खंडवा-मूंदी रोड हुआ जर्जर, निर्माण को दें मंजूरी:विधायक ने पीडब्ल्यूडी मंत्री से कहा; एमपीआरडीसी के मुख्य अभियंता से मिलीं

जर्जर हो चुकी खंडवा-मूंदी रोड के निर्माण को लेकर खंडवा विधायक देवेंद्र वर्मा और मांधाता विधायक नारायण पटेल ने मंगलवार शाम भोपाल में पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह से मुलाकात की। दोनों विधायकों ने सड़क निर्माण को लेकर तत्काल काम शुरू कराने की मांग की। साथ ही एमपीआरडीसी के मुख्य अभियंता से मिलकर भी सड़क की दुर्दशा की जानकारी दी। खंडवा से मूंदी तक की यह 32 किमी की सड़क न केवल मध्यप्रदेश के दो विधानसभा क्षेत्रों खंडवा और मांधाता को जोड़ती है, बल्कि वाया खंडवा होते हुए भोपाल को महाराष्ट्र से भी सीधे जोड़ती है। इससे करीब 150 गांवों के लोग जुड़े हैं। लेकिन सड़क की हालत इतनी खराब है कि लोग जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं। 29 किलोमीटर में गड्ढे ही गड्ढे 32 किलोमीटर लंबे इस मार्ग में 29 किलोमीटर पर सड़क की ऊपरी परत पूरी तरह उखड़ चुकी है। जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं। वाहन चालक गड्ढों से बचने के लिए रॉन्ग साइड चलने को मजबूर हैं। हालत यह है कि जहां पहले आधे घंटे में मूंदी पहुंचा जा सकता था, अब एक घंटे से ज्यादा लग रहा है। एडीबी योजना से प्रस्तावित निर्माण इस सड़क का निर्माण एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) की योजना से प्रस्तावित है। लेकिन बैंक ने दो बिंदुओं पर आपत्ति ली थी। इन आपत्तियों को दूर कर विभाग ने सुधाकर निर्माण का संशोधित प्रस्ताव दोबारा भेजा है। शासन की ओर से इस मार्ग को अनुपूरक बजट में पहले ही स्वीकृति मिल चुकी है। मुख्यमंत्री एमपीआरडीसी समिति के अध्यक्ष चूंकि मुख्यमंत्री मोहन यादव स्वयं एमपीआरडीसी की समिति के अध्यक्ष हैं, इसलिए विधायक वर्मा और पटेल ने पीडब्ल्यूडी मंत्री को ज्ञापन देकर सीएम तक बात पहुंचाने का अनुरोध किया। विधायक वर्मा ने हापला-दीपला के बीच पुल निर्माण की भी मांग रखी। आनंद नगर से मूंदी तक बुरी हालत स्मार्ट रोड आनंद नगर की सीमा समाप्त होते ही स्टेट हाईवे की हालत बेहद खराब है। पॉलीटेक्निक कॉलेज से जावर, सिहाड़ा, केहलारी होते हुए मूंदी तक सड़क पर डामर गायब है और हर कदम पर गड्ढे हैं। विधायकों ने साफ कहा कि यदि जल्द काम शुरू नहीं हुआ, तो यह सड़क हादसों का कारण बनती रहेगी। दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों के लिए यह मार्ग विकास की रीढ़ है।

खंडवा-मूंदी रोड हुआ जर्जर, निर्माण को दें मंजूरी:विधायक ने पीडब्ल्यूडी मंत्री से कहा; एमपीआरडीसी के मुख्य अभियंता से मिलीं
जर्जर हो चुकी खंडवा-मूंदी रोड के निर्माण को लेकर खंडवा विधायक देवेंद्र वर्मा और मांधाता विधायक नारायण पटेल ने मंगलवार शाम भोपाल में पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह से मुलाकात की। दोनों विधायकों ने सड़क निर्माण को लेकर तत्काल काम शुरू कराने की मांग की। साथ ही एमपीआरडीसी के मुख्य अभियंता से मिलकर भी सड़क की दुर्दशा की जानकारी दी। खंडवा से मूंदी तक की यह 32 किमी की सड़क न केवल मध्यप्रदेश के दो विधानसभा क्षेत्रों खंडवा और मांधाता को जोड़ती है, बल्कि वाया खंडवा होते हुए भोपाल को महाराष्ट्र से भी सीधे जोड़ती है। इससे करीब 150 गांवों के लोग जुड़े हैं। लेकिन सड़क की हालत इतनी खराब है कि लोग जान जोखिम में डालकर यात्रा कर रहे हैं। 29 किलोमीटर में गड्ढे ही गड्ढे 32 किलोमीटर लंबे इस मार्ग में 29 किलोमीटर पर सड़क की ऊपरी परत पूरी तरह उखड़ चुकी है। जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं। वाहन चालक गड्ढों से बचने के लिए रॉन्ग साइड चलने को मजबूर हैं। हालत यह है कि जहां पहले आधे घंटे में मूंदी पहुंचा जा सकता था, अब एक घंटे से ज्यादा लग रहा है। एडीबी योजना से प्रस्तावित निर्माण इस सड़क का निर्माण एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) की योजना से प्रस्तावित है। लेकिन बैंक ने दो बिंदुओं पर आपत्ति ली थी। इन आपत्तियों को दूर कर विभाग ने सुधाकर निर्माण का संशोधित प्रस्ताव दोबारा भेजा है। शासन की ओर से इस मार्ग को अनुपूरक बजट में पहले ही स्वीकृति मिल चुकी है। मुख्यमंत्री एमपीआरडीसी समिति के अध्यक्ष चूंकि मुख्यमंत्री मोहन यादव स्वयं एमपीआरडीसी की समिति के अध्यक्ष हैं, इसलिए विधायक वर्मा और पटेल ने पीडब्ल्यूडी मंत्री को ज्ञापन देकर सीएम तक बात पहुंचाने का अनुरोध किया। विधायक वर्मा ने हापला-दीपला के बीच पुल निर्माण की भी मांग रखी। आनंद नगर से मूंदी तक बुरी हालत स्मार्ट रोड आनंद नगर की सीमा समाप्त होते ही स्टेट हाईवे की हालत बेहद खराब है। पॉलीटेक्निक कॉलेज से जावर, सिहाड़ा, केहलारी होते हुए मूंदी तक सड़क पर डामर गायब है और हर कदम पर गड्ढे हैं। विधायकों ने साफ कहा कि यदि जल्द काम शुरू नहीं हुआ, तो यह सड़क हादसों का कारण बनती रहेगी। दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों के लिए यह मार्ग विकास की रीढ़ है।