जवानों को नुकसान पहुंचाने नक्सलियों की साजिश फेल

बम बरामद, सुकमा से सटा है इलाका छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 20 सितंबर। सुकमा जिला मुख्यालय से सटे मलकानगिरी के चित्रकोंडा जलाशय के केनाल में नक्सलियों के द्वारा लगाए गए आईईडी को पुलिस ने बरामद करते हुए एक बड़ी घटना को होने से रोक दिया। इस आईईडी को नक्सलियों के द्वारा सर्चिंग पर निकलने वाले जवानों को निशाना बनाने के लिए लगाया गया था। नक्सली अपने मंसूबे में कामयाब हो पाते, इससे पहले ही बीएसएफ के जवानों ने आईईडी को बरामद करते हुए बम को डिफ्यूज कर दिया। बताया जा रहा है कि सुकमा जिला मुख्यालय से सटे मलकानगिरी के कालीमेटा थाना से लगे बोडीगट्टा के जंगलों में नक्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए डेढ़ किलो वजनी आईईडी बम चित्रकोंडा जलाशय के केनाल को उड़ाने के लिए लगाया था। यह पूरा जंगल बेजंगवाड़ा के रिजर्व फारेस्ट एरिया से होकर गुजरता है, इस आईईडी के दौरान पुलिस को एक इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर के ही इलेक्ट्रिक वायर भी बरामद किया गया है, जिसमें स्टील टिफिन में बारूद को भरकर बम तैयार किया गया था, इसके अलावा नक्सलियों के छुपने का खास एरिया भी इसे माना जाता है। फिलहाल बीएसएफ के जवानों ने एक बड़ी हानि होने से पहले बम को डिफ्यूज करते हुए जवानों की जान बचाई है।

जवानों को नुकसान पहुंचाने नक्सलियों की साजिश फेल
बम बरामद, सुकमा से सटा है इलाका छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 20 सितंबर। सुकमा जिला मुख्यालय से सटे मलकानगिरी के चित्रकोंडा जलाशय के केनाल में नक्सलियों के द्वारा लगाए गए आईईडी को पुलिस ने बरामद करते हुए एक बड़ी घटना को होने से रोक दिया। इस आईईडी को नक्सलियों के द्वारा सर्चिंग पर निकलने वाले जवानों को निशाना बनाने के लिए लगाया गया था। नक्सली अपने मंसूबे में कामयाब हो पाते, इससे पहले ही बीएसएफ के जवानों ने आईईडी को बरामद करते हुए बम को डिफ्यूज कर दिया। बताया जा रहा है कि सुकमा जिला मुख्यालय से सटे मलकानगिरी के कालीमेटा थाना से लगे बोडीगट्टा के जंगलों में नक्सलियों ने जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए डेढ़ किलो वजनी आईईडी बम चित्रकोंडा जलाशय के केनाल को उड़ाने के लिए लगाया था। यह पूरा जंगल बेजंगवाड़ा के रिजर्व फारेस्ट एरिया से होकर गुजरता है, इस आईईडी के दौरान पुलिस को एक इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर के ही इलेक्ट्रिक वायर भी बरामद किया गया है, जिसमें स्टील टिफिन में बारूद को भरकर बम तैयार किया गया था, इसके अलावा नक्सलियों के छुपने का खास एरिया भी इसे माना जाता है। फिलहाल बीएसएफ के जवानों ने एक बड़ी हानि होने से पहले बम को डिफ्यूज करते हुए जवानों की जान बचाई है।