अधिकारियों के सामने फफक कर रोई महिला टीचर:पहले ग्वालियर में मोती झील स्कूल दिया, फिर दोबारा काउंसलिंग में बुला लिया

मुरैना में शिक्षकों की काउंसलिंग हो रही है। लेकिन कुछ शिक्षक ऐसे हैं जिनकी काउंसलिंग हो चुकी है और फिर उन्हें दोबारा काउंसलिंग के लिए बुलाया गया। ऐसे ही एक शिक्षिका को जब दोबारा काउंसलिंग के लिए बुलाया गया तो वह शिक्षा विभाग के अधिकारियों के सामने रोने लगी। मामला किरण शर्मा नामक शिक्षिका का है। शिक्षिका किरण शर्मा शासकीय माध्यमिक विद्यालय जाटौली, सबलगढ़ में पदस्थ थीं। काउंसलिंग के बाद उन्होंने अंतर जिला के तहत ग्वालियर के मोती झील पर मौजूद स्कूल को मांगा था। 15 सितंबर को एक्सीलेंस स्कूल मुरैना में हुई काउंसलिंग के दौरान उनको उनके द्वारा मांगे गए शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल मोतीझील में सामाजिक विज्ञान के शिक्षक के रूप में स्कूल आवंटित कर दिया गया था। इसके साथ ही उनसे आवश्यक परिशिष्ट प्रपत्र भी भरवा दिया गया था। इसके साथ ही काउंसलिंग समिति द्वारा उन्हें आश्वस्त किया गया था कि आपकी काउंसलिंग पूरी हो चुकी है। बीते दिन 25 सितंबर को होने वाली काउंसलिंग में किरण शर्मा का नाम फिर से जोड़ दिया गया। इस पर किरण शर्मा अपने साथ अन्याय होते देख चयन समिति के सदस्यों के सामने फफक-फफक कर रोने लगी। उनका कहना था कि उनके पति का एक्सीडेंट हुआ है जिससे पिछले तीन-चार महीने से वह गंभीर अवस्था में है। उनका इलाज ग्वालियर में चल रहा है। अगर उन्हें कहीं दूसरा स्कूल दे दिया गया तो वह अपने पति का इलाज नहीं कर सकेंगी। उनके रन के साथ ही समिति के सदस्यों के हाथ पैर फूल गए। उन्होंने उन्हें समझाया कि उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। काफी समझाने बुझाने के बाद वह शांत हुई। इस मामले के अलावा कैलारस में भी ऐसा ही एक दूसरा मामला सामने आया था। चॉइस फिलिंग के दौरान यहां 9 पद रिक्त बताए जा रहे थे, लेकिन दूसरे ही दिन वहां पर कोई पद रिक्त नहीं बताया गया। इस मामले को लेकर संकल्प प्राचार्य तथा सीईओ ने अपनी आपत्ति भी दर्ज कराई थी। कैहते हैं अधिकारी किरण शर्मा को ज्वाइंट डायरेक्टर महोदय ने पहले मोतीझील स्कूल आवंटित किया था, बाद में ग्वालियर में इस बात को लेकर बखेड़ा खड़ा हो कि सीनियर टीचर को छोड़कर कनिष्ठ टीचर को स्कूल क्यों आवंटित किया गया। अब किरण शर्मा को नूराबाद में स्कूल दिया जा रहा है। एके पाठक, जिला शिक्षा अधिकारी, मुरैना

अधिकारियों के सामने फफक कर रोई महिला टीचर:पहले ग्वालियर में मोती झील स्कूल दिया, फिर दोबारा काउंसलिंग में बुला लिया
मुरैना में शिक्षकों की काउंसलिंग हो रही है। लेकिन कुछ शिक्षक ऐसे हैं जिनकी काउंसलिंग हो चुकी है और फिर उन्हें दोबारा काउंसलिंग के लिए बुलाया गया। ऐसे ही एक शिक्षिका को जब दोबारा काउंसलिंग के लिए बुलाया गया तो वह शिक्षा विभाग के अधिकारियों के सामने रोने लगी। मामला किरण शर्मा नामक शिक्षिका का है। शिक्षिका किरण शर्मा शासकीय माध्यमिक विद्यालय जाटौली, सबलगढ़ में पदस्थ थीं। काउंसलिंग के बाद उन्होंने अंतर जिला के तहत ग्वालियर के मोती झील पर मौजूद स्कूल को मांगा था। 15 सितंबर को एक्सीलेंस स्कूल मुरैना में हुई काउंसलिंग के दौरान उनको उनके द्वारा मांगे गए शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल मोतीझील में सामाजिक विज्ञान के शिक्षक के रूप में स्कूल आवंटित कर दिया गया था। इसके साथ ही उनसे आवश्यक परिशिष्ट प्रपत्र भी भरवा दिया गया था। इसके साथ ही काउंसलिंग समिति द्वारा उन्हें आश्वस्त किया गया था कि आपकी काउंसलिंग पूरी हो चुकी है। बीते दिन 25 सितंबर को होने वाली काउंसलिंग में किरण शर्मा का नाम फिर से जोड़ दिया गया। इस पर किरण शर्मा अपने साथ अन्याय होते देख चयन समिति के सदस्यों के सामने फफक-फफक कर रोने लगी। उनका कहना था कि उनके पति का एक्सीडेंट हुआ है जिससे पिछले तीन-चार महीने से वह गंभीर अवस्था में है। उनका इलाज ग्वालियर में चल रहा है। अगर उन्हें कहीं दूसरा स्कूल दे दिया गया तो वह अपने पति का इलाज नहीं कर सकेंगी। उनके रन के साथ ही समिति के सदस्यों के हाथ पैर फूल गए। उन्होंने उन्हें समझाया कि उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। काफी समझाने बुझाने के बाद वह शांत हुई। इस मामले के अलावा कैलारस में भी ऐसा ही एक दूसरा मामला सामने आया था। चॉइस फिलिंग के दौरान यहां 9 पद रिक्त बताए जा रहे थे, लेकिन दूसरे ही दिन वहां पर कोई पद रिक्त नहीं बताया गया। इस मामले को लेकर संकल्प प्राचार्य तथा सीईओ ने अपनी आपत्ति भी दर्ज कराई थी। कैहते हैं अधिकारी किरण शर्मा को ज्वाइंट डायरेक्टर महोदय ने पहले मोतीझील स्कूल आवंटित किया था, बाद में ग्वालियर में इस बात को लेकर बखेड़ा खड़ा हो कि सीनियर टीचर को छोड़कर कनिष्ठ टीचर को स्कूल क्यों आवंटित किया गया। अब किरण शर्मा को नूराबाद में स्कूल दिया जा रहा है। एके पाठक, जिला शिक्षा अधिकारी, मुरैना