अभिनेता अथर्व ने 'भीमा' में बीआर अंबेडकर के अपने किरदार के महत्व को बताया

मुंबई, 23 अगस्त । अभिनेता अथर्व को टेलीविजन शो एक महानायक डॉ. बी.आर. अंबेडकर में मुख्य भूमिका के लिए जाना जाता है। उन्होंने नए लॉन्च किए गए सामाजिक नाटक भीमा में अपने किरदार के महत्व के बारे में बताया। अभिनेता ने कहा कि पिछले ढाई सालों में उन्हें एक महानायक डॉ. बी.आर.अंबेडकर जैसे प्रतिष्ठित शो का हिस्सा बनने का सौभाग्य मिला है। एक बार फिर ऐसे प्रेरक नेता की भूमिका निभाना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है। उन्होंने कहा, जब मुझे पता चला कि भीमा के निर्माता चाहते हैं कि मैं बाबा साहेब का किरदार निभाऊं, तो मुझे बहुत खुशी हुई और मैंने तुरंत इसे स्वीकार कर लिया। यह भूमिका परिवर्तनकारी रही है, और मैं अपने प्रदर्शन के माध्यम से उनकी विरासत का सम्मान जारी रखने के लिए आभारी हूं। यह शो 1980 के दशक पर आधारित है, और एक वंचित पृष्ठभूमि की भीमा नाम की एक युवा लड़की के जीवन को चित्रित करता है। यह शो समान अधिकारों के लिए उनके संघर्षों पर प्रकाश डालता है। यह एक मां और उसकी बेटी के बीच प्यार, ताकत और अटूट बंधन की कहानी है। अथर्व ने इस शो की पृष्ठभूमि के बारे में बताते हुए कहा कि इस शो में बाबा साहेब भीमा के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करते हैं। वह अपने अधिकारों के लिए लड़ती है और समाज में अपना उचित स्थान चाहती है। यह शो समाज की थोपी गई रूढ़िवादी परंपराओं के खिलाफ उनकी लड़ाई को दर्शाता है। अनेक अन्यायों और भेदभावों को सहने के बावजूद, भीमा न्याय और समानता के अधिकार को पाने के लिए निडर रहती है। अथर्व को भीमा में अपने अभिनय के लिए प्रशंसा मिल रही है। वो आगे कहते हैं, जब शो का पहला एपिसोड प्रसारित हुआ था तब मुझे सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। इससे मुझे बहुत सम्मानित महसूस हुआ। शो की कहानी से प्रभावित हुए दर्शकों की बातें सुनना अविश्वसनीय रूप से फायदेमंद था। दर्शकों का प्यार और सराहना उत्साहजनक रहा और मैं इस तरह के सार्थक प्रोजेक्ट में शामिल होने के लिए आभारी हूं। (आईएएनएस)

अभिनेता अथर्व ने 'भीमा' में बीआर अंबेडकर के अपने किरदार के महत्व को बताया
मुंबई, 23 अगस्त । अभिनेता अथर्व को टेलीविजन शो एक महानायक डॉ. बी.आर. अंबेडकर में मुख्य भूमिका के लिए जाना जाता है। उन्होंने नए लॉन्च किए गए सामाजिक नाटक भीमा में अपने किरदार के महत्व के बारे में बताया। अभिनेता ने कहा कि पिछले ढाई सालों में उन्हें एक महानायक डॉ. बी.आर.अंबेडकर जैसे प्रतिष्ठित शो का हिस्सा बनने का सौभाग्य मिला है। एक बार फिर ऐसे प्रेरक नेता की भूमिका निभाना मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है। उन्होंने कहा, जब मुझे पता चला कि भीमा के निर्माता चाहते हैं कि मैं बाबा साहेब का किरदार निभाऊं, तो मुझे बहुत खुशी हुई और मैंने तुरंत इसे स्वीकार कर लिया। यह भूमिका परिवर्तनकारी रही है, और मैं अपने प्रदर्शन के माध्यम से उनकी विरासत का सम्मान जारी रखने के लिए आभारी हूं। यह शो 1980 के दशक पर आधारित है, और एक वंचित पृष्ठभूमि की भीमा नाम की एक युवा लड़की के जीवन को चित्रित करता है। यह शो समान अधिकारों के लिए उनके संघर्षों पर प्रकाश डालता है। यह एक मां और उसकी बेटी के बीच प्यार, ताकत और अटूट बंधन की कहानी है। अथर्व ने इस शो की पृष्ठभूमि के बारे में बताते हुए कहा कि इस शो में बाबा साहेब भीमा के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करते हैं। वह अपने अधिकारों के लिए लड़ती है और समाज में अपना उचित स्थान चाहती है। यह शो समाज की थोपी गई रूढ़िवादी परंपराओं के खिलाफ उनकी लड़ाई को दर्शाता है। अनेक अन्यायों और भेदभावों को सहने के बावजूद, भीमा न्याय और समानता के अधिकार को पाने के लिए निडर रहती है। अथर्व को भीमा में अपने अभिनय के लिए प्रशंसा मिल रही है। वो आगे कहते हैं, जब शो का पहला एपिसोड प्रसारित हुआ था तब मुझे सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। इससे मुझे बहुत सम्मानित महसूस हुआ। शो की कहानी से प्रभावित हुए दर्शकों की बातें सुनना अविश्वसनीय रूप से फायदेमंद था। दर्शकों का प्यार और सराहना उत्साहजनक रहा और मैं इस तरह के सार्थक प्रोजेक्ट में शामिल होने के लिए आभारी हूं। (आईएएनएस)