राजगढ़ में खुले बाजार में बेचा जा रहा सरकारी चावल:ट्रक से बोरी उतारकर 2 लोग दुकान पहुंचे; कैमरा देखकर दुकानदार ने मना किया
राजगढ़ में खुले बाजार में बेचा जा रहा सरकारी चावल:ट्रक से बोरी उतारकर 2 लोग दुकान पहुंचे; कैमरा देखकर दुकानदार ने मना किया
राजगढ़ जिले के खिलचीपुर सरकारी वेयरहाउस में रखी चावल की बोरियां सीधे गल्ला व्यापारियों की दुकानों तक बाजार पहुंचाई जा रहीं हैं। जबकि ये अनाज गरीबों के लिए था। भास्कर ने पूरे मामले का VIDEO बनाते हुए इस खेल को उजागर किया। पिछले कुछ दिनों से खबर मिल रही थी कि वेयरहाउस से गेहूं-चावल चोरी-छिपे बाहर बेचा जा रहा है। जानकारी मिली कि शनिवार रात को वेयरहाउस से एक गाड़ी में चावल लोड कर मार्केट भेजा जाएगा। सूचना मिलते ही टीम वहां पहुंची तो सारी सच्चाई सामने आ गई। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... 2 लोग चावल की बोरी लेकर गल्ला व्यापारी के पास पहुंचे
देर शाम करीब 7:48 बजे दो व्यक्ति एक बाइक पर वेयरहाउस से निकलते हैं। दोनों के बीच चावल की एक बोरी रखी थी। वह सीधे वेयरहाउस के पास ही मौजूद एक गल्ला व्यापारी की दुकान पर पहुंचे। कैमरा देखते ही दुकानदार ने चावल लेने से मना किया
तभी मौके पर पहुंची भास्कर टीम का कैमरा देखते ही दुकानदार ने चावल लेने से मना कर दिया। पूछताछ शुरू हुई तो एक व्यक्ति ने सफाई देते हुए कहा- ये चावल हमारे घर का है। जबकि बोरी खिलचीपुर के सरकारी वेयरहाउस से उठाई गई थी। 4 तस्वीरों में देखिए सरकारी चावल की चोरी... वेयर हाउस मैनेजर की मौजूदगी में चला खेल
जब ये सब हो रहा था, उस वक्त वेयरहाउस मैनेजर खुद ऑफिस में मौजूद थे। यानी उनके सामने ही सरकारी ये गोरखधंधा चल रहा था। उन्होंने रोकने की कोशिश नहीं की। जैसे ही यह जानकारी प्रशासन को लगी, तहसीलदार सोनू गुप्ता मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। वेयरहाउस मैनेजर बोले- मुझे जानकारी नहीं
खिलचीपुर के मध्यप्रदेश लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन के शाखा प्रबंधक बीडी सगर का कहना है कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने बताया कि वे कुछ ही देर पहले वेयरहाउस पहुंचे हैं, क्योंकि उनकी ड्यूटी राजगढ़ के उपार्जन केंद्र पर लगी हुई है। उन्होंने बताया- मेरे पास राजगढ़ का भी चार्ज है, अभी आया हूं, आपसे जानकारी मिल रही है। मैनेजर बीडी सगर के मुताबिक- जो लोग चावल की कट्टियां लेकर बेचने गए थे, वे अन्नदूत योजना के तहत नियुक्त गाड़ियों के ठेकेदार हम्माल से जुड़े थे। हमारे गोदाम से राशन निकलने के बाद गाड़ी की जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है। गाड़ी फिलहाल वेयरहाउस में ही खड़ी है, लेकिन मुझे यह नहीं पता कि वे कट्टे कहां से और किसके निर्देश पर लेकर गए थे। PDS (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) के कट्टे बाहर जाने को लेकर अब वेयरहाउस मैनेजर ने कार्रवाई की बात कही है। तहसीलदार बोले- वजन 50 किलो कम निकला
खिलचीपुर तहसीलदार सोनू गुप्ता ने बताया कि शनिवार को सूचना मिली थी कि सरकारी वेयरहाउस से लोग चावल की चोरी कर उसे मार्केट में बेच रहे हैं। शिकायत पर मैं तत्काल वहां पहुंचा और मैंने देखा कि वेयरहाउस में एक लोड ट्रक खड़ा है। वेयरहाउस संचालक ने बताया कि ट्रक के जरिए माल PDS राशन की दुकानों के लिए भेजा जा रहा है। तहसीलदार सोनू गुप्ता के मुताबिक- जब हमने ट्रक का वजन करवाया तो उसमें एक बोरे के बराबर वजन कम था। इसकी जांच कर ली गई है और आगे की कार्रवाई के लिए एसडीएम को रिपोर्ट दी गई है।
राजगढ़ जिले के खिलचीपुर सरकारी वेयरहाउस में रखी चावल की बोरियां सीधे गल्ला व्यापारियों की दुकानों तक बाजार पहुंचाई जा रहीं हैं। जबकि ये अनाज गरीबों के लिए था। भास्कर ने पूरे मामले का VIDEO बनाते हुए इस खेल को उजागर किया। पिछले कुछ दिनों से खबर मिल रही थी कि वेयरहाउस से गेहूं-चावल चोरी-छिपे बाहर बेचा जा रहा है। जानकारी मिली कि शनिवार रात को वेयरहाउस से एक गाड़ी में चावल लोड कर मार्केट भेजा जाएगा। सूचना मिलते ही टीम वहां पहुंची तो सारी सच्चाई सामने आ गई। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... 2 लोग चावल की बोरी लेकर गल्ला व्यापारी के पास पहुंचे
देर शाम करीब 7:48 बजे दो व्यक्ति एक बाइक पर वेयरहाउस से निकलते हैं। दोनों के बीच चावल की एक बोरी रखी थी। वह सीधे वेयरहाउस के पास ही मौजूद एक गल्ला व्यापारी की दुकान पर पहुंचे। कैमरा देखते ही दुकानदार ने चावल लेने से मना किया
तभी मौके पर पहुंची भास्कर टीम का कैमरा देखते ही दुकानदार ने चावल लेने से मना कर दिया। पूछताछ शुरू हुई तो एक व्यक्ति ने सफाई देते हुए कहा- ये चावल हमारे घर का है। जबकि बोरी खिलचीपुर के सरकारी वेयरहाउस से उठाई गई थी। 4 तस्वीरों में देखिए सरकारी चावल की चोरी... वेयर हाउस मैनेजर की मौजूदगी में चला खेल
जब ये सब हो रहा था, उस वक्त वेयरहाउस मैनेजर खुद ऑफिस में मौजूद थे। यानी उनके सामने ही सरकारी ये गोरखधंधा चल रहा था। उन्होंने रोकने की कोशिश नहीं की। जैसे ही यह जानकारी प्रशासन को लगी, तहसीलदार सोनू गुप्ता मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। वेयरहाउस मैनेजर बोले- मुझे जानकारी नहीं
खिलचीपुर के मध्यप्रदेश लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन के शाखा प्रबंधक बीडी सगर का कहना है कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने बताया कि वे कुछ ही देर पहले वेयरहाउस पहुंचे हैं, क्योंकि उनकी ड्यूटी राजगढ़ के उपार्जन केंद्र पर लगी हुई है। उन्होंने बताया- मेरे पास राजगढ़ का भी चार्ज है, अभी आया हूं, आपसे जानकारी मिल रही है। मैनेजर बीडी सगर के मुताबिक- जो लोग चावल की कट्टियां लेकर बेचने गए थे, वे अन्नदूत योजना के तहत नियुक्त गाड़ियों के ठेकेदार हम्माल से जुड़े थे। हमारे गोदाम से राशन निकलने के बाद गाड़ी की जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है। गाड़ी फिलहाल वेयरहाउस में ही खड़ी है, लेकिन मुझे यह नहीं पता कि वे कट्टे कहां से और किसके निर्देश पर लेकर गए थे। PDS (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) के कट्टे बाहर जाने को लेकर अब वेयरहाउस मैनेजर ने कार्रवाई की बात कही है। तहसीलदार बोले- वजन 50 किलो कम निकला
खिलचीपुर तहसीलदार सोनू गुप्ता ने बताया कि शनिवार को सूचना मिली थी कि सरकारी वेयरहाउस से लोग चावल की चोरी कर उसे मार्केट में बेच रहे हैं। शिकायत पर मैं तत्काल वहां पहुंचा और मैंने देखा कि वेयरहाउस में एक लोड ट्रक खड़ा है। वेयरहाउस संचालक ने बताया कि ट्रक के जरिए माल PDS राशन की दुकानों के लिए भेजा जा रहा है। तहसीलदार सोनू गुप्ता के मुताबिक- जब हमने ट्रक का वजन करवाया तो उसमें एक बोरे के बराबर वजन कम था। इसकी जांच कर ली गई है और आगे की कार्रवाई के लिए एसडीएम को रिपोर्ट दी गई है।