शाजापुर वृद्धाश्रम में इंदौर से लाए गए बुजुर्ग की मौत:सर्च वारंट के जरिए सोमवार को आए थे, बेटियों ने लगाए चाचा पर आरोप
शाजापुर वृद्धाश्रम में इंदौर से लाए गए बुजुर्ग की मौत:सर्च वारंट के जरिए सोमवार को आए थे, बेटियों ने लगाए चाचा पर आरोप
शाजापुर के लालघाटी स्थित वृद्धाश्रम में एक बुजुर्ग शिवजी राव की मौत हो गई। वे इंदौर में अपनी बेटी के साथ रह रहे थे। उन्हें सर्च वारंट के जरिए यहां लाया गया था। शिवजी राव के भाई अशोक राव ने शुजालपुर एसडीएम से सर्च वारंट जारी करवाया था। 18 अगस्त को पुलिस के साथ वे इंदौर गए। वहां से बीमार शिवजी राव को शाजापुर ले आए। यहां परिवार के दोनों पक्षों में विवाद हुआ। एसडीएम के निर्देश पर उन्हें वृद्धाश्रम में रखा गया। आज सुबह उनकी मौत हो गई। मृतक की बेटी अनीता पंवार ने कलेक्टर को शिकायत की है। उन्होंने बताया कि उनके पिता एक साल से बीमार थे। शिवजी राव की पांच संतानें हैं - तीन बेटियां और दो बेटे। दोनों बेटों की मृत्यु हो चुकी है। तीनों बेटियां पिता की देखभाल कर रही थीं। अनीता के अनुसार, उनके चाचा अशोक राव ने पिता की 11 बीघा से अधिक जमीन पर कब्जा कर लिया है। यह जमीन कानूनी रूप से तीनों बहनों की है। चाचा पिता को जबरन अपने पास रखना चाहते थे। बेटी ने बताया कि पुलिस को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। शव को जिला अस्पताल ले जाया गया है। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा। बेटी ने कलेक्टर से पूरे मामले की जांच की मांग की है। सर्च वारंट निकला था इस मामले में अकोदिया थाना प्रभारी संजयसिंह ने बताया मृतक के छोटे भाई के बेटे आकाश राव ने सर्च वारंट निकलवाया था,सर्च वारंट की तामील के लिए बुजुर्ग को इंदौर से लेकर आएं थे। आज की तारीख एसडीएम न्यायालय शुजालपुर में थी। मृतक को एक दिन पहले सोमवार को इंदौर से बेटी के घर से लाया गया। मृतक की बेटी और भाई के बेटे के बीच बुजुर्ग को रखने के लिए विवाद चल रहा था। दोनों पक्ष बुजुर्ग को अपने साथ रखना चाहते हैं। बुजुर्ग को कल इंदौर से लाया गया,रात हो गई थी और दोनों ही पक्ष अपने साथ रखने की जिद पर अड़े हुए थे। एसडीएम शुजालपुर के निर्देश पर बुजुर्ग को वृद्धाश्रम भेजा गया। वृद्धाश्रम में बुजुर्ग के साथ उनकी तीनों बेटियां,दामाद और नातिन भी साथ थे। बुजुर्ग को जब वृद्धाश्रम भेजा गया तब वे स्वस्थ थे ।
शाजापुर के लालघाटी स्थित वृद्धाश्रम में एक बुजुर्ग शिवजी राव की मौत हो गई। वे इंदौर में अपनी बेटी के साथ रह रहे थे। उन्हें सर्च वारंट के जरिए यहां लाया गया था। शिवजी राव के भाई अशोक राव ने शुजालपुर एसडीएम से सर्च वारंट जारी करवाया था। 18 अगस्त को पुलिस के साथ वे इंदौर गए। वहां से बीमार शिवजी राव को शाजापुर ले आए। यहां परिवार के दोनों पक्षों में विवाद हुआ। एसडीएम के निर्देश पर उन्हें वृद्धाश्रम में रखा गया। आज सुबह उनकी मौत हो गई। मृतक की बेटी अनीता पंवार ने कलेक्टर को शिकायत की है। उन्होंने बताया कि उनके पिता एक साल से बीमार थे। शिवजी राव की पांच संतानें हैं - तीन बेटियां और दो बेटे। दोनों बेटों की मृत्यु हो चुकी है। तीनों बेटियां पिता की देखभाल कर रही थीं। अनीता के अनुसार, उनके चाचा अशोक राव ने पिता की 11 बीघा से अधिक जमीन पर कब्जा कर लिया है। यह जमीन कानूनी रूप से तीनों बहनों की है। चाचा पिता को जबरन अपने पास रखना चाहते थे। बेटी ने बताया कि पुलिस को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। शव को जिला अस्पताल ले जाया गया है। पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा। बेटी ने कलेक्टर से पूरे मामले की जांच की मांग की है। सर्च वारंट निकला था इस मामले में अकोदिया थाना प्रभारी संजयसिंह ने बताया मृतक के छोटे भाई के बेटे आकाश राव ने सर्च वारंट निकलवाया था,सर्च वारंट की तामील के लिए बुजुर्ग को इंदौर से लेकर आएं थे। आज की तारीख एसडीएम न्यायालय शुजालपुर में थी। मृतक को एक दिन पहले सोमवार को इंदौर से बेटी के घर से लाया गया। मृतक की बेटी और भाई के बेटे के बीच बुजुर्ग को रखने के लिए विवाद चल रहा था। दोनों पक्ष बुजुर्ग को अपने साथ रखना चाहते हैं। बुजुर्ग को कल इंदौर से लाया गया,रात हो गई थी और दोनों ही पक्ष अपने साथ रखने की जिद पर अड़े हुए थे। एसडीएम शुजालपुर के निर्देश पर बुजुर्ग को वृद्धाश्रम भेजा गया। वृद्धाश्रम में बुजुर्ग के साथ उनकी तीनों बेटियां,दामाद और नातिन भी साथ थे। बुजुर्ग को जब वृद्धाश्रम भेजा गया तब वे स्वस्थ थे ।