टीआई व पार्षद के प्रयास से लावारिस शव के परिजन मिले

सोशल मीडिया का लिया सहारा छत्तीसगढ़ संवाददाता बचेली, 10 सितंबर। सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए बचेली थाना प्रभारी एवं वार्ड पार्षदके प्रयास के बाद एक लावारिस शव के परिजन के मिलने में कामयाबी मिली। दरअसल, 7 सितंबर को वार्ड 13 के मार्केट में एक युवती के बीमार पड़े होने की सूचना मिलने पर उसे स्थानीय अपोलो अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरो ने मृत घोषित किया। चूकि इसे कोई जानता नहीं था, इसलिए पुलिस ने अज्ञात शव के नाम दर्ज कर उसे मच्र्युरी में रखा गया। बचेली थाना प्रभारी मधुनाथ धु्रव ने वार्ड पार्षद फिरोज नवाब के साथ मिलकर सोशल मीडिया का सहारा लिया गया, जिसके बाद 9 सिंतबर कोा परिजन मिल गए। युवती जांगला थाना के पास बालदेला गांव के रहने वाली थी। उस युवती को बचेली में 2-3 साल से लगातार देखा जा रहा था और घर से भाग कर जीवन गुजारा कर रही थी। युवती का नाम संगीता था, वह पांच भाई बहनो में सबसे बड़ी थी और दिव्यांग भी। फिरोज ने बताया कि उसे घर वाले पहले भी बचेली से पकडक़र वापस अपने घर लेकर गए थे, पर फिर वह घर छोडक़र बचेली पहुंच जाती थी। सोशल मीडिया में आये फोटो के आधार पर सरपंच के खबर देने पर परिजन पहुंचे। चूंकि अस्पताल पहुंचने से पहले मृत्यु हो चुकी थी, इसलिए पोस्टमार्टम करना जरूरी था। इसके लिए पालिका उपाध्यक्ष उस्मान खान ने सहयोग किया और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की गई। उनके लिए गाड़ी की व्यवस्था बचेली पालिका के सीएमओ कृष्णाराव के आदेश से जनसेवक फिरोज व उस्मान खान द्वारा किया गया और परिजन शव को उनके आवास जांगला थाना के बालदेला गांव लेकर गए। विशेष सहयोग पुलिस विभाग से प्रहलाद निर्मल और उषा शौर्य का भी रहा।

टीआई व पार्षद के प्रयास से लावारिस शव के परिजन मिले
सोशल मीडिया का लिया सहारा छत्तीसगढ़ संवाददाता बचेली, 10 सितंबर। सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए बचेली थाना प्रभारी एवं वार्ड पार्षदके प्रयास के बाद एक लावारिस शव के परिजन के मिलने में कामयाबी मिली। दरअसल, 7 सितंबर को वार्ड 13 के मार्केट में एक युवती के बीमार पड़े होने की सूचना मिलने पर उसे स्थानीय अपोलो अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरो ने मृत घोषित किया। चूकि इसे कोई जानता नहीं था, इसलिए पुलिस ने अज्ञात शव के नाम दर्ज कर उसे मच्र्युरी में रखा गया। बचेली थाना प्रभारी मधुनाथ धु्रव ने वार्ड पार्षद फिरोज नवाब के साथ मिलकर सोशल मीडिया का सहारा लिया गया, जिसके बाद 9 सिंतबर कोा परिजन मिल गए। युवती जांगला थाना के पास बालदेला गांव के रहने वाली थी। उस युवती को बचेली में 2-3 साल से लगातार देखा जा रहा था और घर से भाग कर जीवन गुजारा कर रही थी। युवती का नाम संगीता था, वह पांच भाई बहनो में सबसे बड़ी थी और दिव्यांग भी। फिरोज ने बताया कि उसे घर वाले पहले भी बचेली से पकडक़र वापस अपने घर लेकर गए थे, पर फिर वह घर छोडक़र बचेली पहुंच जाती थी। सोशल मीडिया में आये फोटो के आधार पर सरपंच के खबर देने पर परिजन पहुंचे। चूंकि अस्पताल पहुंचने से पहले मृत्यु हो चुकी थी, इसलिए पोस्टमार्टम करना जरूरी था। इसके लिए पालिका उपाध्यक्ष उस्मान खान ने सहयोग किया और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की गई। उनके लिए गाड़ी की व्यवस्था बचेली पालिका के सीएमओ कृष्णाराव के आदेश से जनसेवक फिरोज व उस्मान खान द्वारा किया गया और परिजन शव को उनके आवास जांगला थाना के बालदेला गांव लेकर गए। विशेष सहयोग पुलिस विभाग से प्रहलाद निर्मल और उषा शौर्य का भी रहा।