छत्तीसगढ़ संवाददाता
बचेली, 25 दिसंबर। गर्म कपड़े पहनकर बाहर निकलने वाले मौसम में अब साथ में रेनकोट व छाता भी लेने को मजबूर कर दिया है, कारण है बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र। इस क्षेत्र का असर तटीय इलाकों के अलावा प्रदेश के दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा में भी देखने को मिल रहा है।
पिछले कुछ दिनों से आसमान में छाए बादलों एवं तापमान में हल्की गिरावट के बाद मंगलवार की शाम से हुए बारिश ने मौसम सुहावना कर दिया है। मानो ऐसा लग रहा है कि दिसंबर नहीं बल्कि जुलाई-अगस्त का महिना हो।
बैलाडीला की खूबसूरत पहाडिय़ों को बादलों ने ढंक रखा है और यह दृश्य काफी मनोरम सा नजर आ रहा है। फिलहाल अगले एक-दो दिन हल्की बारिश के आसार दिख रहे हैं। बारिश से जहां मौसम खुशनुमा जरूर हुआ, लेकिन सब्जी विक्रेताओं को परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। बुधवार का दिन नगर साप्ताहिक बाजार का दिन होता है, आसपास के अलावा दूर दराज व ग्रामीण क्षेत्रों के लोग सब्जी बेचने के साथ खरीदने भी आते हैं, लेकिन बारिश के कारण सभी को दिक्कते आर्इं। इस बेमौसम बारिश ने फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है।
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बचेली, 25 दिसंबर। गर्म कपड़े पहनकर बाहर निकलने वाले मौसम में अब साथ में रेनकोट व छाता भी लेने को मजबूर कर दिया है, कारण है बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र। इस क्षेत्र का असर तटीय इलाकों के अलावा प्रदेश के दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा में भी देखने को मिल रहा है।
पिछले कुछ दिनों से आसमान में छाए बादलों एवं तापमान में हल्की गिरावट के बाद मंगलवार की शाम से हुए बारिश ने मौसम सुहावना कर दिया है। मानो ऐसा लग रहा है कि दिसंबर नहीं बल्कि जुलाई-अगस्त का महिना हो।
बैलाडीला की खूबसूरत पहाडिय़ों को बादलों ने ढंक रखा है और यह दृश्य काफी मनोरम सा नजर आ रहा है। फिलहाल अगले एक-दो दिन हल्की बारिश के आसार दिख रहे हैं। बारिश से जहां मौसम खुशनुमा जरूर हुआ, लेकिन सब्जी विक्रेताओं को परेशानियों का भी सामना करना पड़ा। बुधवार का दिन नगर साप्ताहिक बाजार का दिन होता है, आसपास के अलावा दूर दराज व ग्रामीण क्षेत्रों के लोग सब्जी बेचने के साथ खरीदने भी आते हैं, लेकिन बारिश के कारण सभी को दिक्कते आर्इं। इस बेमौसम बारिश ने फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है।