उत्तर पुस्तिका में हेराफेरी, पांच आरोपी गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 1 अक्टूबर। दंतेवाड़ा में कुटुंब न्यायालय में कार्य करने हेतु सहायक ग्रेड -3 और स्टेनोग्राफर पद हेतु नियुक्तियां की जानी थी। इस दौरान पांच आरोपियों द्वारा उत्तर पुस्तिका में हेरा-फेरी कर चयनित होने की साजिश रची गई। पुलिस द्वारा 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया। पुलिस द्वारा जानकारी में बताया गया कि कुटुंब न्यायालय में सहायक ग्रेड - 3 हेतु 4 पद और स्टेनोग्राफर हेतु एक पद पर नियुक्ति की जानी थी। इस हेतु विगत 14 सितंबर को कौशल परीक्षा आयोजित की गई। चयन समिति द्वारा न्यायाधीश को 23 सितंबर को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा उत्तर पुस्तिका में हेरा-फेरी और फर्जी हस्ताक्षर हस्ताक्षर की जानकारी दी गई। इसके आधार पर चयन समिति द्वारा थाना कोतवाली में कार्रवाई के लिए आवेदन दिया गया। पुलिस अधीक्षक गौरव राय द्वारा इस मामले में अपराध की गंभीरता की वजह से तत्काल कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। पुलिस द्वारा सहायक ग्रेड - 3 हेतु दीपक देवांगन, सावित्री अलेंद्र और प्रीति नेताम और जिला न्यायालय के रीडर पूनम यादव और गणेश मरकाम को उत्तर पुस्तिका में हेरा फेरी और फर्जी हस्ताक्षर कार्य करना पाया गया। पुलिस द्वारा संबंधित आरोपियों से इस संबंध में कड़ाई से पूछताछ की गई जिसमें उन्होंने हेरा-फेरी की स्वीकारोक्ति की। इसके आधार पर पुलिस द्वारा आरोपियों को जेल भेज दिया गया।

उत्तर पुस्तिका में हेराफेरी, पांच आरोपी गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 1 अक्टूबर। दंतेवाड़ा में कुटुंब न्यायालय में कार्य करने हेतु सहायक ग्रेड -3 और स्टेनोग्राफर पद हेतु नियुक्तियां की जानी थी। इस दौरान पांच आरोपियों द्वारा उत्तर पुस्तिका में हेरा-फेरी कर चयनित होने की साजिश रची गई। पुलिस द्वारा 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया। पुलिस द्वारा जानकारी में बताया गया कि कुटुंब न्यायालय में सहायक ग्रेड - 3 हेतु 4 पद और स्टेनोग्राफर हेतु एक पद पर नियुक्ति की जानी थी। इस हेतु विगत 14 सितंबर को कौशल परीक्षा आयोजित की गई। चयन समिति द्वारा न्यायाधीश को 23 सितंबर को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा उत्तर पुस्तिका में हेरा-फेरी और फर्जी हस्ताक्षर हस्ताक्षर की जानकारी दी गई। इसके आधार पर चयन समिति द्वारा थाना कोतवाली में कार्रवाई के लिए आवेदन दिया गया। पुलिस अधीक्षक गौरव राय द्वारा इस मामले में अपराध की गंभीरता की वजह से तत्काल कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। पुलिस द्वारा सहायक ग्रेड - 3 हेतु दीपक देवांगन, सावित्री अलेंद्र और प्रीति नेताम और जिला न्यायालय के रीडर पूनम यादव और गणेश मरकाम को उत्तर पुस्तिका में हेरा फेरी और फर्जी हस्ताक्षर कार्य करना पाया गया। पुलिस द्वारा संबंधित आरोपियों से इस संबंध में कड़ाई से पूछताछ की गई जिसमें उन्होंने हेरा-फेरी की स्वीकारोक्ति की। इसके आधार पर पुलिस द्वारा आरोपियों को जेल भेज दिया गया।