छत्तीसगढ़ संवाददाता
जशपुरनगर, 24 मई। जशपुर जिले में पुलिस ने एक जटिल और रहस्यमयी हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए प्रेम प्रसंग से जुड़े अंधे कत्ल का पर्दाफाश किया है। यह मामला बगीचा थाना क्षेत्र के ग्राम बटूंगा का है, जहां एक युवती की मौत को पहले आत्महत्या करार दिया गया था, परंतु परिजनों की शिकायत पर पुलिस की सूक्ष्म जांच और फॉरेंसिक विशेषज्ञों की रिपोर्ट ने इसे एक सुनियोजित हत्या साबित कर दिया।
पुलिस के अनुसार प्रार्थी सरपंच ग्राम पंचायत बटूंगा, नकुल साय ने 6 अप्रैल को थाना बगीचा में मर्ग दर्ज कराया था कि उसकी बड़ी बेटी प्रतिमा बाई (25 वर्ष) 5 अप्रैल को दोपहर करीब एक बजे से घर वालों को बिना बताए कहीं चली गई थी, जो कि शाम तक वापस नहीं लौटी, तो घर वाले उसकी पता साजी कर रहे थे, इसी दौरान 6 अप्रैल को गांव के जुल्फी टोंगरी जंगल में उसकी बेटी प्रतिमा बाई का शव एक पेड़ में फांसी से लटका मिला।
पुलिस के द्वारा तत्काल मर्ग दर्ज कर,घटना स्थल जाकर शव का पंचनामा कर, डॉक्टर के द्वारा शव का पोस्ट मार्डम कराया गया। डॉक्टर द्वारा लापरवाही पूर्वक पीएम करते हुए पीएम रिपोर्ट को सुसाइडल लेख किया गया था । किंतु मृतिका के परिजनों के द्वारा ,किसी के द्वारा हत्या कर शव को फांसी में टांग देने की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर से की गई थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी बगीचा को सूक्ष्मता से जांच करने का निर्देश दिए थे। जांच में मृत्यु संदेहास्पद पाए जाने से पी एम रीपोर्ट को मय फोटोग्राफ, केस डायरी सहित फॉरेंसिक मेडिसिन विशेषज्ञ, मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर भेजा गया, फॉरेंसिक मेडिसिन विशेषज्ञ , डॉ . रवि किरण तिर्की व डॉ. सुनील खाखा के द्वारा जांच उपरांत अपनी रिपोर्ट में मृत्यु का कारण,गला दबाकर हत्यात्मक लेख करने पर, पुलिस के द्वारा थाना बगीचा में हत्या के लिए बीएनएस की धारा 103(1),238(ए) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया।
चूंकि मामला महिला के हत्या कर शव को फांसी में टांगने से संबंधित था, व आरोपी अज्ञात था। अत: पुलिस के द्वारा हत्या के क्या संभावित कारण हो सकते हैं, उनके ऊपर बारीकी से तफ्तीश कर रही थी, कि कहीं मृतिका का किसी से विवाद तो नहीं था।
इसी दौरान पुलिस को मालूम चला कि मृतिका का प्रेम संबंध, गांव के ही आरोपी प्रमोद राम के साथ कई वर्षों से चल रहा था, तथा उसकी शादी घर वालों ने कहीं और तय कर दी थी, पुलिस ने जब उस दिशा में अपनी जांच तेज की, व मृतिका के घर वालों से भी पूछताछ करने पर, उन्होंने भी आरोपी प्रमोद राम के ऊपर, मृतिका की हत्या कर फांसी में टांग देने हेतु संदेह जाहिर किया। जांच के दौरान पुलिस को मुखबीर के जरिए मालूम चला कि घटना दिनांक को आरोपी प्रमोद राम, मृतिका प्रतिमा बाई से मिलने जंगल गया था, व पुलिस की टेक्निकल टीम की मदद से भी यह बात स्पष्ट हो गई कि, मृतिका की फोन पर अंतिम बार, आरोपी प्रमोद राम से ही बातचीत हुई थी।
छत्तीसगढ़ संवाददाता
जशपुरनगर, 24 मई। जशपुर जिले में पुलिस ने एक जटिल और रहस्यमयी हत्या की गुत्थी को सुलझाते हुए प्रेम प्रसंग से जुड़े अंधे कत्ल का पर्दाफाश किया है। यह मामला बगीचा थाना क्षेत्र के ग्राम बटूंगा का है, जहां एक युवती की मौत को पहले आत्महत्या करार दिया गया था, परंतु परिजनों की शिकायत पर पुलिस की सूक्ष्म जांच और फॉरेंसिक विशेषज्ञों की रिपोर्ट ने इसे एक सुनियोजित हत्या साबित कर दिया।
पुलिस के अनुसार प्रार्थी सरपंच ग्राम पंचायत बटूंगा, नकुल साय ने 6 अप्रैल को थाना बगीचा में मर्ग दर्ज कराया था कि उसकी बड़ी बेटी प्रतिमा बाई (25 वर्ष) 5 अप्रैल को दोपहर करीब एक बजे से घर वालों को बिना बताए कहीं चली गई थी, जो कि शाम तक वापस नहीं लौटी, तो घर वाले उसकी पता साजी कर रहे थे, इसी दौरान 6 अप्रैल को गांव के जुल्फी टोंगरी जंगल में उसकी बेटी प्रतिमा बाई का शव एक पेड़ में फांसी से लटका मिला।
पुलिस के द्वारा तत्काल मर्ग दर्ज कर,घटना स्थल जाकर शव का पंचनामा कर, डॉक्टर के द्वारा शव का पोस्ट मार्डम कराया गया। डॉक्टर द्वारा लापरवाही पूर्वक पीएम करते हुए पीएम रिपोर्ट को सुसाइडल लेख किया गया था । किंतु मृतिका के परिजनों के द्वारा ,किसी के द्वारा हत्या कर शव को फांसी में टांग देने की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर से की गई थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने थाना प्रभारी बगीचा को सूक्ष्मता से जांच करने का निर्देश दिए थे। जांच में मृत्यु संदेहास्पद पाए जाने से पी एम रीपोर्ट को मय फोटोग्राफ, केस डायरी सहित फॉरेंसिक मेडिसिन विशेषज्ञ, मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर भेजा गया, फॉरेंसिक मेडिसिन विशेषज्ञ , डॉ . रवि किरण तिर्की व डॉ. सुनील खाखा के द्वारा जांच उपरांत अपनी रिपोर्ट में मृत्यु का कारण,गला दबाकर हत्यात्मक लेख करने पर, पुलिस के द्वारा थाना बगीचा में हत्या के लिए बीएनएस की धारा 103(1),238(ए) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया।
चूंकि मामला महिला के हत्या कर शव को फांसी में टांगने से संबंधित था, व आरोपी अज्ञात था। अत: पुलिस के द्वारा हत्या के क्या संभावित कारण हो सकते हैं, उनके ऊपर बारीकी से तफ्तीश कर रही थी, कि कहीं मृतिका का किसी से विवाद तो नहीं था।
इसी दौरान पुलिस को मालूम चला कि मृतिका का प्रेम संबंध, गांव के ही आरोपी प्रमोद राम के साथ कई वर्षों से चल रहा था, तथा उसकी शादी घर वालों ने कहीं और तय कर दी थी, पुलिस ने जब उस दिशा में अपनी जांच तेज की, व मृतिका के घर वालों से भी पूछताछ करने पर, उन्होंने भी आरोपी प्रमोद राम के ऊपर, मृतिका की हत्या कर फांसी में टांग देने हेतु संदेह जाहिर किया। जांच के दौरान पुलिस को मुखबीर के जरिए मालूम चला कि घटना दिनांक को आरोपी प्रमोद राम, मृतिका प्रतिमा बाई से मिलने जंगल गया था, व पुलिस की टेक्निकल टीम की मदद से भी यह बात स्पष्ट हो गई कि, मृतिका की फोन पर अंतिम बार, आरोपी प्रमोद राम से ही बातचीत हुई थी।