पश्चिम क्षेत्र की बिजली डिमांड 1500 मेगावॉट बढ़ी:24 घंटे में 9.5 करोड़ यूनिट बिजली आपूर्ति, बिजली कंपनी के 198 कार्मियों को मिलेगा उच्च वेतनमान
पश्चिम क्षेत्र की बिजली डिमांड 1500 मेगावॉट बढ़ी:24 घंटे में 9.5 करोड़ यूनिट बिजली आपूर्ति, बिजली कंपनी के 198 कार्मियों को मिलेगा उच्च वेतनमान
मालवा-निमाड़ क्षेत्र में रबी की फसलों की सिंचाई अधिकाधिक मात्रा में होने से बिजली की मांग में सतत बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। पिछले एक माह की तुलना में सोमवार को बिजली की अधिकतम मांग 1500 मेगावॉट ज्यादा दर्ज हुई। एक माह पहले जहां अधिकतम मांग 3900 मेगावॉट के करीब थी, वहीं यह मांग 4 नवंबर को 5600 मेगावॉट रही। मालवा-निमाड़ क्षेत्र में पिछले चौबीस घंटे के दौरान करीब साढ़े नौ करोड़ यूनिट बिजली आपूर्ति हुई हैं। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर की प्रबंध निदेशक रजनी सिंह ने बताया कि इस वर्ष बारिश का दौर सितंबर तक चलने से अक्टूबर अंत से रबी सीजन में बिजली मांग दर्ज होना शुरू हुई थी। कंपनी क्षेत्र में करीब चौदह लाख किसानों द्वारा सिंचाई करने से वर्तमान में प्रतिदिन मांग में बढ़ोतरी की स्थिति हैं। वर्तमान में सिर्फ किसानों के लिए ही दो हजार मेगावॉट से ज्यादा की बिजली लग रही है। वहीं कुल बिजली मांग 5600 मेगावॉट के करीब पहुंच चुकी हैं। सिंह ने बताया कि कंपनी क्षेत्र में मांग सतत बढ़ेगी। इस रबी सीजन में भी अधिकतम बिजली मांग इंदौर जिले की ही करीब 900 मेगावॉट पहुंचेगी। इसके बाद उज्जैन, धार, देवास, खरगोन में 700 से 800 मेगावॉट और अन्य जिलों में 300 से 600 मेगावॉट मांग रहेगी। अगले एक-डेढ माह में कंपनी क्षेत्र अधिकतम बिजली मांग 7500 मेगावॉट पहुंचने की संभावना हैं। प्रबंध निदेशक रजनी सिंह ने बताया कि जारी वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान अब तक 1679 करोड़ यूनिट बिजली आपूर्ति की जा चुकी हैं। य़ह गत वर्ष समान अवधि में की गई आपूर्ति करीब 48 करोड़ यूनिट ज्यादा हैं। इधर, बिजली कंपनी के 198 कर्मियों को मिलेगा उच्च वेतनमान मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के 198 कर्मचारियों, अधिकारियों को तय समय अवधि पूर्ण होने के उपरांत उच्च वेतनमान मंजूर किया गया है। कंपनी की प्रबंध निदेशक रजनी सिंह द्वारा उक्त वेतनमान का अनुमोदन करने पर मुख्य़ महाप्रबंधक प्रकाश सिंह चौहान ने आदेश जारी किए हैं। संयुक्त सचिव संजय मालवीय ने बताया कि नए वेतनमान से प्रत्येक कर्मी को पहले की तुलना में बेहतर वेतन मिलेगा। जिन कर्मियों को तय सेवा अवधि पूर्ण होने पर नया वेतन मंजूर किया गया हैं, उनमें कार्यालय सहायक, लाइनमैन, वरिष्ठ लाइनमैन, परीक्षण सहायक, ड्राफ्ट मेन, जूनियर इंजीनियर, सिक्योरिटी गार्ड/ आफिसर, फार्मासिस्ट, स्टेनो शामिल हैं।
मालवा-निमाड़ क्षेत्र में रबी की फसलों की सिंचाई अधिकाधिक मात्रा में होने से बिजली की मांग में सतत बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। पिछले एक माह की तुलना में सोमवार को बिजली की अधिकतम मांग 1500 मेगावॉट ज्यादा दर्ज हुई। एक माह पहले जहां अधिकतम मांग 3900 मेगावॉट के करीब थी, वहीं यह मांग 4 नवंबर को 5600 मेगावॉट रही। मालवा-निमाड़ क्षेत्र में पिछले चौबीस घंटे के दौरान करीब साढ़े नौ करोड़ यूनिट बिजली आपूर्ति हुई हैं। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर की प्रबंध निदेशक रजनी सिंह ने बताया कि इस वर्ष बारिश का दौर सितंबर तक चलने से अक्टूबर अंत से रबी सीजन में बिजली मांग दर्ज होना शुरू हुई थी। कंपनी क्षेत्र में करीब चौदह लाख किसानों द्वारा सिंचाई करने से वर्तमान में प्रतिदिन मांग में बढ़ोतरी की स्थिति हैं। वर्तमान में सिर्फ किसानों के लिए ही दो हजार मेगावॉट से ज्यादा की बिजली लग रही है। वहीं कुल बिजली मांग 5600 मेगावॉट के करीब पहुंच चुकी हैं। सिंह ने बताया कि कंपनी क्षेत्र में मांग सतत बढ़ेगी। इस रबी सीजन में भी अधिकतम बिजली मांग इंदौर जिले की ही करीब 900 मेगावॉट पहुंचेगी। इसके बाद उज्जैन, धार, देवास, खरगोन में 700 से 800 मेगावॉट और अन्य जिलों में 300 से 600 मेगावॉट मांग रहेगी। अगले एक-डेढ माह में कंपनी क्षेत्र अधिकतम बिजली मांग 7500 मेगावॉट पहुंचने की संभावना हैं। प्रबंध निदेशक रजनी सिंह ने बताया कि जारी वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान अब तक 1679 करोड़ यूनिट बिजली आपूर्ति की जा चुकी हैं। य़ह गत वर्ष समान अवधि में की गई आपूर्ति करीब 48 करोड़ यूनिट ज्यादा हैं। इधर, बिजली कंपनी के 198 कर्मियों को मिलेगा उच्च वेतनमान मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के 198 कर्मचारियों, अधिकारियों को तय समय अवधि पूर्ण होने के उपरांत उच्च वेतनमान मंजूर किया गया है। कंपनी की प्रबंध निदेशक रजनी सिंह द्वारा उक्त वेतनमान का अनुमोदन करने पर मुख्य़ महाप्रबंधक प्रकाश सिंह चौहान ने आदेश जारी किए हैं। संयुक्त सचिव संजय मालवीय ने बताया कि नए वेतनमान से प्रत्येक कर्मी को पहले की तुलना में बेहतर वेतन मिलेगा। जिन कर्मियों को तय सेवा अवधि पूर्ण होने पर नया वेतन मंजूर किया गया हैं, उनमें कार्यालय सहायक, लाइनमैन, वरिष्ठ लाइनमैन, परीक्षण सहायक, ड्राफ्ट मेन, जूनियर इंजीनियर, सिक्योरिटी गार्ड/ आफिसर, फार्मासिस्ट, स्टेनो शामिल हैं।