रायगढ़ पुलिस ने उत्तराखंड से पकड़े 3 आरोपी
छत्तीसगढ़संवाददाता
रायगढ़, 8 मई। पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज डॉ. संजीव शुक्ला के मार्गदर्शन एवं पुलिस अधीक्षक रायगढ़ दिव्यांग पटेल के नेतृत्व में साइबर ठगी के एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए रायगढ़ पुलिस ने उत्तराखंड के देहरादून से प्रशिक्षु आईपीएस हर्षित मैहर थाना प्रभारी खरसिया की टीम ने इंटर स्टेट साइबर फ्राड गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। खरसिया क्षेत्र के बोतल्दा निवासी एक प्लांट कर्मचारी से करीब 91 लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में ये कार्रवाई की गई, जिसमें आरोपियों द्वारा श्समारा ट्रेडिंग एपश् के नाम पर फर्जी निवेश के बहाने भारी रकम ठगी गई थी।
जानकारी के अनुसार 22 फरवरी 2024 को पीडि़त राजेश गबेल को एक वॉट्सऐप लिंक के जरिए एक ग्रुप में जोड़ा गया, जहां शेयर ट्रेडिंग में 5 से 7 प्रतिशत तक लाभ का प्रलोभन दिया गया। आरोपियों ने पीडि़त से समारा प्रो एप डाउनलोड कराकर उसमें निवेश शुरू कराया और कुल 91 लाख रुपये निवेश करा लिए। बाद में जब निवेशित शेयरों को बेचना संभव नहीं हुआ, तब ठगी का अहसास हुआ। प्रकरण में खरसिया थाना में धारा 420 भादंवि के तहत मामला दर्ज किया गया।
एसपी दिव्यांग पटेल ने स्वयं इस केस की निगरानी करते हुए साइबर सेल व खरसिया पुलिस की संयुक्त टीम बनाई। जांच में यह सामने आया कि पीडि़त की रकम देहरादून स्थित बैंक खातों में ट्रांसफर हुई है। प्रशिक्षु आईपीएस हर्षित मैहर थाना प्रभारी खरसिया के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने देहरादून पहुंचकर खाता धारक शेखर थपलियाल का पता उठाया और हिरासत में लिया। पूछताछ में उसके जॉइंट अकाउंट होल्डर कुलदीप सिंह रावत और मुख्य सरगना आशीष अग्रवाल का नाम सामने आया। पुलिस ने दोनों को भी स्थानीय पुलिस की मदद से दबोच लिया।
रायगढ़ पुलिस ने उत्तराखंड से पकड़े 3 आरोपी
छत्तीसगढ़संवाददाता
रायगढ़, 8 मई। पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज डॉ. संजीव शुक्ला के मार्गदर्शन एवं पुलिस अधीक्षक रायगढ़ दिव्यांग पटेल के नेतृत्व में साइबर ठगी के एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए रायगढ़ पुलिस ने उत्तराखंड के देहरादून से प्रशिक्षु आईपीएस हर्षित मैहर थाना प्रभारी खरसिया की टीम ने इंटर स्टेट साइबर फ्राड गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। खरसिया क्षेत्र के बोतल्दा निवासी एक प्लांट कर्मचारी से करीब 91 लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में ये कार्रवाई की गई, जिसमें आरोपियों द्वारा श्समारा ट्रेडिंग एपश् के नाम पर फर्जी निवेश के बहाने भारी रकम ठगी गई थी।
जानकारी के अनुसार 22 फरवरी 2024 को पीडि़त राजेश गबेल को एक वॉट्सऐप लिंक के जरिए एक ग्रुप में जोड़ा गया, जहां शेयर ट्रेडिंग में 5 से 7 प्रतिशत तक लाभ का प्रलोभन दिया गया। आरोपियों ने पीडि़त से समारा प्रो एप डाउनलोड कराकर उसमें निवेश शुरू कराया और कुल 91 लाख रुपये निवेश करा लिए। बाद में जब निवेशित शेयरों को बेचना संभव नहीं हुआ, तब ठगी का अहसास हुआ। प्रकरण में खरसिया थाना में धारा 420 भादंवि के तहत मामला दर्ज किया गया।
एसपी दिव्यांग पटेल ने स्वयं इस केस की निगरानी करते हुए साइबर सेल व खरसिया पुलिस की संयुक्त टीम बनाई। जांच में यह सामने आया कि पीडि़त की रकम देहरादून स्थित बैंक खातों में ट्रांसफर हुई है। प्रशिक्षु आईपीएस हर्षित मैहर थाना प्रभारी खरसिया के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने देहरादून पहुंचकर खाता धारक शेखर थपलियाल का पता उठाया और हिरासत में लिया। पूछताछ में उसके जॉइंट अकाउंट होल्डर कुलदीप सिंह रावत और मुख्य सरगना आशीष अग्रवाल का नाम सामने आया। पुलिस ने दोनों को भी स्थानीय पुलिस की मदद से दबोच लिया।