खाद की कमी और कालाबाजारी, कांग्रेस का धरना प्रदर्शन और चक्काजाम

छत्तीसगढ़ संवाददाता अंबिकापुर, 29 अगस्त। खरीफ सीजन में खाद की कमी और कालाबाजारी,एग्री स्टेक पंजीयन में शिथिलता, फसल बीमा में मनमानी को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी सरगुजा ने शुक्रवार को जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नेतृत्व में ग्राम डिगमा में धरना प्रदर्शन कर बनारस रोड पर सांकेतिक चक्काजाम किया। किसानों की सहमति के बगैर फसल बीमा के प्रीमियम की कटौती, सिंचित क्षेत्र जिन्हें असिंचित घोषित किया गया है को पुन: सिंचित घोषित करने सहित 7 मांगे इस प्रदर्शन के दौरान रखी गई और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया। प्रदर्शन के दौरान किसानों और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि सरकार समितियों के माध्यम से तत्काल शासकीय दर पर किसानों को खाद उपलब्ध कराए, साथ ही खाद के कालाबाजारियों के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्यवाही करे। उन्होंने कहा कि खाद को लेकर सरकार के रवैया के कारण अच्छी बारिश के बावजूद किसानों का उत्पादन प्रभावित होने की संभावना बन रही है। पीसीसी उपाध्यक्ष जे पी श्रीवास्तव ने कहा कि भाजपा की सरकारों का लक्ष्य बड़े पूंजीपतियों के कल्याण है। किसान, जवान, महिला, पिछड़े, आदिवासी, दलित सहित देश के आम नागरिको का हित भाजपा सरकारों के कार्यसूची में नहीं आता। प्रदेश की विष्णुदेव साय की भाजपा सरकार भी इसी नीति का अनुसरण कर रही है। निगम में नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद ने विष्णुदेव साय सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ये सरकार जानबूझकर किसानों को खाद उपलब्ध नहीं करा रही है। सरकार का एकमात्र लक्ष्य धान उत्पादन को प्रभावित करना है। सरकार को लगता है कि खाद की कमी से किसान का धान उत्पादन कम होगा जिससे सरकार पर धान खरीदी का बोझ नहीं आएगा। धान खरीदने से बचने के लिए सरकार जानबूझकर किसानों को खाद नहीं उपलब्ध करा पा रही है। डी ए पी खाद की अनुपलब्धता को लेकर पीसीसी महामंत्री द्वितेन्द्र मिश्रा ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि रूस यूक्रेन युद्ध के बावजूद सरकार अम्बानी के लिए रूस से सस्ती कीमतों पर कच्चा तेल आयात कर रही है जिसका आम हिंदुस्तानियों को कोई फायदा नहीं है वहीं किसानों को डी ए पी खाद उपलब्ध कराने में युद्ध आड़े आ जा रहा है। सभा के दौरान पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने एग्री स्टेक पंजीयन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि धान खरीदी सहित किसानों से संबंधित सभी लाभ की योजनाओं को इससे जोड़ इसे अनिवार्य बना दिया गया है लेकिन किसानों के बीच में इसके प्रचार प्रसार में प्रशासन असंवेदनशील बना हुआ है। जिन किसानों को इसकी जानकारी है वे भी इसके पोर्टल की असफलता के कारण अपना पंजीयन नहीं करा पा रहे हैं। पंजीकरण के प्रति प्रशासन की यह असफलता धान खरीदी के सीजन में किसानों पर भारी पडऩे वाली है। पूर्व उपमुख्यमंत्री के निर्देश बनी आंदोलन की रणनीति पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव के द्वारा खरीफ़ सीजन की शुरुआत के साथ ही खाद की कमी को लेकर एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर सरकार को संदेश दिया था। इस प्रेसवार्ता के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस मुद्दे पर पूरे प्रदेश में आंदोलन किया था। अम्बिकापुर प्रवास के दौरान विगत सप्ताह कई किसान संगठनों ने पूर्व उपमुख्यमंत्री से मुलाकात कर खाद की कमी के साथ ही एग्री स्टेक पंजीयन की तकलीफों को बतलाया। पूर्व उपमुख्यमंत्री के निर्देश पर 26 अगस्त को जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा प्रशासन को 3 दिन में स्थिति ठीक करने के लिये ज्ञापन दिया था, जिसपर असफल रहने पर आज यह आंदोलन हुई। 28 अगस्त को प्रशासन के आमंत्रण पर पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्री राकेश गुप्ता के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासनिक अधिकारियों के एक टीम से वार्तालाप किया। इस बैठक में यह जानकारी सामने आई कि कांग्रेस के ज्ञापन के उपरांत प्रशासन ने 2000 मीट्रिक टन खाद का डिमांड प्रदेश सरकार को भेजा है। यह जानकारी भी दी गई कि संभवत: 30 अगस्त को रैक आ जायेगा, लेकिन भेजी जाने वाली मात्रा की जानकारी प्रशासन के द्वारा नहीं दी गई। अन्य बिंदुओं पर भी संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के कारण किसानों के समर्थन में आज के आंदोलन को यथावत रखने का निर्णय लिया गया। प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन को सिर्फ एक बात पर सहमति दी थी कि चक्काजाम प्रतीकात्मक रहेगा क्योंकि कांग्रेस अपने आंदोलन को जनहित के लिए करती है न कि आमजन को परेशान करने के लिए। सात सूत्रीय मांग का ज्ञापन देते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने अनुविभागीय अधिकारी अम्बिकापुर से यह उम्मीद जताई है कि प्रशासन त्वरित रूप से मांगों पर कार्यवाही करेगा। ऐसा नहीं होने पर कांग्रेस फिर सडक़ों पर उतरेगी। धरना, प्रदर्शन और सांकेतिक चक्काजाम के कार्यक्रम का संचालन दुर्गेश गुप्ता ने किया और आभार प्रदर्शन ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत सिन्हा ने किया। इस दौरान विनय शर्मा, इंद्रजीत सिंह धंजल, रामविनय सिंह, जगन्नाथ कुशवाहा, मुनेश्वर राजवाड़े, नारद गुप्ता, अनिल सिंह, शैलेंद्र सोनी,अनूप मेहता, जमील खान, लोकेश कुमार, विकल झा, प्रीति सिंह, आशीष शील, विक्रम सोनपाकर, संजय सिंह, वेदप्रकाश शर्मा, पापिन्दर सिंह, मेराज रंगरेज, जीवन यादव, चंद्रप्रकाश सिंह, रजनीश सिंह, नीतीश चौरसिया, सतीश बारी, विनय गुप्ता, विकास केशरी, प्रभात रंजन सिन्हा, प्रमोद चौधरी, उत्तम राजवाड़े, अविनाश कुमार, रामू घोष, दिलीप धर, विकास शर्मा,अमितेज सिंह, अमित सिंह, रोशन कन्नौजिया, विवेक पैकरा, जयंत राजवाड़े, मो आतिफ, पारस राजवाड़े, सरिता महंत, बालेश्वर तिर्की, सुरेंद्र गुप्ता, संजर नवाज, नेहा तिवारी, मोहरमोनीय, प्रिय सिंह, सरिता पैकरा, रंजना देवी, आशा सोनी, अनिता सिन्हा, संगीता मिंज, शकुंतला राजवाड़े, साधना राजवाड़े, लीला राजवाड़े, सोनिया राजवाड़े, रजमेन, देवंती राजवाड़े, रीता राजवाड़े, मंजू राजवाड़े, चंद्रकांती, सुनील सोनी, उमाशंकर सिंह, केदार सिन्हा, विकास कुमार सिंह, कृष्ण कुमार सेमर

खाद की कमी और कालाबाजारी, कांग्रेस का धरना प्रदर्शन और चक्काजाम
छत्तीसगढ़ संवाददाता अंबिकापुर, 29 अगस्त। खरीफ सीजन में खाद की कमी और कालाबाजारी,एग्री स्टेक पंजीयन में शिथिलता, फसल बीमा में मनमानी को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी सरगुजा ने शुक्रवार को जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नेतृत्व में ग्राम डिगमा में धरना प्रदर्शन कर बनारस रोड पर सांकेतिक चक्काजाम किया। किसानों की सहमति के बगैर फसल बीमा के प्रीमियम की कटौती, सिंचित क्षेत्र जिन्हें असिंचित घोषित किया गया है को पुन: सिंचित घोषित करने सहित 7 मांगे इस प्रदर्शन के दौरान रखी गई और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया। प्रदर्शन के दौरान किसानों और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने कहा कि सरकार समितियों के माध्यम से तत्काल शासकीय दर पर किसानों को खाद उपलब्ध कराए, साथ ही खाद के कालाबाजारियों के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्यवाही करे। उन्होंने कहा कि खाद को लेकर सरकार के रवैया के कारण अच्छी बारिश के बावजूद किसानों का उत्पादन प्रभावित होने की संभावना बन रही है। पीसीसी उपाध्यक्ष जे पी श्रीवास्तव ने कहा कि भाजपा की सरकारों का लक्ष्य बड़े पूंजीपतियों के कल्याण है। किसान, जवान, महिला, पिछड़े, आदिवासी, दलित सहित देश के आम नागरिको का हित भाजपा सरकारों के कार्यसूची में नहीं आता। प्रदेश की विष्णुदेव साय की भाजपा सरकार भी इसी नीति का अनुसरण कर रही है। निगम में नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद ने विष्णुदेव साय सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि ये सरकार जानबूझकर किसानों को खाद उपलब्ध नहीं करा रही है। सरकार का एकमात्र लक्ष्य धान उत्पादन को प्रभावित करना है। सरकार को लगता है कि खाद की कमी से किसान का धान उत्पादन कम होगा जिससे सरकार पर धान खरीदी का बोझ नहीं आएगा। धान खरीदने से बचने के लिए सरकार जानबूझकर किसानों को खाद नहीं उपलब्ध करा पा रही है। डी ए पी खाद की अनुपलब्धता को लेकर पीसीसी महामंत्री द्वितेन्द्र मिश्रा ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि रूस यूक्रेन युद्ध के बावजूद सरकार अम्बानी के लिए रूस से सस्ती कीमतों पर कच्चा तेल आयात कर रही है जिसका आम हिंदुस्तानियों को कोई फायदा नहीं है वहीं किसानों को डी ए पी खाद उपलब्ध कराने में युद्ध आड़े आ जा रहा है। सभा के दौरान पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने एग्री स्टेक पंजीयन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि धान खरीदी सहित किसानों से संबंधित सभी लाभ की योजनाओं को इससे जोड़ इसे अनिवार्य बना दिया गया है लेकिन किसानों के बीच में इसके प्रचार प्रसार में प्रशासन असंवेदनशील बना हुआ है। जिन किसानों को इसकी जानकारी है वे भी इसके पोर्टल की असफलता के कारण अपना पंजीयन नहीं करा पा रहे हैं। पंजीकरण के प्रति प्रशासन की यह असफलता धान खरीदी के सीजन में किसानों पर भारी पडऩे वाली है। पूर्व उपमुख्यमंत्री के निर्देश बनी आंदोलन की रणनीति पूर्व उपमुख्यमंत्री टी एस सिंहदेव के द्वारा खरीफ़ सीजन की शुरुआत के साथ ही खाद की कमी को लेकर एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर सरकार को संदेश दिया था। इस प्रेसवार्ता के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस मुद्दे पर पूरे प्रदेश में आंदोलन किया था। अम्बिकापुर प्रवास के दौरान विगत सप्ताह कई किसान संगठनों ने पूर्व उपमुख्यमंत्री से मुलाकात कर खाद की कमी के साथ ही एग्री स्टेक पंजीयन की तकलीफों को बतलाया। पूर्व उपमुख्यमंत्री के निर्देश पर 26 अगस्त को जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा प्रशासन को 3 दिन में स्थिति ठीक करने के लिये ज्ञापन दिया था, जिसपर असफल रहने पर आज यह आंदोलन हुई। 28 अगस्त को प्रशासन के आमंत्रण पर पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्री राकेश गुप्ता के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासनिक अधिकारियों के एक टीम से वार्तालाप किया। इस बैठक में यह जानकारी सामने आई कि कांग्रेस के ज्ञापन के उपरांत प्रशासन ने 2000 मीट्रिक टन खाद का डिमांड प्रदेश सरकार को भेजा है। यह जानकारी भी दी गई कि संभवत: 30 अगस्त को रैक आ जायेगा, लेकिन भेजी जाने वाली मात्रा की जानकारी प्रशासन के द्वारा नहीं दी गई। अन्य बिंदुओं पर भी संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के कारण किसानों के समर्थन में आज के आंदोलन को यथावत रखने का निर्णय लिया गया। प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन को सिर्फ एक बात पर सहमति दी थी कि चक्काजाम प्रतीकात्मक रहेगा क्योंकि कांग्रेस अपने आंदोलन को जनहित के लिए करती है न कि आमजन को परेशान करने के लिए। सात सूत्रीय मांग का ज्ञापन देते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने अनुविभागीय अधिकारी अम्बिकापुर से यह उम्मीद जताई है कि प्रशासन त्वरित रूप से मांगों पर कार्यवाही करेगा। ऐसा नहीं होने पर कांग्रेस फिर सडक़ों पर उतरेगी। धरना, प्रदर्शन और सांकेतिक चक्काजाम के कार्यक्रम का संचालन दुर्गेश गुप्ता ने किया और आभार प्रदर्शन ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत सिन्हा ने किया। इस दौरान विनय शर्मा, इंद्रजीत सिंह धंजल, रामविनय सिंह, जगन्नाथ कुशवाहा, मुनेश्वर राजवाड़े, नारद गुप्ता, अनिल सिंह, शैलेंद्र सोनी,अनूप मेहता, जमील खान, लोकेश कुमार, विकल झा, प्रीति सिंह, आशीष शील, विक्रम सोनपाकर, संजय सिंह, वेदप्रकाश शर्मा, पापिन्दर सिंह, मेराज रंगरेज, जीवन यादव, चंद्रप्रकाश सिंह, रजनीश सिंह, नीतीश चौरसिया, सतीश बारी, विनय गुप्ता, विकास केशरी, प्रभात रंजन सिन्हा, प्रमोद चौधरी, उत्तम राजवाड़े, अविनाश कुमार, रामू घोष, दिलीप धर, विकास शर्मा,अमितेज सिंह, अमित सिंह, रोशन कन्नौजिया, विवेक पैकरा, जयंत राजवाड़े, मो आतिफ, पारस राजवाड़े, सरिता महंत, बालेश्वर तिर्की, सुरेंद्र गुप्ता, संजर नवाज, नेहा तिवारी, मोहरमोनीय, प्रिय सिंह, सरिता पैकरा, रंजना देवी, आशा सोनी, अनिता सिन्हा, संगीता मिंज, शकुंतला राजवाड़े, साधना राजवाड़े, लीला राजवाड़े, सोनिया राजवाड़े, रजमेन, देवंती राजवाड़े, रीता राजवाड़े, मंजू राजवाड़े, चंद्रकांती, सुनील सोनी, उमाशंकर सिंह, केदार सिन्हा, विकास कुमार सिंह, कृष्ण कुमार सेमरिया आदि उपस्थित थे।