किम जोंग-उन बोले, पहले कभी नहीं रहा परमाणु युद्ध का इतना ज़्यादा ख़तरा

उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग-उन का कहना है कि इससे पहले परमाणु युद्ध का इतना ज़्यादा ख़तरा कभी नहीं रहा. किम जोंग-उन ने इसके लिए उत्तर कोरिया को लेकर अमेरिका की आक्रामक और शत्रुतापूर्ण नीतियों को दोषी ठहराया है और कहा कि अमेरिकी नीतियां कभी नहीं बदल सकती हैं. उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया केसीएनए के मुताबिक़, किम जोंग उन ने गुरुवार को एक सैन्य प्रदर्शनी में कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप पर युद्ध में शामिल पक्षों ने इससे पहले कभी भी इतने ख़तरनाक टकराव का सामना नहीं किया है. यह सबसे विनाशकारी थर्मोन्यूक्लियर युद्ध में बदल सकता है. उन्होंने कहा, उत्तर कोरिया, अमेरिका के साथ बातचीत में जितना आगे जा सकता था उतना आगे जा चुका है. किम जोंग-उन की टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है जब उत्तर कोरिया और रूस के बीच नज़दीकियां बढ़ रही हैं. रूस ने इस साल उत्तर कोरिया को हथियारों और सैनिकों के बदले में दस लाख बैरल से भी ज़्यादा तेल सप्लाई किया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की भी अपने बयान में कह चुके हैं कि रूस यूक्रेनी सैनिकों के इस्तेमाल और बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल करके युद्ध को और गंभीर करना चाह रहा है.(bbc.com/hindi)

किम जोंग-उन बोले, पहले कभी नहीं रहा परमाणु युद्ध का इतना ज़्यादा ख़तरा
उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग-उन का कहना है कि इससे पहले परमाणु युद्ध का इतना ज़्यादा ख़तरा कभी नहीं रहा. किम जोंग-उन ने इसके लिए उत्तर कोरिया को लेकर अमेरिका की आक्रामक और शत्रुतापूर्ण नीतियों को दोषी ठहराया है और कहा कि अमेरिकी नीतियां कभी नहीं बदल सकती हैं. उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया केसीएनए के मुताबिक़, किम जोंग उन ने गुरुवार को एक सैन्य प्रदर्शनी में कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप पर युद्ध में शामिल पक्षों ने इससे पहले कभी भी इतने ख़तरनाक टकराव का सामना नहीं किया है. यह सबसे विनाशकारी थर्मोन्यूक्लियर युद्ध में बदल सकता है. उन्होंने कहा, उत्तर कोरिया, अमेरिका के साथ बातचीत में जितना आगे जा सकता था उतना आगे जा चुका है. किम जोंग-उन की टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है जब उत्तर कोरिया और रूस के बीच नज़दीकियां बढ़ रही हैं. रूस ने इस साल उत्तर कोरिया को हथियारों और सैनिकों के बदले में दस लाख बैरल से भी ज़्यादा तेल सप्लाई किया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की भी अपने बयान में कह चुके हैं कि रूस यूक्रेनी सैनिकों के इस्तेमाल और बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल करके युद्ध को और गंभीर करना चाह रहा है.(bbc.com/hindi)