भोपाल के राजवंश कॉलोनी करोंद में श्रीमद्भावत कथा का शुभारंभ:धूमधाम से निकली कलश यात्रा, झूमे श्रद्धालु
भोपाल के राजवंश कॉलोनी करोंद में श्रीमद्भावत कथा का शुभारंभ:धूमधाम से निकली कलश यात्रा, झूमे श्रद्धालु
भोपाल के करोंद स्थित राजवंश कॉलोनी में रविवार से श्रीमद्भावत कथा का आयोजन किया जा रहा है। सात दिवसीय संगीतमय कथा के पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें श्रद्धालुओं ने भगवान के भजनों पर जमकर नृत्य किया। कथावाचक पंडित अरुण शर्मा ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और भागवत पुराण के महत्वपूर्ण अध्यायों के बारे में बताते हुए कहा कि भागवत कथा में निहित ज्ञान और आध्यात्मिक मूल्यों को अपनाकर हम अपने पितरों की आत्माओं को शांति और मोक्ष प्रदान कर सकते हैं। पंडित शर्मा ने श्राद्ध और तर्पण के महत्व को समझाते हुए कहा कि पितृ पूजा से पितरों की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है। हर दिन होंगे उत्सव रविवार से शुरू हुई श्रीमद् भागवत कथा 1 सप्ताह तक चलेगी। जिसमें अलग-अलग उत्सव मनाए जाएंगे। पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई। दूसरे दिन धुंधकारी मोक्ष कथा की जाएगी । तीसरे दिन राजा परीक्षित को मोक्ष मिलने की कथा सुनाई जाएगी। तो वहीं चौथे दिन श्री कृष्णा प्रकट उत्सव मनाया जाएगा । इसके बाद पांचवें दिन गोवर्धन पूजा उत्सव और छठवें दिन श्री कृष्ण रुक्मणी मंगल विवाह होंगे । सातवें और आखिरी दिन सुदामा चरित्र के बाद हवन, महाप्रसादी वितरण कथा का विश्राम किया जाएगा। कथा करोंद के पास साइन हॉस्पिटल के पीछे राजवंश कॉलोनी में हर दिन दोपहर 2:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक चलेगी। राठौर समाज के पदाधिकारी रमेश राठौर हैं आयोजक श्रीमद् भागवत का आयोजन रमेश राठौर का परिवार करा रहा है। जो राठौर संघ भोपाल में पदाधिकारी भी हैं। राठौर संघ हर साल समाज में लड़कियों को प्रोत्साहित करने के लिए अलग-अलग कार्यक्रम करता है हर साल मेरिट नंबर लाने वाले समाज के बच्चों को सम्मान राशि देकर सम्मानित करते हैं साथ ही आगे के लिए बेहतर पढ़ाई के लिए लोगों को छात्रों को आर्थिक मदद भी मुहैया कराते हैं।
भोपाल के करोंद स्थित राजवंश कॉलोनी में रविवार से श्रीमद्भावत कथा का आयोजन किया जा रहा है। सात दिवसीय संगीतमय कथा के पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई। जिसमें श्रद्धालुओं ने भगवान के भजनों पर जमकर नृत्य किया। कथावाचक पंडित अरुण शर्मा ने भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और भागवत पुराण के महत्वपूर्ण अध्यायों के बारे में बताते हुए कहा कि भागवत कथा में निहित ज्ञान और आध्यात्मिक मूल्यों को अपनाकर हम अपने पितरों की आत्माओं को शांति और मोक्ष प्रदान कर सकते हैं। पंडित शर्मा ने श्राद्ध और तर्पण के महत्व को समझाते हुए कहा कि पितृ पूजा से पितरों की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है। हर दिन होंगे उत्सव रविवार से शुरू हुई श्रीमद् भागवत कथा 1 सप्ताह तक चलेगी। जिसमें अलग-अलग उत्सव मनाए जाएंगे। पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई। दूसरे दिन धुंधकारी मोक्ष कथा की जाएगी । तीसरे दिन राजा परीक्षित को मोक्ष मिलने की कथा सुनाई जाएगी। तो वहीं चौथे दिन श्री कृष्णा प्रकट उत्सव मनाया जाएगा । इसके बाद पांचवें दिन गोवर्धन पूजा उत्सव और छठवें दिन श्री कृष्ण रुक्मणी मंगल विवाह होंगे । सातवें और आखिरी दिन सुदामा चरित्र के बाद हवन, महाप्रसादी वितरण कथा का विश्राम किया जाएगा। कथा करोंद के पास साइन हॉस्पिटल के पीछे राजवंश कॉलोनी में हर दिन दोपहर 2:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक चलेगी। राठौर समाज के पदाधिकारी रमेश राठौर हैं आयोजक श्रीमद् भागवत का आयोजन रमेश राठौर का परिवार करा रहा है। जो राठौर संघ भोपाल में पदाधिकारी भी हैं। राठौर संघ हर साल समाज में लड़कियों को प्रोत्साहित करने के लिए अलग-अलग कार्यक्रम करता है हर साल मेरिट नंबर लाने वाले समाज के बच्चों को सम्मान राशि देकर सम्मानित करते हैं साथ ही आगे के लिए बेहतर पढ़ाई के लिए लोगों को छात्रों को आर्थिक मदद भी मुहैया कराते हैं।