राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बड़ी पहल:बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में बालिकाओं के अधिकारों पर संगोष्ठी, छात्राओं का सम्मान

बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल के महिला अध्ययन विभाग ने राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर शुक्रवार को कार्यक्रम का आयोजन किया। भारतीय ज्ञान परंपरा की गतिविधियों के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में "बालिकाओं के अधिकार प्राचीन एवं वर्तमान परिदृश्य" विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि इसमें राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं का सम्मान किया गया। साथ ही विश्वविद्यालय परीक्षा में प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाली मेधावी छात्राओं को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डिपार्टमेंट ऑफ लीगल स्टडीज एंड रिसर्च की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मोना पुरोहित ने की, जिन्होंने बालिकाओं के अधिकारों के बारे में लैंगिक संवेदीकरण की आवश्यकता पर जोर दिया। महिला अध्ययन विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर रुचि घोष दस्तीदार ने कहा, "राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य बालिकाओं के अधिकारों, उनकी शिक्षा और सशक्तिकरण के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना है।" संगोष्ठी में छात्रों ने बालिकाओं के अधिकारों पर शोध पत्र प्रस्तुत किए और प्रेरणादायक लघु वीडियो "इडली अम्मा" का प्रदर्शन भी किया गया। इस मौके पर विश्वविद्यालय परीक्षा में प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया गया, और "समाज के उत्थान में बालिकाओं की भूमिका" पर निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का समन्वयन महिला अध्ययन विभाग की डॉ. जया फूकन ने किया और इसमें विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।

राष्ट्रीय बालिका दिवस पर बड़ी पहल:बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में बालिकाओं के अधिकारों पर संगोष्ठी, छात्राओं का सम्मान
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल के महिला अध्ययन विभाग ने राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर शुक्रवार को कार्यक्रम का आयोजन किया। भारतीय ज्ञान परंपरा की गतिविधियों के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में "बालिकाओं के अधिकार प्राचीन एवं वर्तमान परिदृश्य" विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि इसमें राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं का सम्मान किया गया। साथ ही विश्वविद्यालय परीक्षा में प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाली मेधावी छात्राओं को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डिपार्टमेंट ऑफ लीगल स्टडीज एंड रिसर्च की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर मोना पुरोहित ने की, जिन्होंने बालिकाओं के अधिकारों के बारे में लैंगिक संवेदीकरण की आवश्यकता पर जोर दिया। महिला अध्ययन विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर रुचि घोष दस्तीदार ने कहा, "राष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य बालिकाओं के अधिकारों, उनकी शिक्षा और सशक्तिकरण के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना है।" संगोष्ठी में छात्रों ने बालिकाओं के अधिकारों पर शोध पत्र प्रस्तुत किए और प्रेरणादायक लघु वीडियो "इडली अम्मा" का प्रदर्शन भी किया गया। इस मौके पर विश्वविद्यालय परीक्षा में प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया गया, और "समाज के उत्थान में बालिकाओं की भूमिका" पर निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का समन्वयन महिला अध्ययन विभाग की डॉ. जया फूकन ने किया और इसमें विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।