नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी, एक और गिरफ्तार

एक पहले पकड़ा जा चुका है, एक फरार छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 27 जनवरी। भानपुरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत 2 युवकों को जगदलपुर निवासी युवक ने 2 दोस्तों के साथ मिलकर शिक्षा विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की। आरोपियों के द्वारा युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया। इस मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, एक फरार है। वहीं एक आरोपी पहले ही गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है। मामले के बारे में जानकारी देते हुए भानपुरी थाना प्रभारी ने बताया कि धरमपुरा निवासी अभिजीत प्रताप सिंह चांदनी चौक स्थित किसी कंपनी में काम करता था, उसने अपने दो दोस्त सोनारपाल निवासी प्रमोद और नारायण के साथ मिलकर कावडग़ाँव निवासी चुम्मन राम बघेल व देवड़ा निवासी दिलीप कुमार कश्यप को शिक्षा विभाग में भृत्य के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर वर्ष 2019 व 2020 में दिलीप से 3 लाख 40 हजार व चुम्मन लाल से 1 लाख 70 हजार रुपये ले लिए। आरोपियों के द्वारा इन्हें जल्द ही नियुक्ति पत्र मिलने की आस भी दी. कई महीनों के बाद साल तक आरोपियों के द्वारा इन प्रार्थियों को आस में रखा जा रहा था, लेकिन नौकरी नहीं मिलने पर प्रार्थी दिलीप कुमार कश्यप व देवड़ा निवासी चुम्मन राम बघेल ने 22 जुलाई 2024 को भानपुरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया थी कि आरोपी अभिजीत सिंह निवासी धरमपुरा नं. 1 ने अपने अन्य दो साथी प्रमोद मौर्य एवं नारायण बघेल के साथ मिलकर शिक्षा विमाग में नौकरी लगाने के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर 3 लाख 40 हजार व 1 लाख 70 हजार रूपये का धोखाधड़ी किया है, दोनों प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना भानपुरी में धारा 420, 34, 467, 466, 471 भादवि दर्ज कर जांच में लिया गया। टीम के द्वारा आरोपी को जगदलपुर से गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ पैसे 3 दोस्तों में बांटने की बात बताई। इस मामले में एक आरोपी प्रमोद पहले ही गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है, जबकि अभिजीत को आज गिरफ्तार किया गया, जबकि इनका तीसरा साथी नारायण जो पेशे से ड्राइवर है वो फरार हो गया है, जिसकी खोजबीन की जा रही है।

नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी, एक और गिरफ्तार
एक पहले पकड़ा जा चुका है, एक फरार छत्तीसगढ़ संवाददाता जगदलपुर, 27 जनवरी। भानपुरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत 2 युवकों को जगदलपुर निवासी युवक ने 2 दोस्तों के साथ मिलकर शिक्षा विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की। आरोपियों के द्वारा युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया। इस मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, एक फरार है। वहीं एक आरोपी पहले ही गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है। मामले के बारे में जानकारी देते हुए भानपुरी थाना प्रभारी ने बताया कि धरमपुरा निवासी अभिजीत प्रताप सिंह चांदनी चौक स्थित किसी कंपनी में काम करता था, उसने अपने दो दोस्त सोनारपाल निवासी प्रमोद और नारायण के साथ मिलकर कावडग़ाँव निवासी चुम्मन राम बघेल व देवड़ा निवासी दिलीप कुमार कश्यप को शिक्षा विभाग में भृत्य के पद पर नौकरी लगाने के नाम पर वर्ष 2019 व 2020 में दिलीप से 3 लाख 40 हजार व चुम्मन लाल से 1 लाख 70 हजार रुपये ले लिए। आरोपियों के द्वारा इन्हें जल्द ही नियुक्ति पत्र मिलने की आस भी दी. कई महीनों के बाद साल तक आरोपियों के द्वारा इन प्रार्थियों को आस में रखा जा रहा था, लेकिन नौकरी नहीं मिलने पर प्रार्थी दिलीप कुमार कश्यप व देवड़ा निवासी चुम्मन राम बघेल ने 22 जुलाई 2024 को भानपुरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया थी कि आरोपी अभिजीत सिंह निवासी धरमपुरा नं. 1 ने अपने अन्य दो साथी प्रमोद मौर्य एवं नारायण बघेल के साथ मिलकर शिक्षा विमाग में नौकरी लगाने के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर 3 लाख 40 हजार व 1 लाख 70 हजार रूपये का धोखाधड़ी किया है, दोनों प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना भानपुरी में धारा 420, 34, 467, 466, 471 भादवि दर्ज कर जांच में लिया गया। टीम के द्वारा आरोपी को जगदलपुर से गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ पैसे 3 दोस्तों में बांटने की बात बताई। इस मामले में एक आरोपी प्रमोद पहले ही गिरफ्तार होकर जेल जा चुका है, जबकि अभिजीत को आज गिरफ्तार किया गया, जबकि इनका तीसरा साथी नारायण जो पेशे से ड्राइवर है वो फरार हो गया है, जिसकी खोजबीन की जा रही है।