न्यूट्रिशन परामर्श से श्वेता ने हजारों का सुधारा स्वास्थ्य, पहली किताब में 18 वर्षों का अनुभव

देसी स्लिम का रायपुर में विमोचन रायपुर, 2 जुलाई। डॉ. श्वेता छाबड़ा ने बताया कि वे 18 वर्षों से न्यूट्रिशन क्लिनिक में काम कर रही हैं। उन्होंने अपनी पहली किताब लिखी जिसका नाम देसी स्लिम है। ये बुक आपको पूरा सार बताती है कि आप देशी चीजों से अपने वजन की नियंत्रण कर सकते हैं। डॉ. छाबड़ा ने बताया कि इस किताब का लॉन्च 22 जून को हुआ। इस किताब में उनका 18 साल का पूरा व्यावहारिक तथा सैद्धांतिक अनुभव है। इस कितान का लॉन्च डॉ. अरूणी पल्टा हेमचंद विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति। और विधायक अनुज शर्मा के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में सुधीर सुल्तानिया, निशांत कुमार और सभी परिवारजन और अन्य लोग उपस्थित थे। डॉ. छाबड़ा ने बताया कि इस किताब के विषय वस्तु बताया गया कि वजन कम न होने के बहाने होते है लोगों को समझना होता है कि आप कैसे जान सकते है कि आपका वजन कितना ज्यादा है, वजन में फैट कम करना है या इंच लास कराए ये सब इस किताब में बताया गया है। वजन कम करने के कई प्रकार के डाइट बताए गए हैं कि कौन सी आपके लिए उचित रहेगी और यह भी बताया गया है कि आप कम वजन को कैसे नियंत्रित कर सकते हैं। डॉ. छाबड़ा ने बताया कि सफर नामा मोटापे का, अपने अपने बहाने, कमबख्त वजन, बीएमआर का गणित, फैट की फाईट, नापतौल के, वेट लॉस के पांच सारथी, छोटी-छोटी मगर मोटी बातें, बूंद-बूंत से घटना वजन, हमारी आदतें, जागो ग्राहक जागो, देशी डाइट, किस्से गंहू के, मेरे मन को भाया, मैंने खाया। देसी स्लिम इस किताब में देशी आहार के माध्यम से अपना वांछित वजन हासिल करने में आपकी मदद करने के लिए सभी सामग्री मौजूद है।

न्यूट्रिशन परामर्श से श्वेता ने हजारों का सुधारा स्वास्थ्य, पहली किताब में 18 वर्षों का अनुभव
देसी स्लिम का रायपुर में विमोचन रायपुर, 2 जुलाई। डॉ. श्वेता छाबड़ा ने बताया कि वे 18 वर्षों से न्यूट्रिशन क्लिनिक में काम कर रही हैं। उन्होंने अपनी पहली किताब लिखी जिसका नाम देसी स्लिम है। ये बुक आपको पूरा सार बताती है कि आप देशी चीजों से अपने वजन की नियंत्रण कर सकते हैं। डॉ. छाबड़ा ने बताया कि इस किताब का लॉन्च 22 जून को हुआ। इस किताब में उनका 18 साल का पूरा व्यावहारिक तथा सैद्धांतिक अनुभव है। इस कितान का लॉन्च डॉ. अरूणी पल्टा हेमचंद विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति। और विधायक अनुज शर्मा के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में सुधीर सुल्तानिया, निशांत कुमार और सभी परिवारजन और अन्य लोग उपस्थित थे। डॉ. छाबड़ा ने बताया कि इस किताब के विषय वस्तु बताया गया कि वजन कम न होने के बहाने होते है लोगों को समझना होता है कि आप कैसे जान सकते है कि आपका वजन कितना ज्यादा है, वजन में फैट कम करना है या इंच लास कराए ये सब इस किताब में बताया गया है। वजन कम करने के कई प्रकार के डाइट बताए गए हैं कि कौन सी आपके लिए उचित रहेगी और यह भी बताया गया है कि आप कम वजन को कैसे नियंत्रित कर सकते हैं। डॉ. छाबड़ा ने बताया कि सफर नामा मोटापे का, अपने अपने बहाने, कमबख्त वजन, बीएमआर का गणित, फैट की फाईट, नापतौल के, वेट लॉस के पांच सारथी, छोटी-छोटी मगर मोटी बातें, बूंद-बूंत से घटना वजन, हमारी आदतें, जागो ग्राहक जागो, देशी डाइट, किस्से गंहू के, मेरे मन को भाया, मैंने खाया। देसी स्लिम इस किताब में देशी आहार के माध्यम से अपना वांछित वजन हासिल करने में आपकी मदद करने के लिए सभी सामग्री मौजूद है।