छतरपुर अस्पताल की OPD से डॉक्टर नदारद:2 घंटे तक लाइन में खड़े रहे 100 किमी दूर से आए मरीज; एसडीएम ने कही जांच की बात
छतरपुर अस्पताल की OPD से डॉक्टर नदारद:2 घंटे तक लाइन में खड़े रहे 100 किमी दूर से आए मरीज; एसडीएम ने कही जांच की बात
छतरपुर जिला अस्पताल में सोमवार सुबह 10 बजे तक ओपीडी में कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा। इस दौरान मरीजों को घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ा, जिससे वह परेशान दिखे। एसडीएम ने मामले में जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है। जानकारी के अनुसार, अस्पताल में ओपीडी का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक निर्धारित है। लेकिन, सोमवार को डॉक्टरों की गैरमौजूदगी में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कई मरीज 100 किलोमीटर दूर से इलाज के लिए पहुंचे थे। परेशान होते दिखे मरीज बकस्वाहा से आए छन्नूलाल पीठ दर्द का इलाज कराने आए थे। इमलिया गांव के सीताराम अनुरागी अपनी बच्ची के टूटे हुए हाथ का इलाज कराने पहुंचे थे। धमोरा की राजकुमारी अहिरवार सुबह 8:30 बजे से लाइन में खड़ी थीं। सिलावट की विमल पटेल हाथ दर्द की शिकायत लेकर सुबह 9 बजे से प्रतीक्षा कर रही थीं। कलेक्टर ने दिए थे नाेटिस इससे पहले भी कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने अस्पताल का निरीक्षण किया था। इस दौरान अनुपस्थित मिले तीन डॉक्टरों को उन्होंने नोटिस जारी किए थे। इसके बावजूद अस्पताल की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ। मरीजों ने बताया कि उन्हें मजबूरन प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ता है, जहां उन्हें महंगी दरों पर इलाज कराना पड़ता है। एसडीएम ने कही जांच की बात एसडीएम अखिल राठौर ने बताया कि इस मामले में जांच कर जिम्मेदारों को नोटिस जारी करेंगे।
छतरपुर जिला अस्पताल में सोमवार सुबह 10 बजे तक ओपीडी में कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा। इस दौरान मरीजों को घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ा, जिससे वह परेशान दिखे। एसडीएम ने मामले में जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है। जानकारी के अनुसार, अस्पताल में ओपीडी का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक निर्धारित है। लेकिन, सोमवार को डॉक्टरों की गैरमौजूदगी में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कई मरीज 100 किलोमीटर दूर से इलाज के लिए पहुंचे थे। परेशान होते दिखे मरीज बकस्वाहा से आए छन्नूलाल पीठ दर्द का इलाज कराने आए थे। इमलिया गांव के सीताराम अनुरागी अपनी बच्ची के टूटे हुए हाथ का इलाज कराने पहुंचे थे। धमोरा की राजकुमारी अहिरवार सुबह 8:30 बजे से लाइन में खड़ी थीं। सिलावट की विमल पटेल हाथ दर्द की शिकायत लेकर सुबह 9 बजे से प्रतीक्षा कर रही थीं। कलेक्टर ने दिए थे नाेटिस इससे पहले भी कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने अस्पताल का निरीक्षण किया था। इस दौरान अनुपस्थित मिले तीन डॉक्टरों को उन्होंने नोटिस जारी किए थे। इसके बावजूद अस्पताल की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ। मरीजों ने बताया कि उन्हें मजबूरन प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ता है, जहां उन्हें महंगी दरों पर इलाज कराना पड़ता है। एसडीएम ने कही जांच की बात एसडीएम अखिल राठौर ने बताया कि इस मामले में जांच कर जिम्मेदारों को नोटिस जारी करेंगे।