कलेक्टोरेट में भ्रष्टाचार का पोस्टर लगाने वाला कर्मचारी सस्पेंड:सीसीटीवी से पता चला महिला-बाल विकास विभाग का था कर्मचारी
कलेक्टोरेट में भ्रष्टाचार का पोस्टर लगाने वाला कर्मचारी सस्पेंड:सीसीटीवी से पता चला महिला-बाल विकास विभाग का था कर्मचारी
बालाघाट कलेक्टर कार्यालय में एक असामान्य घटना सामने आई है। महिला एवं बाल विकास विभाग के सहायक ग्रेड-3 कर्मचारी खिलेश डहाटे को सस्पेंड कर दिया गया है। डहाटे ने 8 मार्च की रात को कलेक्टर कार्यालय के विभागों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र चिपकाए थे। सीसीटीवी फुटेज से कर्मचारी की पहचान की गई। डहाटे ने कलेक्टर कक्ष और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के कक्षों में पत्र चिपकाए। उन्होंने सूचना पटल पर भी पत्र लगाए। इस घटना ने कलेक्टर कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कलेक्टर मृणाल मीणा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कर्मचारी को सस्पेंड किया। कोतवाली पुलिस ने मध्य प्रदेश संपत्ति विरूपण अधिनियम 1994 की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया है। निलंबन अवधि में डहाटे का मुख्यालय बालाघाट जिले के बैहर स्थित परियोजना कार्यालय निर्धारित किया गया है। प्रशासन ने उनके इस कार्य को कदाचरण माना है। वर्तमान में वे लांजी परियोजना में कार्यरत थे।
बालाघाट कलेक्टर कार्यालय में एक असामान्य घटना सामने आई है। महिला एवं बाल विकास विभाग के सहायक ग्रेड-3 कर्मचारी खिलेश डहाटे को सस्पेंड कर दिया गया है। डहाटे ने 8 मार्च की रात को कलेक्टर कार्यालय के विभागों में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र चिपकाए थे। सीसीटीवी फुटेज से कर्मचारी की पहचान की गई। डहाटे ने कलेक्टर कक्ष और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के कक्षों में पत्र चिपकाए। उन्होंने सूचना पटल पर भी पत्र लगाए। इस घटना ने कलेक्टर कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कलेक्टर मृणाल मीणा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कर्मचारी को सस्पेंड किया। कोतवाली पुलिस ने मध्य प्रदेश संपत्ति विरूपण अधिनियम 1994 की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया है। निलंबन अवधि में डहाटे का मुख्यालय बालाघाट जिले के बैहर स्थित परियोजना कार्यालय निर्धारित किया गया है। प्रशासन ने उनके इस कार्य को कदाचरण माना है। वर्तमान में वे लांजी परियोजना में कार्यरत थे।