एनएचएम कर्मियों ने सडक़ पर उतर आम नागरिकों से भीख मांगी, चिकित्सक भी रहे हड़ताल पर

छत्तीसगढ़ संवाददाता अंबिकापुर, 22 अगस्त। नियमितीकरण सहित 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अंबिकापुर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों ने सरगुजा में अनोखा प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने विरोध स्वरूप मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामने सहित अन्य सडक़ों पर उतरकर आम नागरिकों से भीख मांगी। अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के आह्वान पर शुक्रवार को नियमिति चिकित्सक भी हड़ताल पर रहे। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सा सुविधाएं ठप रहीं। अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे एनएचएम कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष शिल्पी राय ने कहा कि सडक़ों पर उतरकर सरकार को जगाने की कोशिश कर रहे हैं। चार दिनों से हड़ताल में रहने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। मांगें माने जाने तक हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया गया है। गौरतलब है कि 18 अगस्त से नियमितीकरण सहित 10 सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इनमें डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, लैब टेक्नीशियन भी शामिल हैं। चार दिनों से हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्य कर्मियों के मांगों को लेकर राज्य सरकार की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है। इससे प्रदर्शनकारियों में नाराजगी है। कर्मियों का कहना है कि वे वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। रैली निकाल मांगी भीख एनएचएम के प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने शुक्रवार को धरना स्थल से रैली निकाली और कलेक्टोरेट चौक पहुंचे। कलेक्टोरेट चौक से संगम चौक तक रैली निकाल कर्मियों ने भीख मांगी। प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने भीख में मिले पैसे को वे राज्य सरकार के कोष में जमा कराएंगे, ताकि सरकार उनके नियमितीकरण का तोहफा दे सके और अन्य लंबित मांगों को भी पूरा किया जा सके। हड़ताल के कारण मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल सहित सभी सीएचसी एवं पीएचसी में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। सीएचसी एवं पीएचसी में टेक्निकल स्टाफ के पदों पर अन्य कर्मी काम कर रहे हैं। इस कारण सभी जांच लगभग बंद हो गई है।

एनएचएम कर्मियों ने सडक़ पर उतर आम नागरिकों से भीख मांगी, चिकित्सक भी रहे हड़ताल पर
छत्तीसगढ़ संवाददाता अंबिकापुर, 22 अगस्त। नियमितीकरण सहित 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अंबिकापुर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों ने सरगुजा में अनोखा प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने विरोध स्वरूप मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सामने सहित अन्य सडक़ों पर उतरकर आम नागरिकों से भीख मांगी। अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के आह्वान पर शुक्रवार को नियमिति चिकित्सक भी हड़ताल पर रहे। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सा सुविधाएं ठप रहीं। अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे एनएचएम कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष शिल्पी राय ने कहा कि सडक़ों पर उतरकर सरकार को जगाने की कोशिश कर रहे हैं। चार दिनों से हड़ताल में रहने से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। मांगें माने जाने तक हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया गया है। गौरतलब है कि 18 अगस्त से नियमितीकरण सहित 10 सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर हैं। इनमें डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, लैब टेक्नीशियन भी शामिल हैं। चार दिनों से हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्य कर्मियों के मांगों को लेकर राज्य सरकार की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है। इससे प्रदर्शनकारियों में नाराजगी है। कर्मियों का कहना है कि वे वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। रैली निकाल मांगी भीख एनएचएम के प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने शुक्रवार को धरना स्थल से रैली निकाली और कलेक्टोरेट चौक पहुंचे। कलेक्टोरेट चौक से संगम चौक तक रैली निकाल कर्मियों ने भीख मांगी। प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने भीख में मिले पैसे को वे राज्य सरकार के कोष में जमा कराएंगे, ताकि सरकार उनके नियमितीकरण का तोहफा दे सके और अन्य लंबित मांगों को भी पूरा किया जा सके। हड़ताल के कारण मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल सहित सभी सीएचसी एवं पीएचसी में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। सीएचसी एवं पीएचसी में टेक्निकल स्टाफ के पदों पर अन्य कर्मी काम कर रहे हैं। इस कारण सभी जांच लगभग बंद हो गई है।