अंतरराष्ट्रीय अदालत ने दिया आदेश, रफ़ाह में मिलिट्री ऑपरेशन रोके इसराइल

इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) ने इसराइल को ग़ज़ा के रफ़ाह में चलाए जा रहे सैन्य अभियान को रोकने का आदेश दिया है. आईसीजे ने दक्षिण अफ्रीका की याचिका पर यह फ़ैसला सुनाया. आईसीजे ने कहा है कि इसराइल को रफ़ाह में चलाए जा रहे सैन्य अभियान को तुरंत रोक देना चाहिए, इससे फ़लस्तीनियों को खतरा है. आईसीजे ने इसराइल को आज के फैसले पर उठाए जाने वाले कदमों को लेकर एक महीने के अंदर रिपोर्ट देने के लिए कहा है. आईसीजे के फैसले की मुख्ये बातें रफ़ाह में सैन्य अभियान बंद होना चाहिए. मानवीय सहायता के लिए मिस्र के साथ लगने वाली रफ़ाह की सीमाओं को खोला जाना चाहिए. इन बातों पर जो कदम उठाए जाएं उनकी रिपोर्ट एक महीने के अंदर जमा होनी चाहिए. हाल के दिनों में इसराइल ने रफ़ाह में सैन्य अभियान को तेज किया है. इसराइल के पीएम नेतन्याहू हमास को मात देने के लिए रफ़ाह में चलाए जा रहे अभियान को जरूरी बता रहे हैं. अमेरिका समेत कई मानवीय संगठन इस बात की आशंका जता चुके हैं कि इसराइल के रफ़ाह में चलाए जा रहे अभियान से हज़ारों फलस्तीनियों की जान को ख़तरा है. फिलहाल रफ़ाह में 10 लाख से ज्यादा फलस्तीनियों ने शरण ले रखी है.(bbc.com/hindi)

अंतरराष्ट्रीय अदालत ने दिया आदेश, रफ़ाह में मिलिट्री ऑपरेशन रोके इसराइल
इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) ने इसराइल को ग़ज़ा के रफ़ाह में चलाए जा रहे सैन्य अभियान को रोकने का आदेश दिया है. आईसीजे ने दक्षिण अफ्रीका की याचिका पर यह फ़ैसला सुनाया. आईसीजे ने कहा है कि इसराइल को रफ़ाह में चलाए जा रहे सैन्य अभियान को तुरंत रोक देना चाहिए, इससे फ़लस्तीनियों को खतरा है. आईसीजे ने इसराइल को आज के फैसले पर उठाए जाने वाले कदमों को लेकर एक महीने के अंदर रिपोर्ट देने के लिए कहा है. आईसीजे के फैसले की मुख्ये बातें रफ़ाह में सैन्य अभियान बंद होना चाहिए. मानवीय सहायता के लिए मिस्र के साथ लगने वाली रफ़ाह की सीमाओं को खोला जाना चाहिए. इन बातों पर जो कदम उठाए जाएं उनकी रिपोर्ट एक महीने के अंदर जमा होनी चाहिए. हाल के दिनों में इसराइल ने रफ़ाह में सैन्य अभियान को तेज किया है. इसराइल के पीएम नेतन्याहू हमास को मात देने के लिए रफ़ाह में चलाए जा रहे अभियान को जरूरी बता रहे हैं. अमेरिका समेत कई मानवीय संगठन इस बात की आशंका जता चुके हैं कि इसराइल के रफ़ाह में चलाए जा रहे अभियान से हज़ारों फलस्तीनियों की जान को ख़तरा है. फिलहाल रफ़ाह में 10 लाख से ज्यादा फलस्तीनियों ने शरण ले रखी है.(bbc.com/hindi)