बीमा अस्पताल में मरीज की मौत पर श्रमिकों का हंगामा:अस्पताल पर लगाया लापरवाही का आरोप, कहा-रेफर नहीं करते
बीमा अस्पताल में मरीज की मौत पर श्रमिकों का हंगामा:अस्पताल पर लगाया लापरवाही का आरोप, कहा-रेफर नहीं करते
भोपाल के इंद्रपुरी स्थित बीमा अस्पताल में भर्ती मरीज मीरा यादव की मौत पर श्रमिकों ने अस्पताल में हंगामा किया और अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया। भेल सीटू के महासचिव एवं श्रमिक नेता दीपक गुप्ता अस्पताल पहुंचे और सीएमओ शैलेंद्र चौधरी से चर्चा की। गुप्ता ने बताया कि मरीज मीरा यादव को परिजनों ने भर्ती कराया था। उनका 3 दिन पहले ऑपरेशन किया गया था। आज उनकी मौत हो गई। परिजनों ने जब यह जानकारी हमें दी, तो हम मौके पर पहुंचे और अस्पताल प्रबंधन से चर्चा की। उन्होंने आरोप लगाया कि श्रमिकों और न्यूनतम वेतन पाने वाले कर्मचारियों के लिए यह अस्पताल है। पहले गंभीर मरीजों को यहां से रेफर कर बड़े अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा जाता था, पर अब ऐसा नहीं हो रहा है। गंभीर हालत में भी अस्पताल में ही उनका इलाज किया जा रहा है। जिसका खामियाजा श्रमिकों और उनके परिवार को भुगतना पड़ रहा है। अरबों रुपए का फंड होने के बाद भी प्रदेश के बीमा अस्पतालों की स्थित में कोई भी सुधार नहीं आया। प्रदर्शन करने वाले श्रमिकों के साथ भेल सीटू के महासचिव दीपक गुप्ता, एआईबीईयू के राष्ट्रीय सचिव रामनारायण गिरी, इंटक के वरिष्ठ नेता केके नेमा, अशोक यादव, तोरण सिंह मीना, अर्जुन परमार, विष्णु शर्मा, पेनिवेल सहित कई मजदूर उपस्थित थे।
भोपाल के इंद्रपुरी स्थित बीमा अस्पताल में भर्ती मरीज मीरा यादव की मौत पर श्रमिकों ने अस्पताल में हंगामा किया और अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया। भेल सीटू के महासचिव एवं श्रमिक नेता दीपक गुप्ता अस्पताल पहुंचे और सीएमओ शैलेंद्र चौधरी से चर्चा की। गुप्ता ने बताया कि मरीज मीरा यादव को परिजनों ने भर्ती कराया था। उनका 3 दिन पहले ऑपरेशन किया गया था। आज उनकी मौत हो गई। परिजनों ने जब यह जानकारी हमें दी, तो हम मौके पर पहुंचे और अस्पताल प्रबंधन से चर्चा की। उन्होंने आरोप लगाया कि श्रमिकों और न्यूनतम वेतन पाने वाले कर्मचारियों के लिए यह अस्पताल है। पहले गंभीर मरीजों को यहां से रेफर कर बड़े अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा जाता था, पर अब ऐसा नहीं हो रहा है। गंभीर हालत में भी अस्पताल में ही उनका इलाज किया जा रहा है। जिसका खामियाजा श्रमिकों और उनके परिवार को भुगतना पड़ रहा है। अरबों रुपए का फंड होने के बाद भी प्रदेश के बीमा अस्पतालों की स्थित में कोई भी सुधार नहीं आया। प्रदर्शन करने वाले श्रमिकों के साथ भेल सीटू के महासचिव दीपक गुप्ता, एआईबीईयू के राष्ट्रीय सचिव रामनारायण गिरी, इंटक के वरिष्ठ नेता केके नेमा, अशोक यादव, तोरण सिंह मीना, अर्जुन परमार, विष्णु शर्मा, पेनिवेल सहित कई मजदूर उपस्थित थे।