दवा दुकान संचालक ने लगाया गलत इंजेक्शन, बच्चे की मौत, आरोपी फरार

छत्तीसगढ़संवाददाता कुरुद, 11 अगस्त। स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते गाँव गाँव में झोलाछाप कथित डॉक्टर इलाज के नाम पर लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। इन्ही के नक्शे कदम पर चलते हुए नगर के कई दवा दुकान संचालक मेडिसिन बेचने के साथ साथ ईलाज करने लगे हैं। जिसके चलते मरीजों पर जीवन का संकट गहराने लगा है। ऐसे ही एक मामले में एक मासूम बालक को अपने प्राण गंवाने पड़े। पुलिस फरार झोलाछाप की तलाश में जुटी है। रविवार को ऐसे ही एक मामले की शिकायत लेकर कुरुद थाना पहुंचे डांडेसरा निवासी रेवाराम साहू ने बताया कि वायरल फीवर से पीडि़त 12 साल के बेटे को नगर के मुख्य मार्ग में स्थित अशोक मेडिकल स्टोर में लेकर गया था। जहां संचालक अशोक शर्मा ने बेटे नीरज साहू को इलाज के नाम पर इंजेक्शन लगा दिया। दस मिनट में ही बच्चे के मुंह से झाग निकलने लगा और वह अचेत होकर वहीं गिर पड़ा। स्थिति बिगड़ते देख अशोक शर्मा ने ही उसे बाइक से सिविल अस्पताल कुरूद पहुंचाया। जहाँ डॉक्टरों ने जांच के बाद बालक को मृत घोषित कर दिया। मृतक के पिता रेवाराम साहू ने झोलाछाप डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि गलत इलाज से बेटे की जान गई। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों को रुपये पैसों का लालच देकर थाने के बाहर समझौता करने का प्रयास आरोपी के करीबी लोगों द्वारा किया गया। लेकिन एसडीओपी रागिनी मिश्रा ने ऐसे होने नहीं दिया। कुरूद पुलिस ने अस्पताल मेमो और परिजनों के बयान दर्ज कर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की। तबतक आरोपी अपने दुकान मकान में तालाबंदी कर फरार हो गया। एसडीओपी ने बताया कि मृतक के परिजनों ने अशोक शर्मा पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। पहले परिजन पोस्टमार्टम कराने से मना कर रहे थे। समझाने पर वे राजी हुए। पोस्टमार्टम एवं बिसरा रिपोर्ट आने के बाद एफआईआर दर्ज कर आरोपी को कानून के सिकंजे में कसा जाएगा। हम उनकी ड्रिगियों की जांच भी जांच करा रहे हैं। इस बारे में धमतरी सीएमएचओ डॉ. यूएल कौशिक ने बताया कि कुरूद एसडीओपी ने घटना की जानकारी दी है। जिसमें परिजनों ने आरोप लगाया कि गलत इलाज से बच्चे की संदिग्ध मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग मामले की जांच करेगा। बाहरहाल विडंबना यह है कि नगर सहित पूरे क्षेत्र में झोलाछाप लोगों द्वारा बिना डिग्री के इलाज किया जा रहा हैं। गाँव में ऐसे कथित डॉक्टर छोटे मोटे ऑपरेशन से लेकर कई असाध्य रोगों का इलाज करने सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था के समनांतर सिस्टम बना रखा है। भोले भाले ग्रामीण शहरों में डॉक्टरों की बढ़ी फीस और महंगे इलाज से बचने इन झोलाछाप के हाथों अपनी काया सौपने विवश हैं। स्वास्थ्य विभाग इस मामले पर मौन साधे बैठा है। जिसके चलते आये दिन गरीब तबके के लोग गलत इलाज का शिकार बन अपने प्राण गंवा रहे हैं।

दवा दुकान संचालक ने लगाया गलत  इंजेक्शन,  बच्चे की मौत, आरोपी फरार
छत्तीसगढ़संवाददाता कुरुद, 11 अगस्त। स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते गाँव गाँव में झोलाछाप कथित डॉक्टर इलाज के नाम पर लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। इन्ही के नक्शे कदम पर चलते हुए नगर के कई दवा दुकान संचालक मेडिसिन बेचने के साथ साथ ईलाज करने लगे हैं। जिसके चलते मरीजों पर जीवन का संकट गहराने लगा है। ऐसे ही एक मामले में एक मासूम बालक को अपने प्राण गंवाने पड़े। पुलिस फरार झोलाछाप की तलाश में जुटी है। रविवार को ऐसे ही एक मामले की शिकायत लेकर कुरुद थाना पहुंचे डांडेसरा निवासी रेवाराम साहू ने बताया कि वायरल फीवर से पीडि़त 12 साल के बेटे को नगर के मुख्य मार्ग में स्थित अशोक मेडिकल स्टोर में लेकर गया था। जहां संचालक अशोक शर्मा ने बेटे नीरज साहू को इलाज के नाम पर इंजेक्शन लगा दिया। दस मिनट में ही बच्चे के मुंह से झाग निकलने लगा और वह अचेत होकर वहीं गिर पड़ा। स्थिति बिगड़ते देख अशोक शर्मा ने ही उसे बाइक से सिविल अस्पताल कुरूद पहुंचाया। जहाँ डॉक्टरों ने जांच के बाद बालक को मृत घोषित कर दिया। मृतक के पिता रेवाराम साहू ने झोलाछाप डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि गलत इलाज से बेटे की जान गई। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों को रुपये पैसों का लालच देकर थाने के बाहर समझौता करने का प्रयास आरोपी के करीबी लोगों द्वारा किया गया। लेकिन एसडीओपी रागिनी मिश्रा ने ऐसे होने नहीं दिया। कुरूद पुलिस ने अस्पताल मेमो और परिजनों के बयान दर्ज कर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की। तबतक आरोपी अपने दुकान मकान में तालाबंदी कर फरार हो गया। एसडीओपी ने बताया कि मृतक के परिजनों ने अशोक शर्मा पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। पहले परिजन पोस्टमार्टम कराने से मना कर रहे थे। समझाने पर वे राजी हुए। पोस्टमार्टम एवं बिसरा रिपोर्ट आने के बाद एफआईआर दर्ज कर आरोपी को कानून के सिकंजे में कसा जाएगा। हम उनकी ड्रिगियों की जांच भी जांच करा रहे हैं। इस बारे में धमतरी सीएमएचओ डॉ. यूएल कौशिक ने बताया कि कुरूद एसडीओपी ने घटना की जानकारी दी है। जिसमें परिजनों ने आरोप लगाया कि गलत इलाज से बच्चे की संदिग्ध मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग मामले की जांच करेगा। बाहरहाल विडंबना यह है कि नगर सहित पूरे क्षेत्र में झोलाछाप लोगों द्वारा बिना डिग्री के इलाज किया जा रहा हैं। गाँव में ऐसे कथित डॉक्टर छोटे मोटे ऑपरेशन से लेकर कई असाध्य रोगों का इलाज करने सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था के समनांतर सिस्टम बना रखा है। भोले भाले ग्रामीण शहरों में डॉक्टरों की बढ़ी फीस और महंगे इलाज से बचने इन झोलाछाप के हाथों अपनी काया सौपने विवश हैं। स्वास्थ्य विभाग इस मामले पर मौन साधे बैठा है। जिसके चलते आये दिन गरीब तबके के लोग गलत इलाज का शिकार बन अपने प्राण गंवा रहे हैं।