समर्थन मूल्य पर सोयाबीन बेचने किसानों को हो रही परेशानी:तुलाई के लिए करना पड़ रहा इंतजार, किसान कांग्रेस ने दी चक्काजाम की दी चेतावनी
समर्थन मूल्य पर सोयाबीन बेचने किसानों को हो रही परेशानी:तुलाई के लिए करना पड़ रहा इंतजार, किसान कांग्रेस ने दी चक्काजाम की दी चेतावनी
हरदा जिले में समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदी में किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खरीदी केंद्रों पर कम तौल कांटे होने के कारण एक दिन में सिर्फ 10 से 12 ट्रालियां ही तूल पा रही हैं, जिससे किसानों को अपनी बारी के लिए तीन से चार दिन तक वेयरहाउस के बाहर इंतजार करना पड़ रहा है। जिला मुख्यालय की कृषि उपज मंडी के रूपीपरेटिया सहकारी समिति केंद्र पर केवल तीन दरवाजे खोले गए हैं, जिससे एक बार में सिर्फ तीन ट्रालियां ही तूल पा रही हैं। किसानों का कहना है कि अगर सभी गेट खोले जाएं तो एक साथ ज्यादा ट्रालियां तूल सकेंगी, जिससे उन्हें लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। किसानों को 3 करोड़ 16 लाख रुपए भुगतान किया गया
उपसंचालक कृषि संजय यादव ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में सोयाबीन उपार्जन के लिए जिले में 21 केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों के लिए 4 हजार 388 किसानों ने स्लॉट बुक कराया था। अब तक 1 हजार 840 किसानों से 5444.59 मैट्रिक टन सोयाबीन खरीदी जा चुकी है। किसानों को भुगतान भी शुरू हो चुका है और अब तक 3 करोड़16 लाख रुपए का भुगतान किया गया है। संजय यादव ने बताया कि शासन ने हर रोज प्रति किसान 25 क्विंटल की बजाय 40 क्विंटल सोयाबीन उपार्जन की अनुमति दी है। किसान कांग्रेस चक्काजाम करेगी- जिलाध्यक्ष मोहन
किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मोहन विश्नोई ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार केंद्र के आदेश का पालन नहीं कर रही है। केंद्र ने 15 नवंबर को 15 प्रतिशत नमी वाली सोयाबीन की खरीदी के आदेश दिए थे, लेकिन राज्य सरकार ने इसे लागू नहीं किया। किसानों को अगर 15 प्रतिशत नमी वाली सोयाबीन नहीं खरीदी जाती और उनका भुगतान नहीं होता, तो किसान कांग्रेस चक्काजाम करेगी।
हरदा जिले में समर्थन मूल्य पर सोयाबीन खरीदी में किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खरीदी केंद्रों पर कम तौल कांटे होने के कारण एक दिन में सिर्फ 10 से 12 ट्रालियां ही तूल पा रही हैं, जिससे किसानों को अपनी बारी के लिए तीन से चार दिन तक वेयरहाउस के बाहर इंतजार करना पड़ रहा है। जिला मुख्यालय की कृषि उपज मंडी के रूपीपरेटिया सहकारी समिति केंद्र पर केवल तीन दरवाजे खोले गए हैं, जिससे एक बार में सिर्फ तीन ट्रालियां ही तूल पा रही हैं। किसानों का कहना है कि अगर सभी गेट खोले जाएं तो एक साथ ज्यादा ट्रालियां तूल सकेंगी, जिससे उन्हें लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। किसानों को 3 करोड़ 16 लाख रुपए भुगतान किया गया
उपसंचालक कृषि संजय यादव ने बताया कि खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में सोयाबीन उपार्जन के लिए जिले में 21 केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों के लिए 4 हजार 388 किसानों ने स्लॉट बुक कराया था। अब तक 1 हजार 840 किसानों से 5444.59 मैट्रिक टन सोयाबीन खरीदी जा चुकी है। किसानों को भुगतान भी शुरू हो चुका है और अब तक 3 करोड़16 लाख रुपए का भुगतान किया गया है। संजय यादव ने बताया कि शासन ने हर रोज प्रति किसान 25 क्विंटल की बजाय 40 क्विंटल सोयाबीन उपार्जन की अनुमति दी है। किसान कांग्रेस चक्काजाम करेगी- जिलाध्यक्ष मोहन
किसान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मोहन विश्नोई ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार केंद्र के आदेश का पालन नहीं कर रही है। केंद्र ने 15 नवंबर को 15 प्रतिशत नमी वाली सोयाबीन की खरीदी के आदेश दिए थे, लेकिन राज्य सरकार ने इसे लागू नहीं किया। किसानों को अगर 15 प्रतिशत नमी वाली सोयाबीन नहीं खरीदी जाती और उनका भुगतान नहीं होता, तो किसान कांग्रेस चक्काजाम करेगी।