फुट कैंप शिविर से दिव्यांगों का बदला जीवन

प्रशासन और महावीर सेवा समिति का आयोजन छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 14 जून। जिला प्रशासन और सेवा समिति जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में जिला मुख्यालय के इंदौर स्टेडियम में शुक्रवार को फुट कैंप शिविर का आयोजन किया गया। इसमें विधायक चैतराम अटामी द्वारा कटेकल्याण और गीदम विकासखंड के दिव्यांगों को कृत्रिम उपकरण कृत्रिम हाथ - पैर, कैलिपर्स, व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र, सामान्य ट्रायसिकल, वॉकर, बैसाखी और छड़ी जैसे उपकरण वितरित किए गए। कार्यक्रम में विधायक चैतराम अटामी ने आयोजन को सराहनीय पहल बताते हुए कहा कि भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति, जयपुर एवं जिला प्रशासन के सहयोग से जिला दंतेवाड़ा में दिव्यांगजनों एवं वृद्धजनों के लिए 3 दिवसीय जयपुर फुट कैंप का आयोजन किया जा रहा है। आज इस फुट कैंप के माध्यम से दूरदराज गांव से आए दिव्यांग एवं वृद्धजन लाभान्वित हुए है। उनका जीवन पहले से आसान हुआ है। दंतेवाड़ा जिला छत्तीसगढ़ के आखिरी छोर पर है जो आंध्रप्रदेश एवं ओडिशा राज्य से घिरा हुआ है। ऐसी भौगोलिक परिस्थिति में रहने वाले निवासियों के लिए ऐसे शिविर का आयोजन और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति, के विशेषज्ञ सुदूर राजस्थान के जयपुर से शिविर का आयोजन करने यहां आए हैं।इस मानवतापूर्ण प्रयास के लिए विशेषज्ञों और पूरी टीम का मैं अभिनंदन करता हूं। विधायक ने कहां कि महावीर दिव्यांग सहायता समिति के फाउंडर व चीफ पैटर्न बीएमवीएसएस डी.आर.मेहता रिटायर्ड (आईएएस 1961 बैच) के बारे बताते हुए कहा कि उन्होंने पहले देश की सेवा की और सेवानिवृत्ति के बाद जन-जन की सेवा कर रहे है। और जीवन के इस पड़ाव में भी उनका उत्साह कम नहीं हुआ है और वे सभी के लिए प्रेरणादायक है। तहे दिल से वे उनके आभारी है। अधिकतम दिव्यांगों को लाभ महावीर दिव्यांग सहायता समिति के फाउंडर व चीफ पैटर्न बीएमवीएसएस डी.आर.मेहता ने इस मौके पर कहा कि आज हमारी समिति को मुख्यालय दन्तेवाड़ा में शिविर आयोजन का अवसर मिला। यह एक सुदूर क्षेत्र है, दूसरे यहां के दिव्यांग एवं वृद्धजनों को उपकरण एवं कृत्रिम अंग सहज उपलब्ध नहीं हो पाते और उन्हे पूरा विश्वास है कि इस शिविर के माध्यम से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित होगें। इसमें जिला प्रशासन का भी महत्वपूर्ण योगदान है जिनके माध्यम से दिव्यांगजनों का सर्वे कराया गया। हमारा प्रयास रहेगा कि अधिक से अधिक साधनहीन लोगों को सहायता मुहैया कराये। सबसे बड़ी बात यह है कि प्रदाय किये जा रहे कृत्रिम अंग और उपकरण पूर्णत: नि:शुल्क है उन्होने आशा व्यक्त किया कि प्रशासन इन उपकरणों के प्रदाय की स्थाई व्यवस्था करेगा, ताकि दिव्यांगों को इस प्रकार की सामग्री देने में आसानी हो। तत्काल उपलब्ध होंगे यंत्र एसडीएम जयंत नाहटा ने इस मौके पर कहा कि शिविर के माध्यम से दिव्यांगजनों एवं वृद्धजनों को प्रमाण पत्र, हेल्थ किट, उपकरण, व्हीलचेयर एक मंच के नीचे मिल रहा है। साथ ही दिव्यांग प्रमाण पत्र प्राप्त होने से शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आसानी से उन्हें मिल सकेगा। इसके अलावा पंजीयन काउंटर की व्यवस्था के माध्यम से नेत्र रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ एवं अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों के द्वारा भी दिव्यांगजनों एवं वृद्धजनों की जांच की जावेगी। साथ ही उन्होने कहा कि शिविर में दिव्यांग व्यक्ति को किसी भी प्रकार के कृत्रिम अंग की आवश्यकता होगी तो उसे तत्काल बनाकर उन्हे उपलब्ध कराया जा सकेगा। वर्तमान में ऐसे-ऐसे आधुनिक उपकरण उपलब्ध है जो प्राकृतिक शारीरिक अंगों के समकक्ष कार्य निपटाने में सक्षम है। इन उपकरणों के सहायता से दिव्यांगजन बिना किसी मदद के अपने कार्य बड़े आराम से कर सकते हैं। इस अवसर पर अध्यक्ष पायल गुप्ता धीरेंद्र प्रताप, एसपी गौरव राय, सीईओ कुमार बिश्वरंजन, संतोष टोप्पो, महावीर दिव्यांग सहायता समिति के अन्य विशेषज्ञ प्रमुख रूप से मौजूद थे।

फुट कैंप शिविर से दिव्यांगों का बदला जीवन
प्रशासन और महावीर सेवा समिति का आयोजन छत्तीसगढ़ संवाददाता दंतेवाड़ा, 14 जून। जिला प्रशासन और सेवा समिति जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में जिला मुख्यालय के इंदौर स्टेडियम में शुक्रवार को फुट कैंप शिविर का आयोजन किया गया। इसमें विधायक चैतराम अटामी द्वारा कटेकल्याण और गीदम विकासखंड के दिव्यांगों को कृत्रिम उपकरण कृत्रिम हाथ - पैर, कैलिपर्स, व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र, सामान्य ट्रायसिकल, वॉकर, बैसाखी और छड़ी जैसे उपकरण वितरित किए गए। कार्यक्रम में विधायक चैतराम अटामी ने आयोजन को सराहनीय पहल बताते हुए कहा कि भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति, जयपुर एवं जिला प्रशासन के सहयोग से जिला दंतेवाड़ा में दिव्यांगजनों एवं वृद्धजनों के लिए 3 दिवसीय जयपुर फुट कैंप का आयोजन किया जा रहा है। आज इस फुट कैंप के माध्यम से दूरदराज गांव से आए दिव्यांग एवं वृद्धजन लाभान्वित हुए है। उनका जीवन पहले से आसान हुआ है। दंतेवाड़ा जिला छत्तीसगढ़ के आखिरी छोर पर है जो आंध्रप्रदेश एवं ओडिशा राज्य से घिरा हुआ है। ऐसी भौगोलिक परिस्थिति में रहने वाले निवासियों के लिए ऐसे शिविर का आयोजन और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है। भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति, के विशेषज्ञ सुदूर राजस्थान के जयपुर से शिविर का आयोजन करने यहां आए हैं।इस मानवतापूर्ण प्रयास के लिए विशेषज्ञों और पूरी टीम का मैं अभिनंदन करता हूं। विधायक ने कहां कि महावीर दिव्यांग सहायता समिति के फाउंडर व चीफ पैटर्न बीएमवीएसएस डी.आर.मेहता रिटायर्ड (आईएएस 1961 बैच) के बारे बताते हुए कहा कि उन्होंने पहले देश की सेवा की और सेवानिवृत्ति के बाद जन-जन की सेवा कर रहे है। और जीवन के इस पड़ाव में भी उनका उत्साह कम नहीं हुआ है और वे सभी के लिए प्रेरणादायक है। तहे दिल से वे उनके आभारी है। अधिकतम दिव्यांगों को लाभ महावीर दिव्यांग सहायता समिति के फाउंडर व चीफ पैटर्न बीएमवीएसएस डी.आर.मेहता ने इस मौके पर कहा कि आज हमारी समिति को मुख्यालय दन्तेवाड़ा में शिविर आयोजन का अवसर मिला। यह एक सुदूर क्षेत्र है, दूसरे यहां के दिव्यांग एवं वृद्धजनों को उपकरण एवं कृत्रिम अंग सहज उपलब्ध नहीं हो पाते और उन्हे पूरा विश्वास है कि इस शिविर के माध्यम से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित होगें। इसमें जिला प्रशासन का भी महत्वपूर्ण योगदान है जिनके माध्यम से दिव्यांगजनों का सर्वे कराया गया। हमारा प्रयास रहेगा कि अधिक से अधिक साधनहीन लोगों को सहायता मुहैया कराये। सबसे बड़ी बात यह है कि प्रदाय किये जा रहे कृत्रिम अंग और उपकरण पूर्णत: नि:शुल्क है उन्होने आशा व्यक्त किया कि प्रशासन इन उपकरणों के प्रदाय की स्थाई व्यवस्था करेगा, ताकि दिव्यांगों को इस प्रकार की सामग्री देने में आसानी हो। तत्काल उपलब्ध होंगे यंत्र एसडीएम जयंत नाहटा ने इस मौके पर कहा कि शिविर के माध्यम से दिव्यांगजनों एवं वृद्धजनों को प्रमाण पत्र, हेल्थ किट, उपकरण, व्हीलचेयर एक मंच के नीचे मिल रहा है। साथ ही दिव्यांग प्रमाण पत्र प्राप्त होने से शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आसानी से उन्हें मिल सकेगा। इसके अलावा पंजीयन काउंटर की व्यवस्था के माध्यम से नेत्र रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ एवं अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों के द्वारा भी दिव्यांगजनों एवं वृद्धजनों की जांच की जावेगी। साथ ही उन्होने कहा कि शिविर में दिव्यांग व्यक्ति को किसी भी प्रकार के कृत्रिम अंग की आवश्यकता होगी तो उसे तत्काल बनाकर उन्हे उपलब्ध कराया जा सकेगा। वर्तमान में ऐसे-ऐसे आधुनिक उपकरण उपलब्ध है जो प्राकृतिक शारीरिक अंगों के समकक्ष कार्य निपटाने में सक्षम है। इन उपकरणों के सहायता से दिव्यांगजन बिना किसी मदद के अपने कार्य बड़े आराम से कर सकते हैं। इस अवसर पर अध्यक्ष पायल गुप्ता धीरेंद्र प्रताप, एसपी गौरव राय, सीईओ कुमार बिश्वरंजन, संतोष टोप्पो, महावीर दिव्यांग सहायता समिति के अन्य विशेषज्ञ प्रमुख रूप से मौजूद थे।