जबलपुर में बाल संप्रेक्षण गृह से फरार हुए 8 नाबालिग:चौकीदार को ताला मारकर घायल किया, मोबाइल-चाबी छीनी; छत से कूदकर भागे
जबलपुर में बाल संप्रेक्षण गृह से फरार हुए 8 नाबालिग:चौकीदार को ताला मारकर घायल किया, मोबाइल-चाबी छीनी; छत से कूदकर भागे
जबलपुर के गोकलपुरा स्थित बाल संप्रेषण गृह से सोमवार रात 8 नाबालिग फरार हो गए। भागने से पहले उन्होंने चौकीदार से गेट की चाबी छीनने की कोशिश की। इस दौरान चौकीदार को सिर पर लोहे का ताला मारकर घायल कर दिया। इसके बाद सभी छत पर पहुंचे और फिर कूदकर फरार हो गए। घटना की जानकारी तुरंत ही रांझी थाना पुलिस के साथ अधिकारियों को दी गई। बाल संप्रेक्षण गृह के अधिकारियों के साथ पुलिस मौके पर पहुंची। फरार नाबालिगों की तलाश की जा रही है। चौकीदार की जुबानी नाबालिगों के भागने की पूरी कहानी... चौकीदार राजेंद्र कुमार पटेल ने बताया रात करीब 8 बजे सभी ने खाना खाया। उसके बाद अपने-अपने रूम में चले गए। देर रात मैं गेट पर बैठकर ड्यूटी कर रहा था। इस दौरान 8 नाबालिग मेरे पास पहुंचे और चाबी मांगने लगे। मैंने उन्हें समझाया और कमरे में जाने को कहा। इस बीच उन्होंने मेरे सिर पर ताले से हमला कर दिया। इसके बाद छत के दरवाजे की चाबी छीनी और ऊपर का दरवाजा खोलकर छत के रास्ते से फरार हो गए। फरार होने से पहले नाबालिग आरोपी चौकीदार का मोबाइल भी छीनकर ले गए। जानकारी के मुताबिक फरार होने से पहले एक नाबालिग आरोपी ने चौकीदार का मोबाइल छीनकर अपने पिता को फोन करके यह बताया था कि वह लोग बाल संप्रेषण गृह से फरार हो गए हैं, जिसके बाद नाबालिग आरोपी के पिता ने बाकायदा मेन रोड पर अपनी कार खड़ी कर रखी थी। माना जा रहा है कि फरार आरोपियों को कार से ले जाया गया है। बाल संप्रेषण गृह से फरा सभी नाबालिग 17 से साढ़े 17 साल के हैं। करीब 15 दिन पहले ही जबलपुर पुलिस ने फरार तीन से चार लड़कों को अवैध पिस्तौल लेकर घूमने, मारपीट करने के आरोप में पकड़कर बाल न्यायालय में पेश किया था, जिसके बाद इन्हें बाल संप्रेषण भेजा गया था। बताया जा रहा है कि फरार हुए सभी नाबालिग आदतन अपराधी हैं, जो इससे पहले भी कई बार बाल संप्रेषण गृह में आ चुके हैं।
जबलपुर के गोकलपुरा स्थित बाल संप्रेषण गृह से सोमवार रात 8 नाबालिग फरार हो गए। भागने से पहले उन्होंने चौकीदार से गेट की चाबी छीनने की कोशिश की। इस दौरान चौकीदार को सिर पर लोहे का ताला मारकर घायल कर दिया। इसके बाद सभी छत पर पहुंचे और फिर कूदकर फरार हो गए। घटना की जानकारी तुरंत ही रांझी थाना पुलिस के साथ अधिकारियों को दी गई। बाल संप्रेक्षण गृह के अधिकारियों के साथ पुलिस मौके पर पहुंची। फरार नाबालिगों की तलाश की जा रही है। चौकीदार की जुबानी नाबालिगों के भागने की पूरी कहानी... चौकीदार राजेंद्र कुमार पटेल ने बताया रात करीब 8 बजे सभी ने खाना खाया। उसके बाद अपने-अपने रूम में चले गए। देर रात मैं गेट पर बैठकर ड्यूटी कर रहा था। इस दौरान 8 नाबालिग मेरे पास पहुंचे और चाबी मांगने लगे। मैंने उन्हें समझाया और कमरे में जाने को कहा। इस बीच उन्होंने मेरे सिर पर ताले से हमला कर दिया। इसके बाद छत के दरवाजे की चाबी छीनी और ऊपर का दरवाजा खोलकर छत के रास्ते से फरार हो गए। फरार होने से पहले नाबालिग आरोपी चौकीदार का मोबाइल भी छीनकर ले गए। जानकारी के मुताबिक फरार होने से पहले एक नाबालिग आरोपी ने चौकीदार का मोबाइल छीनकर अपने पिता को फोन करके यह बताया था कि वह लोग बाल संप्रेषण गृह से फरार हो गए हैं, जिसके बाद नाबालिग आरोपी के पिता ने बाकायदा मेन रोड पर अपनी कार खड़ी कर रखी थी। माना जा रहा है कि फरार आरोपियों को कार से ले जाया गया है। बाल संप्रेषण गृह से फरा सभी नाबालिग 17 से साढ़े 17 साल के हैं। करीब 15 दिन पहले ही जबलपुर पुलिस ने फरार तीन से चार लड़कों को अवैध पिस्तौल लेकर घूमने, मारपीट करने के आरोप में पकड़कर बाल न्यायालय में पेश किया था, जिसके बाद इन्हें बाल संप्रेषण भेजा गया था। बताया जा रहा है कि फरार हुए सभी नाबालिग आदतन अपराधी हैं, जो इससे पहले भी कई बार बाल संप्रेषण गृह में आ चुके हैं।