हाथी प्रभावित ग्रामीण मुआवजा पाने 1 वर्ष से लगा रहे चक्कर

छत्तीसगढ़ संवाददाता लखनपुर, 22 नवंबर। सरगुजा जिले के लखनपुर वन परीक्षेत्र के सुदूर वनांचल हाथी प्रभावित ग्राम पटकुरा के आदिवासी जनजाति का ग्रामीण मुआवजा पाने पिछले एक वर्ष से वन विभाग कार्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर है। वन विभाग के अधिकारियों द्वारा आश्वासन के बाद भी आज तक ग्रामीण को मुआवजा नहीं मिल सका है। जानकारी के मुताबिक हाथी प्रभावित क्षेत्र ग्राम पटकुरा निवासी सोन साय मझवार के घर को जुलाई माह 2023 में हाथियों द्वारा तोड़ दिया गया था। सूचना पर वन विभाग मौके पर पहुंचा और मुआवजा प्रकरण तैयार किया गया,परंतु एक वर्ष बीत जाने के बाद भी ग्रामीण को मुआवजा नहीं मिल सका। मुआवजा पाने ग्रामीण वन विभाग कार्यालय का चक्कर लगा रहा है। जब ग्रामीण लखनपुर वन विभाग कार्यालय पहुंचा और मुआवजा को लेकर वन परीक्षेत्राधिकार मेरी लिली लकड़ा से मिलकर आवेदन दिया तब वन परीक्षेत्राधिकार द्वारा जल्द ही मुआवजा दिलाया जाने का आश्वासन दिया गया था।

हाथी प्रभावित ग्रामीण मुआवजा पाने 1 वर्ष से लगा रहे चक्कर
छत्तीसगढ़ संवाददाता लखनपुर, 22 नवंबर। सरगुजा जिले के लखनपुर वन परीक्षेत्र के सुदूर वनांचल हाथी प्रभावित ग्राम पटकुरा के आदिवासी जनजाति का ग्रामीण मुआवजा पाने पिछले एक वर्ष से वन विभाग कार्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर है। वन विभाग के अधिकारियों द्वारा आश्वासन के बाद भी आज तक ग्रामीण को मुआवजा नहीं मिल सका है। जानकारी के मुताबिक हाथी प्रभावित क्षेत्र ग्राम पटकुरा निवासी सोन साय मझवार के घर को जुलाई माह 2023 में हाथियों द्वारा तोड़ दिया गया था। सूचना पर वन विभाग मौके पर पहुंचा और मुआवजा प्रकरण तैयार किया गया,परंतु एक वर्ष बीत जाने के बाद भी ग्रामीण को मुआवजा नहीं मिल सका। मुआवजा पाने ग्रामीण वन विभाग कार्यालय का चक्कर लगा रहा है। जब ग्रामीण लखनपुर वन विभाग कार्यालय पहुंचा और मुआवजा को लेकर वन परीक्षेत्राधिकार मेरी लिली लकड़ा से मिलकर आवेदन दिया तब वन परीक्षेत्राधिकार द्वारा जल्द ही मुआवजा दिलाया जाने का आश्वासन दिया गया था।