एसईसीएल ने रखा एससी-एसटी और महिला उद्यमियों के लिए वेंडर विकास कार्यक्रम

बिलासपुर, 14मई।एसईसीएल ने सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों (एमएसई) में एससी/एसटी और महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से मुख्यालय में एकविशेष वेंडर विकास कार्यक्रमआयोजित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छोटे उद्यमियों के लिए नए अवसर तलाशना और उन्हें सरकारी योजनाओं व पोर्टलों की जानकारी देकर व्यापारिक माहौल को अनुकूल बनाना था। कार्यक्रम में लघु उद्योगों के प्रतिनिधि और महिला उद्यमियों के संगठन से जुड़े सदस्य भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। सत्र के दौरान प्रतिभागियों को कई महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी गई,जिसमेंएमएसई,एससी-एसटी और महिला उद्यमियों के लिए जेम पोर्टलके प्रावधानों को लेकर जागरूकता बढ़ाना शामिल था। इसके साथ हीएमएसई अधिनियमके तहत लघु उद्योगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार की पहलों पर भी चर्चा हुई। प्रतिभागियों को एमएसई के लिए वित्तीय सहायता को आसान बनाने वालेटीआरईडीएस पोर्टलकी जानकारी भी दी गई और छत्तीसगढ़ में एमएसई उद्यमियों के लिए उपलब्ध संभावनाओं पर चर्चा की गई। साथ ही निविदा प्रक्रिया में अक्सर की जाने वाली सामान्य त्रुटियों को लेकर भी जागरूक किया गया। कार्यक्रम मेंएसईसीएल प्रबंधनने कहा कि हमारा प्रयास है किएससी-एसटी और महिला उद्यमियों को समान अवसर और आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया जाए,जिससे वे मुख्यधारा की आर्थिक गतिविधियों से जुड़ सकें। इस तरह के कार्यक्रम न सिर्फ भागीदारी बढ़ाते हैं,बल्किस्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करते हैं।

एसईसीएल ने रखा एससी-एसटी और महिला उद्यमियों के लिए वेंडर विकास कार्यक्रम
बिलासपुर, 14मई।एसईसीएल ने सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों (एमएसई) में एससी/एसटी और महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से मुख्यालय में एकविशेष वेंडर विकास कार्यक्रमआयोजित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छोटे उद्यमियों के लिए नए अवसर तलाशना और उन्हें सरकारी योजनाओं व पोर्टलों की जानकारी देकर व्यापारिक माहौल को अनुकूल बनाना था। कार्यक्रम में लघु उद्योगों के प्रतिनिधि और महिला उद्यमियों के संगठन से जुड़े सदस्य भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। सत्र के दौरान प्रतिभागियों को कई महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी दी गई,जिसमेंएमएसई,एससी-एसटी और महिला उद्यमियों के लिए जेम पोर्टलके प्रावधानों को लेकर जागरूकता बढ़ाना शामिल था। इसके साथ हीएमएसई अधिनियमके तहत लघु उद्योगों की भागीदारी बढ़ाने के लिए सरकार की पहलों पर भी चर्चा हुई। प्रतिभागियों को एमएसई के लिए वित्तीय सहायता को आसान बनाने वालेटीआरईडीएस पोर्टलकी जानकारी भी दी गई और छत्तीसगढ़ में एमएसई उद्यमियों के लिए उपलब्ध संभावनाओं पर चर्चा की गई। साथ ही निविदा प्रक्रिया में अक्सर की जाने वाली सामान्य त्रुटियों को लेकर भी जागरूक किया गया। कार्यक्रम मेंएसईसीएल प्रबंधनने कहा कि हमारा प्रयास है किएससी-एसटी और महिला उद्यमियों को समान अवसर और आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया जाए,जिससे वे मुख्यधारा की आर्थिक गतिविधियों से जुड़ सकें। इस तरह के कार्यक्रम न सिर्फ भागीदारी बढ़ाते हैं,बल्किस्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करते हैं।