अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जोशीले भाषण में अपनी उम्मीदवारी को लेकर क्या कहा

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को अपने भाषण में चुनाव अभियान में बने रहने और डोनाल्ड ट्रंप को हराने की कसम खाई है. अमेरिका में इस बात को लेकर सवाल अभी बने हुए हैं कि क्या वो राष्ट्रपति चुनाव की रेस से बाहर हो जाएंगे. विस्कॉन्सिन के मैडिसन में एक रैली में 81 साल के बाइडन ने पिछले हफ़्ते हुए सीएनएन के एक डिबेट में अपने ख़राब प्रदर्शन को स्वीकार किया. बाइडन ने रैली में कहा, उसके बाद से ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि मैं क्या करने जा रहा हूँ. मेरा यह जवाब है कि मैं चुनाव लड़ रहा हूँ और फिर से जीतूंगा. चुनावों के लिहाज से महत्वपूर्ण इस इलाक़े में समर्थक उन्हें उत्साहित कर रहे थे. यह राष्ट्रपति चुनावों की दौड़ में उनके ताज़ा संकल्प को दोहराता है. बाइडन हाल के दिनों में बढ़ते राजनीतिक संकट को कम करने की कोशिश कर रहे थे. अपने 17 मिनट के भाषण में बाइडन डिबेट के मुक़ाबले ज़्यादा जोश में दिख रहे थे. यह उनके चुनावी अभियान के एक महत्वपूर्ण समय में आया है. उनके दानकर्ता और डेमोक्रिटिक पार्टी के सहयोगी इस बात पर विचार कर रहे थे कि उन्हें बाइडन के साथ बने रहना चाहिए या नहीं. अमेरिकी मीडिया के कई रिपोर्ट के मुताबिक़ बाइडन के चुनाव अभियान को पता है कि अगले कुछ दिन उनके फिर से निर्वाचित होने की कोशिश के लिहाज से काफ़ी अहम हैं. पिछले हफ़्ते के डिबेट के बाद बाइडन अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के हाथों खो चुकी ज़मीन को वापस हासिल करना चाहते हैं.(bbc.com/hindi)

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जोशीले भाषण में अपनी उम्मीदवारी को लेकर क्या कहा
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को अपने भाषण में चुनाव अभियान में बने रहने और डोनाल्ड ट्रंप को हराने की कसम खाई है. अमेरिका में इस बात को लेकर सवाल अभी बने हुए हैं कि क्या वो राष्ट्रपति चुनाव की रेस से बाहर हो जाएंगे. विस्कॉन्सिन के मैडिसन में एक रैली में 81 साल के बाइडन ने पिछले हफ़्ते हुए सीएनएन के एक डिबेट में अपने ख़राब प्रदर्शन को स्वीकार किया. बाइडन ने रैली में कहा, उसके बाद से ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि मैं क्या करने जा रहा हूँ. मेरा यह जवाब है कि मैं चुनाव लड़ रहा हूँ और फिर से जीतूंगा. चुनावों के लिहाज से महत्वपूर्ण इस इलाक़े में समर्थक उन्हें उत्साहित कर रहे थे. यह राष्ट्रपति चुनावों की दौड़ में उनके ताज़ा संकल्प को दोहराता है. बाइडन हाल के दिनों में बढ़ते राजनीतिक संकट को कम करने की कोशिश कर रहे थे. अपने 17 मिनट के भाषण में बाइडन डिबेट के मुक़ाबले ज़्यादा जोश में दिख रहे थे. यह उनके चुनावी अभियान के एक महत्वपूर्ण समय में आया है. उनके दानकर्ता और डेमोक्रिटिक पार्टी के सहयोगी इस बात पर विचार कर रहे थे कि उन्हें बाइडन के साथ बने रहना चाहिए या नहीं. अमेरिकी मीडिया के कई रिपोर्ट के मुताबिक़ बाइडन के चुनाव अभियान को पता है कि अगले कुछ दिन उनके फिर से निर्वाचित होने की कोशिश के लिहाज से काफ़ी अहम हैं. पिछले हफ़्ते के डिबेट के बाद बाइडन अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के हाथों खो चुकी ज़मीन को वापस हासिल करना चाहते हैं.(bbc.com/hindi)