उज्जैन में 25 घंटे का हास्य कवि सम्मेलन:300 से ज्यादा कवियों ने बनाया विश्व रिकॉर्ड; एक्टर तुषार कपूर रहे मुख्य आकर्षण

उज्जैन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन ने इस साल रजत जयंती पर एक अनूठा विश्व रिकॉर्ड बनाया। शुक्रवार दोपहर 12 बजे से शुरू हुआ हास्य कवि सम्मेलन शनिवार दोपहर 1 बजे तक लगातार 25 घंटे से अधिक समय तक चला। इस दौरान देश-विदेश से आए 300 से ज्यादा हास्य कवियों और लेखकों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को गुदगुदाया। कालिदास अकादमी के मुक्ताकाशी मंच पर आयोजित इस 8 दिवसीय महोत्सव में बॉलीवुड अभिनेता तुषार कपूर मुख्य आकर्षण रहे। प्रसिद्ध हास्य और व्यंग्य कवि डॉ. अशोक चक्रधर और शायर अंजुम रहबर ने भी अपनी प्रस्तुतियां दीं। लाफ्टर चैलेंज के फाइनलिस्ट प्रताप फौजदार, हिमांशु बवंडर और मुत्रा बैटरी ने भी दर्शकों को खूब हंसाया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव वर्चुअल रूप से शामिल हुए। आयोजक महेंद्र यादव को गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ऑब्जर्वर कमेटी ने विश्व रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र प्रदान किया। समारोह के दौरान हास्य और साहित्य के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए कई साहित्यकारों और कलाकारों को प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।

उज्जैन में 25 घंटे का हास्य कवि सम्मेलन:300 से ज्यादा कवियों ने बनाया विश्व रिकॉर्ड; एक्टर तुषार कपूर रहे मुख्य आकर्षण
उज्जैन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन ने इस साल रजत जयंती पर एक अनूठा विश्व रिकॉर्ड बनाया। शुक्रवार दोपहर 12 बजे से शुरू हुआ हास्य कवि सम्मेलन शनिवार दोपहर 1 बजे तक लगातार 25 घंटे से अधिक समय तक चला। इस दौरान देश-विदेश से आए 300 से ज्यादा हास्य कवियों और लेखकों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को गुदगुदाया। कालिदास अकादमी के मुक्ताकाशी मंच पर आयोजित इस 8 दिवसीय महोत्सव में बॉलीवुड अभिनेता तुषार कपूर मुख्य आकर्षण रहे। प्रसिद्ध हास्य और व्यंग्य कवि डॉ. अशोक चक्रधर और शायर अंजुम रहबर ने भी अपनी प्रस्तुतियां दीं। लाफ्टर चैलेंज के फाइनलिस्ट प्रताप फौजदार, हिमांशु बवंडर और मुत्रा बैटरी ने भी दर्शकों को खूब हंसाया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव वर्चुअल रूप से शामिल हुए। आयोजक महेंद्र यादव को गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ऑब्जर्वर कमेटी ने विश्व रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र प्रदान किया। समारोह के दौरान हास्य और साहित्य के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए कई साहित्यकारों और कलाकारों को प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।