लॉ कॉलेज की बिल्डिंग में कॉल सेंटर संचालन का विरोध:छात्र संघ ने प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी; कार्रवाई किए जाने की मांग

जिले के मारुति स्थित विधि महाविद्यालय में कॉल सेंटर का सामान रखे जाने को लेकर अखिल भारतीय लोकतांत्रिक छात्र संगठन (AIDSO) ने विरोध जताया। मंगलवार को संगठन के सदस्यों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की कि कॉलेज भवन से कॉल सेंटर का सामान तुरंत हटाया जाए और इस मामले की जांच कर उचित कार्यवाही की जाए। AIDSO की अध्यक्ष पूजा ओझा ने बताया कि कुछ निजी संस्थाएं युवाओं को रोजगार देने के नाम पर लॉ कॉलेज की बिल्डिंग का इस्तेमाल कॉल सेंटर के रूप में कर रही हैं। इन कंपनियों ने कॉल सेंटर संचालन के लिए कंप्यूटर सहित पूरा सेटअप कर बना रखा हैं। यह सब शासकीय नेहरू पीजी कॉलेज के प्राचार्य के सूचना और अनुमति के बिना किया गया है। छात्रों के लिए बनी बिल्डिंग का दुरुपयोग पूजा ओझा ने कहा कि यह भवन विधि के छात्रों के लिए कई वर्षों के संघर्ष के बाद तैयार हुआ था। विधि महाविद्यालय का स्वयं का भवन न होने के कारण छात्रों को पहले कक्षाओं के लिए नियमित सुविधाएं नहीं मिलती थीं। हाल ही में इस भवन में कक्षाओं का संचालन शुरू हुआ, लेकिन अब इसे अवैध रूप से व्यावसायिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। जो पूरी तरह से अनुचित है।

लॉ कॉलेज की बिल्डिंग में कॉल सेंटर संचालन का विरोध:छात्र संघ ने प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी; कार्रवाई किए जाने की मांग
जिले के मारुति स्थित विधि महाविद्यालय में कॉल सेंटर का सामान रखे जाने को लेकर अखिल भारतीय लोकतांत्रिक छात्र संगठन (AIDSO) ने विरोध जताया। मंगलवार को संगठन के सदस्यों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की कि कॉलेज भवन से कॉल सेंटर का सामान तुरंत हटाया जाए और इस मामले की जांच कर उचित कार्यवाही की जाए। AIDSO की अध्यक्ष पूजा ओझा ने बताया कि कुछ निजी संस्थाएं युवाओं को रोजगार देने के नाम पर लॉ कॉलेज की बिल्डिंग का इस्तेमाल कॉल सेंटर के रूप में कर रही हैं। इन कंपनियों ने कॉल सेंटर संचालन के लिए कंप्यूटर सहित पूरा सेटअप कर बना रखा हैं। यह सब शासकीय नेहरू पीजी कॉलेज के प्राचार्य के सूचना और अनुमति के बिना किया गया है। छात्रों के लिए बनी बिल्डिंग का दुरुपयोग पूजा ओझा ने कहा कि यह भवन विधि के छात्रों के लिए कई वर्षों के संघर्ष के बाद तैयार हुआ था। विधि महाविद्यालय का स्वयं का भवन न होने के कारण छात्रों को पहले कक्षाओं के लिए नियमित सुविधाएं नहीं मिलती थीं। हाल ही में इस भवन में कक्षाओं का संचालन शुरू हुआ, लेकिन अब इसे अवैध रूप से व्यावसायिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। जो पूरी तरह से अनुचित है।