शीतला माता मंदिर में पंचमी पर स्कंदमाता की विशेष पूजा

छत्तीसगढ़ संवाददाता कोण्डागांव, 2 अप्रैल। नवरात्रि के पांचवें दिन कोण्डागांव के शीतला माता मंदिर में मां दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप की विशेष पूजा-अर्चना हुई। बुधवार सुबह 10 बजे आयोजित इस धार्मिक अनुष्ठान में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और माता की आराधना की। पूजा-अर्चना के दौरान श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में प्रसाद अर्पित किया और भजन-कीर्तन के माध्यम से देवी का गुणगान किया। पूरे मंदिर परिसर में भक्तिमय माहौल बना रहा, जहां श्रद्धालु पूरी आस्था के साथ माता के दर्शन और आशीर्वाद के लिए उमड़े। स्कंदमाता को ममता और करुणा की देवी माना जाता है। वे भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की माता होने के कारण इस नाम से प्रसिद्ध हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, स्कंदमाता की पूजा से श्रद्धालुओं को बुद्धि, ज्ञान और मोक्ष का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही, नि:संतान दंपतियों के लिए यह दिन विशेष फलदायी माना जाता है। कहा जाता है कि सच्चे मन से व्रत और पूजा करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है।

शीतला माता मंदिर में पंचमी पर स्कंदमाता की विशेष पूजा
छत्तीसगढ़ संवाददाता कोण्डागांव, 2 अप्रैल। नवरात्रि के पांचवें दिन कोण्डागांव के शीतला माता मंदिर में मां दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप की विशेष पूजा-अर्चना हुई। बुधवार सुबह 10 बजे आयोजित इस धार्मिक अनुष्ठान में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और माता की आराधना की। पूजा-अर्चना के दौरान श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में प्रसाद अर्पित किया और भजन-कीर्तन के माध्यम से देवी का गुणगान किया। पूरे मंदिर परिसर में भक्तिमय माहौल बना रहा, जहां श्रद्धालु पूरी आस्था के साथ माता के दर्शन और आशीर्वाद के लिए उमड़े। स्कंदमाता को ममता और करुणा की देवी माना जाता है। वे भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की माता होने के कारण इस नाम से प्रसिद्ध हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, स्कंदमाता की पूजा से श्रद्धालुओं को बुद्धि, ज्ञान और मोक्ष का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही, नि:संतान दंपतियों के लिए यह दिन विशेष फलदायी माना जाता है। कहा जाता है कि सच्चे मन से व्रत और पूजा करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है।