बर्फ़ीले तूफ़ान की चेपट में अमेरिका, सात राज्यों में इमरजेंसी की घोषणा

अमेरिका में भीषण बर्फ़ीले तूफ़ान के कारण क़रीब 6 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं और कई प्रांतों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है. केंटकी, वर्जीनिया, वेस्ट वर्जीनिया, कैनसास, अरकनसां , न्यूजर्सी और मिसूरी समेत कई राज्यों ने इमरजेंसी घोषित की है. इन राज्यों के लगभग सभी हाईवे पर बर्फ जमा होने के कारण इन्हें बंद कर दिया गया है. प्रशासन ने सड़क मार्ग का इस्तेमाल न करने की चेतावनी दी है. हज़ारों उड़ानों को रद्द करना पड़ा है और स्कूलों को बंद कर दिया गया है. भारी बर्फबारी और न्यूनतम तापमान का बीते एक दशक का रिकॉर्ड टूट गया है. कैनसास और मिसूरी अभी सबसे अधिक प्रभावित हैं. यहां कुछ इलाकों में रविवार को दोपहर बाद से 10 इंच तक बर्फबारी हुई है. कैनसास के अधिकारी ब्रायन प्लाट ने कहा, पिछले 32 सालों में मैंने 10 इंच से अधिक बर्फबारी नहीं देखी है. मौसम विभाग के अनुसार, देश के मध्य से लेकर पूर्वी तट के लगभग 30 अमेरिकी राज्यों में हालात गंभीर होने की आशंका है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ख़राब मौसम का कारण ध्रुवीय भंवर (आर्कटिक के चारो ओर ठंडी हवाओं का बहाव) है. वॉशिंगटन डीसी और फ़िलाडेल्फिया समेत कई बड़े शहरों के भारी बर्फबारी की चपेट में आने की आशंका है. मौसम विभाग ने कहा है कि सोमवार से खराब मौसम से राहत मिलने की उम्मीद है.(bbc.com/hindi)

बर्फ़ीले तूफ़ान की चेपट में अमेरिका, सात राज्यों में इमरजेंसी की घोषणा
अमेरिका में भीषण बर्फ़ीले तूफ़ान के कारण क़रीब 6 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं और कई प्रांतों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है. केंटकी, वर्जीनिया, वेस्ट वर्जीनिया, कैनसास, अरकनसां , न्यूजर्सी और मिसूरी समेत कई राज्यों ने इमरजेंसी घोषित की है. इन राज्यों के लगभग सभी हाईवे पर बर्फ जमा होने के कारण इन्हें बंद कर दिया गया है. प्रशासन ने सड़क मार्ग का इस्तेमाल न करने की चेतावनी दी है. हज़ारों उड़ानों को रद्द करना पड़ा है और स्कूलों को बंद कर दिया गया है. भारी बर्फबारी और न्यूनतम तापमान का बीते एक दशक का रिकॉर्ड टूट गया है. कैनसास और मिसूरी अभी सबसे अधिक प्रभावित हैं. यहां कुछ इलाकों में रविवार को दोपहर बाद से 10 इंच तक बर्फबारी हुई है. कैनसास के अधिकारी ब्रायन प्लाट ने कहा, पिछले 32 सालों में मैंने 10 इंच से अधिक बर्फबारी नहीं देखी है. मौसम विभाग के अनुसार, देश के मध्य से लेकर पूर्वी तट के लगभग 30 अमेरिकी राज्यों में हालात गंभीर होने की आशंका है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ख़राब मौसम का कारण ध्रुवीय भंवर (आर्कटिक के चारो ओर ठंडी हवाओं का बहाव) है. वॉशिंगटन डीसी और फ़िलाडेल्फिया समेत कई बड़े शहरों के भारी बर्फबारी की चपेट में आने की आशंका है. मौसम विभाग ने कहा है कि सोमवार से खराब मौसम से राहत मिलने की उम्मीद है.(bbc.com/hindi)