छत्तीसगढ़ संवाददाता
लखनपुर, 10 जनवरी। सरगुजा जिला के लखनपुर क्षेत्र में कोयला तस्करी का खेल चल रहा है। बाहरी कोल माफिया स्थानीय कोल माफिया के साथ मिलकर बाइकर्स गैंग की मदद से कोयला एकत्रित कर पिकअप और ट्रक के माध्यम से अवैध कोयला परिवहन कर दूसरे राज्यों में कोयला तस्करी की जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक लखनपुर थाना क्षेत्र के अमेरा खदान के सीमा पर स्थित कटकोना से तस्करों के द्वारा स्थानीय ग्रामीणों की मदद अवैध खड्डा खुदवाकर बड़े स्तर से कोयला बाहर निकलवाया जाता है।
वहीं बाइकर गैंग की मदद से उन कोयलो को ग्राम सिरकोतगा, सुकरी ,केवरा, पुहपुतरा सहित अन्य ईट भट्टे में कोयला एकत्रित कर रात के अंधेरे में पिकप और ट्रक में भरकर दूसरे राज्यों में कोयला की तस्करी की जा रही है।
बताया जा रहा है कि कोल माफियाओं के द्वारा बाइकर्स गैंग को 50-50 हजार रुपए और बाइकर्स को 20-20 हजार रुपए एडवांस के रूप में रकम दिया गया है और इन्हीं बाइकर्स गैंग की मदद से बड़े पैमाने पर कोयला तस्करी के खेल को कोल माफिया अंजाम दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि बाहर के कोल माफियाओं द्वारा स्थानीय कोल माफिया से मिलकर इस पूरे खेल को अंजाम दिया जा रहा है।
पिछले माह पुलिस टीम के द्वारा 6 से अधिक बाइकर्स गैंग के सदस्यों को कोयला परिवहन करते पकड़ा गया था। लगभग आधा ट्रैक्टर कोयला भी जब्त कर थाना लाया गया था।
बाइक से कोयले का अवैध परिवहन
अवैध कोयला तस्करी मामले में हजारों की संख्या में बाइकर्स की मदद ली जा रही हैं। प्रत्येक बाइकर्स को 20 हजार रुपए और बाइकर्स गैंग को 50-50 हजार रुपए इस काम के लिए एडवांस के रूप में दी गई है और इन कोयला को एक जगह एकत्रित कर पिकअप और ट्रक के माध्यम से कोल माफियाओं के द्वारा दूसरे राज्यों में कोयला ले जाया जा रहा है। कोल माफिया इसे बेचकर मोटी रकम कमाई कर रहे है। यही नहीं शासन को भी करोड़ों रुपए का क्षति पहुंचाया जा रहा है।
100 रुपए से लाखों का कोयला
अमेरा खदान के सीमा पर स्थित कटकोना से ग्रामीणों के द्वारा बोरी में भरकर 30 फीट ऊपर पहुंचाकर 100 रुपए बोरी बाइकर्स को बेचा जाता है। ईंट भट्टे तक पहुंचते 300 रुपए बोरी इसका रेट हो जाता है। वहीं कोल माफिया द्वारा 4 रुपए किलो के भाव से कोयला खरीदा जाता है। दूसरे राज्यों में 1.50 लाख से लेकर 2 लाख तक विक्रय किया जा रहा है।एक चैन के माध्यम से100 का कोयला लाखों रुपए में बिक रहा है और शासन को करोड़ों रुपए की क्षति हो रही है।
चिमनी और गमले भ_े में खपाया जा रहा
लखनपुर ,दारिमा, सुखरी विश्रामपुर क्षेत्र में संचालित चिमनी भ_े सहित अवैध गमले भ_े में इन कोयले को खपाया जा रहा है। यही नहीं क्षेत्र में कोयले की उपलब्धता होने से कुकुरमुत्ता की तरह अवैध गमले भ_े का भी संचालन हो रहा है। इन अवैध गमले भ_े में अवैध कोयला खपाने का खेल भी चल रहा है।
विगत दिनों पूर्व लखनपुर क्षेत्र के ग्राम पलगड़ी में अवैध गमले भ_े में काम कर रहे दो मजदूर दंपति की भी मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि प्लास्टिक के तंबू के अंदर कोयले जलाकर मजदूर दंपति सोया हुआ था और सवेरे उनकी लाश मिली थी। घटना के बाद से उक्त गमले भ_े से कोयले को हटा दिया गया था।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
लखनपुर, 10 जनवरी। सरगुजा जिला के लखनपुर क्षेत्र में कोयला तस्करी का खेल चल रहा है। बाहरी कोल माफिया स्थानीय कोल माफिया के साथ मिलकर बाइकर्स गैंग की मदद से कोयला एकत्रित कर पिकअप और ट्रक के माध्यम से अवैध कोयला परिवहन कर दूसरे राज्यों में कोयला तस्करी की जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक लखनपुर थाना क्षेत्र के अमेरा खदान के सीमा पर स्थित कटकोना से तस्करों के द्वारा स्थानीय ग्रामीणों की मदद अवैध खड्डा खुदवाकर बड़े स्तर से कोयला बाहर निकलवाया जाता है।
वहीं बाइकर गैंग की मदद से उन कोयलो को ग्राम सिरकोतगा, सुकरी ,केवरा, पुहपुतरा सहित अन्य ईट भट्टे में कोयला एकत्रित कर रात के अंधेरे में पिकप और ट्रक में भरकर दूसरे राज्यों में कोयला की तस्करी की जा रही है।
बताया जा रहा है कि कोल माफियाओं के द्वारा बाइकर्स गैंग को 50-50 हजार रुपए और बाइकर्स को 20-20 हजार रुपए एडवांस के रूप में रकम दिया गया है और इन्हीं बाइकर्स गैंग की मदद से बड़े पैमाने पर कोयला तस्करी के खेल को कोल माफिया अंजाम दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि बाहर के कोल माफियाओं द्वारा स्थानीय कोल माफिया से मिलकर इस पूरे खेल को अंजाम दिया जा रहा है।
पिछले माह पुलिस टीम के द्वारा 6 से अधिक बाइकर्स गैंग के सदस्यों को कोयला परिवहन करते पकड़ा गया था। लगभग आधा ट्रैक्टर कोयला भी जब्त कर थाना लाया गया था।
बाइक से कोयले का अवैध परिवहन
अवैध कोयला तस्करी मामले में हजारों की संख्या में बाइकर्स की मदद ली जा रही हैं। प्रत्येक बाइकर्स को 20 हजार रुपए और बाइकर्स गैंग को 50-50 हजार रुपए इस काम के लिए एडवांस के रूप में दी गई है और इन कोयला को एक जगह एकत्रित कर पिकअप और ट्रक के माध्यम से कोल माफियाओं के द्वारा दूसरे राज्यों में कोयला ले जाया जा रहा है। कोल माफिया इसे बेचकर मोटी रकम कमाई कर रहे है। यही नहीं शासन को भी करोड़ों रुपए का क्षति पहुंचाया जा रहा है।
100 रुपए से लाखों का कोयला
अमेरा खदान के सीमा पर स्थित कटकोना से ग्रामीणों के द्वारा बोरी में भरकर 30 फीट ऊपर पहुंचाकर 100 रुपए बोरी बाइकर्स को बेचा जाता है। ईंट भट्टे तक पहुंचते 300 रुपए बोरी इसका रेट हो जाता है। वहीं कोल माफिया द्वारा 4 रुपए किलो के भाव से कोयला खरीदा जाता है। दूसरे राज्यों में 1.50 लाख से लेकर 2 लाख तक विक्रय किया जा रहा है।एक चैन के माध्यम से100 का कोयला लाखों रुपए में बिक रहा है और शासन को करोड़ों रुपए की क्षति हो रही है।
चिमनी और गमले भ_े में खपाया जा रहा
लखनपुर ,दारिमा, सुखरी विश्रामपुर क्षेत्र में संचालित चिमनी भ_े सहित अवैध गमले भ_े में इन कोयले को खपाया जा रहा है। यही नहीं क्षेत्र में कोयले की उपलब्धता होने से कुकुरमुत्ता की तरह अवैध गमले भ_े का भी संचालन हो रहा है। इन अवैध गमले भ_े में अवैध कोयला खपाने का खेल भी चल रहा है।
विगत दिनों पूर्व लखनपुर क्षेत्र के ग्राम पलगड़ी में अवैध गमले भ_े में काम कर रहे दो मजदूर दंपति की भी मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि प्लास्टिक के तंबू के अंदर कोयले जलाकर मजदूर दंपति सोया हुआ था और सवेरे उनकी लाश मिली थी। घटना के बाद से उक्त गमले भ_े से कोयले को हटा दिया गया था।