कोरबा की टूटी सड़कों पर गंदे पानी में नहाकर व्यापारियों ने खोली विकास के दावों की पोल

छत्तीसगढ़ संवाददाता कोरबा 25 अगस्त। कोरबा के कुसमुंडा इलाके में बदहाल सड़कों ने लोगों को बेहाल कर दिया है। हाल यह है कि व्यापारी सड़क पर भरे गंदे पानी में स्नान कर विरोध जताने लगे। यह नजारा उस व्यवस्था की सच्चाई दिखाता है, जो हर जगह विकास के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन जमीनी हालात इसके उलट हैं। कुसमुंडा-इमलीछापर मार्ग की स्थिति इतनी खराब है कि गंदगी और पानी से भरे गड्ढे लोगों की मजबूरी बन चुके हैं। कोरबा जिले में कोयला, राखड़ और रेत ढोने वाले भारी वाहनों की ओवरलोडिंग से सड़कों की हालत और बिगड़ जाती है। जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं और अंधेरे में इनसे गुजरना खतरे से खाली नहीं। स्थानीय लोग कभी-कभी गड्ढों को मलबे से भरकर समस्या कम करने की कोशिश करते हैं, लेकिन यह उपाय ज्यादा दिन नहीं टिकता। उल्टे हालात और बिगड़ जाते हैं। With regards

कोरबा की टूटी सड़कों पर गंदे पानी में नहाकर व्यापारियों ने खोली विकास के दावों की पोल
छत्तीसगढ़ संवाददाता कोरबा 25 अगस्त। कोरबा के कुसमुंडा इलाके में बदहाल सड़कों ने लोगों को बेहाल कर दिया है। हाल यह है कि व्यापारी सड़क पर भरे गंदे पानी में स्नान कर विरोध जताने लगे। यह नजारा उस व्यवस्था की सच्चाई दिखाता है, जो हर जगह विकास के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन जमीनी हालात इसके उलट हैं। कुसमुंडा-इमलीछापर मार्ग की स्थिति इतनी खराब है कि गंदगी और पानी से भरे गड्ढे लोगों की मजबूरी बन चुके हैं। कोरबा जिले में कोयला, राखड़ और रेत ढोने वाले भारी वाहनों की ओवरलोडिंग से सड़कों की हालत और बिगड़ जाती है। जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं और अंधेरे में इनसे गुजरना खतरे से खाली नहीं। स्थानीय लोग कभी-कभी गड्ढों को मलबे से भरकर समस्या कम करने की कोशिश करते हैं, लेकिन यह उपाय ज्यादा दिन नहीं टिकता। उल्टे हालात और बिगड़ जाते हैं। With regards