फोनपे के अलग होने से Flipkart को 41 हजार करोड़ रुपये का बड़ा झटका

नई दिल्ली फ्लिपकार्ट (Flipkart) को तगड़ा झटका लगा है. कंपनी की मार्केट वैल्यू पिछले 2...

नई दिल्ली
फ्लिपकार्ट (Flipkart) को तगड़ा झटका लगा है. कंपनी की मार्केट वैल्यू पिछले 2 साल में लगभग 41 हजार करोड़ रुपये (5 अरब डॉलर) घट गई है. यह आंकड़ा जनवरी, 2022 से जनवरी, 2024 के बीच का है. फ्लिपकार्ट की पैरेंट कंपनी वॉलमार्ट (Walmart) द्वारा किए गए इक्विटी ट्रांजेक्शंस से यह जानकारी मिली है. यह गिरावट फ्लिपकार्ट द्वारा अपनी फिनटेक फर्म फोनपे (PhonePe) को अलग कंपनी बनाने के चलते आई है.

फोनपे को Flipkart से हटाने के चलते आई कमी
वालमार्ट (Walmart) द्वारा इक्विटी स्ट्रक्चर में किए गए बदलाव से मिली जानकारी के अनुसार, फ्लिपकार्ट का वैल्युएशन 31 जनवरी, 2022 को समाप्त वित्त वर्ष में 40 अरब डॉलर था, जो 31 जनवरी, 2024 को घटकर 35 अरब डॉलर रह गया. यह कमी फोनपे को फ्लिपकार्ट से हटाने के चलते आई है. हालांकि, सूत्रों ने दावा किया है कि फिलहाल फ्लिपकार्ट की मार्केट वैल्यू लगभग 40 अरब डॉलर है. वालमार्ट ने वित्त वर्ष 2022 में 8 फीसदी हिस्सेदारी लगभग 3.2 अरब डॉलर में बेची थी. अमेरिकी रिटेल दिग्गज वालमार्ट ने वित्त वर्ष 2023-24 में फ्लिपकार्ट में 3.5 अरब डॉलर का भुगतान कर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 10 फीसदी बढ़ाकर 85 फीसदी कर ली थी.

मार्केट वैल्यू को इस तरह से देखना गलत- फ्लिपकार्ट
उधर, फ्लिपकार्ट ने वॉलमार्ट की रिपोर्ट के आधार पर लगाए गए मूल्यांकन को खारिज किया है. फ्लिपकार्ट प्रवक्ता ने कहा कि मार्केट वैल्यू को इस तरह से देखना गलत है. फोनपे को हमने साल 2023 में अलग किया था. इसके चलते मार्केट वैल्यू में एडजस्टमेंट हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, पिछली बार कंपनी का मूल्यांकन साल 2021 में किया गया था. उस समय ई-कॉमर्स कंपनी के कुल मूल्य में फिनटेक फर्म फोनपे का मूल्यांकन भी शामिल था. कंपनी के वैल्युएशन में कोई कमी नहीं आई है. फोनपे की मार्केट वैल्यू जनरल अटलांटिक, टाइगर ग्लोबल, रिबिट कैपिटल और टीवीएस कैपिटल फंड द्वारा फिलहाल 12 अरब डॉलर लगाई गई है.

पिछले वित्त वर्ष 4,846 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ
फ्लिपकार्ट को वित्त वर्ष 2023 में 4,846 करोड़ रुपये का शुद्ध नुकसान हुआ था. साथ ही ई कॉमर्स कंपनी की कुल आय 56,012.8 करोड़ रुपये रही थी. पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का कुल खर्च 60,858 करोड़ रुपये रहा था.