओं को पूर्ण करने की मांग के साथ श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफ़ी अहमद के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने सरगुजा कलेक्टर को ज्ञापन दिया। ऊर्जा विभाग का कार्यभार सम्हालने के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव ने 3 माह के अल्पकालिक कार्यकाल में कई विद्युत परियोजनाओं की स्वीकृति दी थी। इनमें घंघरी, लखनपुर और टपरकेल में 132/33 के.वी.ए. के सब स्टेशन के साथ ही अम्बिकापुर के प्रतापपुर चौक, अजिरमा, भकुरा के साथ ही केदमा और खुंटीय में 33/11 के.वी.ए. के सबस्टेशन शामिल हैं। अम्बिकापुर शहर सहित सरगुजा जिले की विद्युत आवश्यकताओं को ध्यान रखते हुए उन्होंने इन विद्युत परियोजनाओं की स्वीकृति दी थी। घंघरी में स्थापित होने वाले 132/11 केवीए सबस्टेशन और अजिरमा तथा प्रतापपुर चौक के 33/11 केवीए सबस्टेशन की स्वीकृति के पीछे टी एस सिंहदेव का उद्देश्य अम्बिकापुर शहर की विद्युत आपूर्ति और वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ करना था। किंतु विधानसभा चुनाव के उपरांत उपरोक्त परियोजनाओं के क्रियान्वयन को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। सरगुजा संभाग से संबंधित विद्युत विभाग के जोनल कार्यालय जिसकी स्वीकृति पूर्व उपमुख्यमंत्री के कार्यकाल में हो चुकी है कि स्थापना को लेकर पहल चालू नहीं हुई है। अम्बिकापुर शहर सहित सरगुजा जिले में इस ग्रीष्म ऋतु में विद्युत व्यवस्था जिस प्रकार ध्वस्त हुई थी, उसे देखते हुए इन परियोजनाओं पर तत्काल कार्य प्रारंभ करने आवश्यकता को ध्यान रखते हुए कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने अपना ज्ञापन दिया। श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शफ़ी अहमद एवं जिला कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने बताया कि सरगुजा कलेक्टर ने इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन पर जानकारी जुटाने की बात कही है, साथ ही कार्यों को शीघ्र प्रारंभ करने का आश्वासन दिया है। प्रतिनिधि मंडल में जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह भी शामिल थीं। राशन दुकान से चना गायब होने की शिकायत कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने सरगुजा कलेक्टर को ज्ञापन देकर यह जानकारी चाही है कि अप्रैल से राशन दुकानों से चना का वितरण क्यों बंद है। प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर को जानकारी दी कि इस वजह से लोगों में काफी आक्रोश है। प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर सरगुजा से यह मांग की है कि अप्रैल से अब तक के कोटे का चना उपभोक्ताओं को वितरित किया जाए।