त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के राजेश शर्मा की प्रापर्टी अटैच:आयकर विभाग ने पंजीयन विभाग को लिखी चिट्ठी, महेंद्र गोयनका के भी हो रहे बयान
त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के राजेश शर्मा की प्रापर्टी अटैच:आयकर विभाग ने पंजीयन विभाग को लिखी चिट्ठी, महेंद्र गोयनका के भी हो रहे बयान
आयकर विभाग ने त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक राजेश शर्मा की प्रॉपर्टी अटैच कर ली है। इसको लेकर आयकर विभाग ने आईजी पंजीयन और भोपाल के वरिष्ठ जिला पंजीयक को पत्र लिखकर कहा है कि राजेश शर्मा के स्वामित्व वाली किसी भी प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री नहीं होने दी जाए। आयकर विभाग को आशंका है कि छापे की कार्रवाई के बाद शर्मा अपनी प्रॉपर्टी खुर्द-बुर्द कर सकता है और किसी को भी औने-पौने दाम पर बेच सकता है। उधर, आयकर विभाग ने छत्तीसगढ़ के रायपुर के कारोबारी महेंद्र गोयनका को भी जांच के लिए तलब कर लिया है। गोयनका को समन जारी कर उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं। प्रदेश में आयकर विभाग ने पिछले महीने त्रिशूल कंस्ट्रक्शन, क्वालिटी ग्रुप, ईशान ग्रुप के संचालकों के 56 ठिकानों पर छापेमारी की थी। भोपाल के 53 और इंदौर के दो व ग्वालियर के एक ठिकाने पर की गई छापेमारी में आयकर विभाग को 10 करोड़ रुपए कैश और 25 से ज्यादा लॉकर की जानकारी मिली थी। इसके साथ ही एक हफ्ते तक चली छापेमारी की कार्रवाई में भारी मात्रा में बेनामी दस्तावेज और जमीन के कागजात मिले थे। जिसे आयकर टीम ने जब्त कर लिया था। इसके बाद दस्तावेजों की पड़ताल कर अब समन जारी करने और संबंधितों के बयान लेने की कार्रवाई शुरू हो गई है। राजेश शर्मा की हर प्रॉपर्टी पर नजर इस छापेमारी में यह खुलासा हुआ था कि ईशान ग्रुप, क्वालिटी ग्रुप और त्रिशूल कंसट्रक्शन के कारोबार में राजेश शर्मा ही मास्टरमाइंड है। इसलिए अब राजेश शर्मा की पूरी प्रापर्टी को आयकर विभाग ने अटैच कर लिया है। इसके लिए भोपाल में रजिस्ट्री दफ्तर के सब रजिस्ट्रार तक यह निर्देश वरिष्ठ जिला पंजीयक के माध्यम से पहुंचाए गए हैं कि राजेश शर्मा के मालिकाना हक की किसी प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन आयकर विभाग के संज्ञान में लाए बिना और अनुमति बिना नहीं किया जाएगा। पंजीयन विभाग के अफसरों के अनुसार ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि आयकर विभाग को आशंका है कि राजेश शर्मा अपनी प्रापर्टी बेच सकता है। प्रापर्टी अटैच किए जाने से हर प्रापर्टी की स्थिति पर आयकर विभाग की नजर रहेगी। इसके साथ ही राजेश शर्मा के बयान भी लिए जाने की तैयारी है। महेंद्र गोयनका के बयान लिए, अभी प्रक्रिया जारी आयकर विभाग ने रायपुर के खनन कारोबारी महेंद्र गोयनका को भी समन जारी कर बयान के लिए तलब कर लिया है। गोयनका राजेश शर्मा से सीधा ताल्लुक रखते हैं और पिछले दिनों मीडिया में आए बयान के जरिये भी गोयनका ने राजेश शर्मा से अपने संबंध स्वीकार किए हैं। गोयनका पर आरोप है कि भोपाल में सेवनिया गौड़ इलाके में खरीदी गई जमीन के मामले में उनके द्वारा 50 करोड़ रुपए का नकद पेमेंट किया गया है और यह काम राजेश शर्मा के माध्यम से किया गया है। इसलिए महेद्र गोयनका के दो दिन पहले बयान लिए गए हैं। अभी उनके बयान लेने का क्रम जारी है।
आयकर विभाग ने त्रिशूल कंस्ट्रक्शन कंपनी के संचालक राजेश शर्मा की प्रॉपर्टी अटैच कर ली है। इसको लेकर आयकर विभाग ने आईजी पंजीयन और भोपाल के वरिष्ठ जिला पंजीयक को पत्र लिखकर कहा है कि राजेश शर्मा के स्वामित्व वाली किसी भी प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री नहीं होने दी जाए। आयकर विभाग को आशंका है कि छापे की कार्रवाई के बाद शर्मा अपनी प्रॉपर्टी खुर्द-बुर्द कर सकता है और किसी को भी औने-पौने दाम पर बेच सकता है। उधर, आयकर विभाग ने छत्तीसगढ़ के रायपुर के कारोबारी महेंद्र गोयनका को भी जांच के लिए तलब कर लिया है। गोयनका को समन जारी कर उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं। प्रदेश में आयकर विभाग ने पिछले महीने त्रिशूल कंस्ट्रक्शन, क्वालिटी ग्रुप, ईशान ग्रुप के संचालकों के 56 ठिकानों पर छापेमारी की थी। भोपाल के 53 और इंदौर के दो व ग्वालियर के एक ठिकाने पर की गई छापेमारी में आयकर विभाग को 10 करोड़ रुपए कैश और 25 से ज्यादा लॉकर की जानकारी मिली थी। इसके साथ ही एक हफ्ते तक चली छापेमारी की कार्रवाई में भारी मात्रा में बेनामी दस्तावेज और जमीन के कागजात मिले थे। जिसे आयकर टीम ने जब्त कर लिया था। इसके बाद दस्तावेजों की पड़ताल कर अब समन जारी करने और संबंधितों के बयान लेने की कार्रवाई शुरू हो गई है। राजेश शर्मा की हर प्रॉपर्टी पर नजर इस छापेमारी में यह खुलासा हुआ था कि ईशान ग्रुप, क्वालिटी ग्रुप और त्रिशूल कंसट्रक्शन के कारोबार में राजेश शर्मा ही मास्टरमाइंड है। इसलिए अब राजेश शर्मा की पूरी प्रापर्टी को आयकर विभाग ने अटैच कर लिया है। इसके लिए भोपाल में रजिस्ट्री दफ्तर के सब रजिस्ट्रार तक यह निर्देश वरिष्ठ जिला पंजीयक के माध्यम से पहुंचाए गए हैं कि राजेश शर्मा के मालिकाना हक की किसी प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन आयकर विभाग के संज्ञान में लाए बिना और अनुमति बिना नहीं किया जाएगा। पंजीयन विभाग के अफसरों के अनुसार ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि आयकर विभाग को आशंका है कि राजेश शर्मा अपनी प्रापर्टी बेच सकता है। प्रापर्टी अटैच किए जाने से हर प्रापर्टी की स्थिति पर आयकर विभाग की नजर रहेगी। इसके साथ ही राजेश शर्मा के बयान भी लिए जाने की तैयारी है। महेंद्र गोयनका के बयान लिए, अभी प्रक्रिया जारी आयकर विभाग ने रायपुर के खनन कारोबारी महेंद्र गोयनका को भी समन जारी कर बयान के लिए तलब कर लिया है। गोयनका राजेश शर्मा से सीधा ताल्लुक रखते हैं और पिछले दिनों मीडिया में आए बयान के जरिये भी गोयनका ने राजेश शर्मा से अपने संबंध स्वीकार किए हैं। गोयनका पर आरोप है कि भोपाल में सेवनिया गौड़ इलाके में खरीदी गई जमीन के मामले में उनके द्वारा 50 करोड़ रुपए का नकद पेमेंट किया गया है और यह काम राजेश शर्मा के माध्यम से किया गया है। इसलिए महेद्र गोयनका के दो दिन पहले बयान लिए गए हैं। अभी उनके बयान लेने का क्रम जारी है।