ब्यावरा हाईवे पर ट्रक ने बाइक सवारों को रौंदा:10 किलोमीटर पीछा कर पकड़ा; एक की मौत, तीन गंभीर घायल, ओवरब्रिज बनाने की मांग

राजगढ़ जिले के ब्यावरा में सोमवार सुबह आगरा-मुंबई हाईवे पर बड़ा हादसा हो गया। गुना की ओर से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने एक बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। बाइक पर सवार चार युवक कानपुरा गांव से शिवानी होटल की तरफ जा रहे थे। हादसे में 18 वर्षीय गोलू जाटव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन नाबालिग दिव्यांश जाटव (10), जितेंद्र जाटव (16), और रामगोपाल (12) गंभीर रूप से घायल हो गए। ट्रक को पकड़ने के लिए 10 किलोमीटर तक किया पीछा चश्मदीद कंवरलाल सौंधिया ने बताया, मैंने चारों को सड़क पर पड़ा देखा। ट्रक, जो गुना की ओर से आ रहा था, टक्कर मारने के बाद भागने लगा। हमने 10 किलोमीटर तक उसका पीछा किया और पुलिस की मदद से पकड़कर उसे देहात थाने में खड़ा करवाया। इसके बाद घायलों को अस्पताल भिजवाया गया। घायल एक घंटे तक एम्बुलेंस का इंतजार करते रहे घायलों को ब्यावरा सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें भोपाल रेफर किया गया। लेकिन हादसे के एक घंटे बाद तक एम्बुलेंस नहीं पहुंची, जिससे स्थानीय लोग आक्रोशित हैं। ओवरब्रिज की मांग स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे वाला इलाका बेहद खतरनाक है। पिछले छह महीनों में यहां 10 से 15 लोगों की जान जा चुकी है। कंवरलाल ने कहा, 'यहां जल्द से जल्द ओवरब्रिज बनना चाहिए ताकि हादसों को रोका जा सके। स्थानीय लोग हाईवे पर ओवरब्रिज और उचित सुरक्षा इंतजाम की मांग कर रहे हैं। ब्यावरा सिटी थाना पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।

ब्यावरा हाईवे पर ट्रक ने बाइक सवारों को रौंदा:10 किलोमीटर पीछा कर पकड़ा; एक की मौत, तीन गंभीर घायल, ओवरब्रिज बनाने की मांग
राजगढ़ जिले के ब्यावरा में सोमवार सुबह आगरा-मुंबई हाईवे पर बड़ा हादसा हो गया। गुना की ओर से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने एक बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। बाइक पर सवार चार युवक कानपुरा गांव से शिवानी होटल की तरफ जा रहे थे। हादसे में 18 वर्षीय गोलू जाटव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन नाबालिग दिव्यांश जाटव (10), जितेंद्र जाटव (16), और रामगोपाल (12) गंभीर रूप से घायल हो गए। ट्रक को पकड़ने के लिए 10 किलोमीटर तक किया पीछा चश्मदीद कंवरलाल सौंधिया ने बताया, मैंने चारों को सड़क पर पड़ा देखा। ट्रक, जो गुना की ओर से आ रहा था, टक्कर मारने के बाद भागने लगा। हमने 10 किलोमीटर तक उसका पीछा किया और पुलिस की मदद से पकड़कर उसे देहात थाने में खड़ा करवाया। इसके बाद घायलों को अस्पताल भिजवाया गया। घायल एक घंटे तक एम्बुलेंस का इंतजार करते रहे घायलों को ब्यावरा सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें भोपाल रेफर किया गया। लेकिन हादसे के एक घंटे बाद तक एम्बुलेंस नहीं पहुंची, जिससे स्थानीय लोग आक्रोशित हैं। ओवरब्रिज की मांग स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे वाला इलाका बेहद खतरनाक है। पिछले छह महीनों में यहां 10 से 15 लोगों की जान जा चुकी है। कंवरलाल ने कहा, 'यहां जल्द से जल्द ओवरब्रिज बनना चाहिए ताकि हादसों को रोका जा सके। स्थानीय लोग हाईवे पर ओवरब्रिज और उचित सुरक्षा इंतजाम की मांग कर रहे हैं। ब्यावरा सिटी थाना पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।