कुबेरेश्वर धाम में सावन का पहला सोमवार:सीहोर में ढोल-ताशों के साथ निकली कावड़ यात्रा; भोले बाबा की वेशभूषा में पहुंचे श्रद्धालु

सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में सावन के पहले सोमवार पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंच रही है। शिवभक्त ढोल-ताशों के साथ कावड़ यात्रा कर रहे हैं। यात्रा में महिलाएं और पुरुष भोले बाबा, नंदी और भूतों की वेशभूषा में शामिल हुए हैं। सीवन नदी तट से शुरू होने वाली कावड़ यात्रा के मार्ग पर स्थानीय लोगों ने स्वागत पंडाल लगाए हैं। यहां कावड़ियों के लिए जलपान की व्यवस्था की गई है। सुबह पांच बजे से ही भगवान का विशेष अभिषेक शुरू हो गया। श्रद्धालु अलग-अलग नदियों का जल लेकर मंदिर पहुंच रहे छह अगस्त को पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में सीवन नदी तट से एक भव्य कावड़ यात्रा निकाली जाएगी। सावन माह में सैकड़ों श्रद्धालु अलग-अलग नदियों का जल लेकर चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर और कुबेरेश्वर महादेव मंदिर पहुंच रहे हैं। निशुल्क भोजन प्रसादी का हो रहा वितरण विठलेश सेवा समिति के मनोज दीक्षित के अनुसार, शहरी क्षेत्र और अन्य स्थानों पर कावड़ियों के लिए विश्राम की व्यवस्था की गई है। कुबेरेश्वर धाम को फूल बंगला से सजाया जा रहा है। श्रद्धालु बेलपत्र और कावड़ का जल लेकर महादेव को अर्पण कर रहे हैं। मंदिर परिसर में पंडित विनय मिश्रा और अन्य लोगों द्वारा निशुल्क भोजन प्रसादी का वितरण किया जा रहा है।

कुबेरेश्वर धाम में सावन का पहला सोमवार:सीहोर में ढोल-ताशों के साथ निकली कावड़ यात्रा; भोले बाबा की वेशभूषा में पहुंचे श्रद्धालु
सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में सावन के पहले सोमवार पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंच रही है। शिवभक्त ढोल-ताशों के साथ कावड़ यात्रा कर रहे हैं। यात्रा में महिलाएं और पुरुष भोले बाबा, नंदी और भूतों की वेशभूषा में शामिल हुए हैं। सीवन नदी तट से शुरू होने वाली कावड़ यात्रा के मार्ग पर स्थानीय लोगों ने स्वागत पंडाल लगाए हैं। यहां कावड़ियों के लिए जलपान की व्यवस्था की गई है। सुबह पांच बजे से ही भगवान का विशेष अभिषेक शुरू हो गया। श्रद्धालु अलग-अलग नदियों का जल लेकर मंदिर पहुंच रहे छह अगस्त को पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में सीवन नदी तट से एक भव्य कावड़ यात्रा निकाली जाएगी। सावन माह में सैकड़ों श्रद्धालु अलग-अलग नदियों का जल लेकर चितावलिया हेमा स्थित निर्माणाधीन मुरली मनोहर और कुबेरेश्वर महादेव मंदिर पहुंच रहे हैं। निशुल्क भोजन प्रसादी का हो रहा वितरण विठलेश सेवा समिति के मनोज दीक्षित के अनुसार, शहरी क्षेत्र और अन्य स्थानों पर कावड़ियों के लिए विश्राम की व्यवस्था की गई है। कुबेरेश्वर धाम को फूल बंगला से सजाया जा रहा है। श्रद्धालु बेलपत्र और कावड़ का जल लेकर महादेव को अर्पण कर रहे हैं। मंदिर परिसर में पंडित विनय मिश्रा और अन्य लोगों द्वारा निशुल्क भोजन प्रसादी का वितरण किया जा रहा है।