डोनाल्ड ट्रंप पर हमले के बाद पत्नी मेलानिया ने क्या कहा?

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ने कहा है कि प्यार, अलग-अलग विचारधारा, नीति और राजनीति से ऊपर है. शनिवार को पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक रैली में डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के बाद उनकी पत्नी मेलानिया ने एक बयान जारी कर देशवासियों से एकजुट रहने की अपील की है. अब से थोड़ी देर पहले मेलानिया ने ट्रंप के एक्स हैंडल पर दो पन्नों का एक बयान पोस्ट किया जिसमें उन्होंन लिखा, जब मैंने देखा कि एक गोली मेरे पति डोनाल्ड ट्रंप को लगी, तो मुझे अहसास हुआ कि मेरी ज़िंदगी, हमारी ज़िंदगी एक बड़े बदलाव के मोड़ पर है. उन्होंने लिखा, मैं सीक्रेट सर्विस एजेंटों और लॉ एनफोर्समेन्ट अधिकारियों की शुक्रगुज़ार हूँ जिन्होंने अपनी जान जोख़िम में डालकर मेरे पति की जान बचाई है. इस घृणित कृत्य के कारण जो मासूम लोग हताहत हुए हैं मेरी संवेदना उनके परिवारों के साथ है. हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि अलग-अलग विचारधारा, नीति और राजनीति क्यों न हो, ये सब प्यार से बढ़कर नहीं है. हमें ये याद रखना चाहिए कि किसी दिन जब हम वामपंथ या दक्षिणपंथ, या लाल या नीले से हटकर देखेंगे तो हम सभी ऐसे परिवारों से आए हैं जिनमें एक बेहतर ज़िंदगी के लिए लड़ने का जूनून है.(bbc.com/hindi)

डोनाल्ड ट्रंप पर हमले के बाद पत्नी मेलानिया ने क्या कहा?
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ने कहा है कि प्यार, अलग-अलग विचारधारा, नीति और राजनीति से ऊपर है. शनिवार को पेंसिल्वेनिया के बटलर में एक रैली में डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के बाद उनकी पत्नी मेलानिया ने एक बयान जारी कर देशवासियों से एकजुट रहने की अपील की है. अब से थोड़ी देर पहले मेलानिया ने ट्रंप के एक्स हैंडल पर दो पन्नों का एक बयान पोस्ट किया जिसमें उन्होंन लिखा, जब मैंने देखा कि एक गोली मेरे पति डोनाल्ड ट्रंप को लगी, तो मुझे अहसास हुआ कि मेरी ज़िंदगी, हमारी ज़िंदगी एक बड़े बदलाव के मोड़ पर है. उन्होंने लिखा, मैं सीक्रेट सर्विस एजेंटों और लॉ एनफोर्समेन्ट अधिकारियों की शुक्रगुज़ार हूँ जिन्होंने अपनी जान जोख़िम में डालकर मेरे पति की जान बचाई है. इस घृणित कृत्य के कारण जो मासूम लोग हताहत हुए हैं मेरी संवेदना उनके परिवारों के साथ है. हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि अलग-अलग विचारधारा, नीति और राजनीति क्यों न हो, ये सब प्यार से बढ़कर नहीं है. हमें ये याद रखना चाहिए कि किसी दिन जब हम वामपंथ या दक्षिणपंथ, या लाल या नीले से हटकर देखेंगे तो हम सभी ऐसे परिवारों से आए हैं जिनमें एक बेहतर ज़िंदगी के लिए लड़ने का जूनून है.(bbc.com/hindi)