बलौदाबाजार की घटना में सनम जांगड़े समिति भाजपा नेताओं की भूमिका की जांच हो-भूपेश

छत्तीसगढ़ संवाददाता बलौदाबाजार, 16 जून। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि बलौदाबाजार की घटना भाजपा की तुष्टिकरण नीति और लापरवाही का परिणाम है। वहां के पूरे आयोजन के पीछे भारतीय जनता पार्टी के नेता ही थे। भाजपा के नेताओं ने ही भीड़ को भडक़ा कर पूरी घटना को अंजाम दिलाया। बलौदाबाजार का आम आदमी डरा सहमा हुआ है। सरकार पर से भरोसा उड़ गया है। श्री बघेल ने कहा कि कुछ प्रश्न है जिनके जवाब सामने आ जाए तो सारा मामला साफ हो जाएगा। इस पूरे आंदोलन में भाजपा के जिला अध्यक्ष सनम जांगड़े सहित अन्य भाजपा नेताओं की भूमिका की जांच हो। धरना प्रदर्शन को कलेक्टर से परमिशन दिलाने वाला कौन था ? रैली में आने वाले हजारों लोगों के लिए भोजन मंच पंडाल बाइक के लिए रूपों की व्यवस्था किसने की ? इतनी बड़ी संख्या के बाद भडक़ाऊ भाषण देने वाले भीम आर्मी के लोगों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई ? नागपुर से 250 से अधिक लोग आए थे वह कौन थे ?सरकार ने उन पर नजर क्यों नहीं रखी थी ? भीड़ में लोग लाठी डंडा लेकर आए थे प्रशासन क्या कर रहा था ? उनको रोक क्यों नहीं गया ?रैली की शुरुआत से ही उपद्रव शुरू हो गया था उसके बाद लोगों को कलेक्ट्रेट क्यों जाने दिया गया ? भीड़ को रोकने की कोशिश क्यों नहीं हुई ? आम जनता के वाहन जलाई जा रहे थे पिटा जा रहा था तब पुलिस कहां थी ? एसपी किसके इशारे पर शांत बैठे हुए थे ? घटना को रोकने की बजाय पलायन क्यों कर गए ? पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक आधार पर हिंसा भडक़ाना भाजपा का पुराना चरित्र है। इस पूरे घटनाक्रम में छत्तीसगढ़ को कलंकित करने का काम किया है। इस घटना में आम आदमी को निशाना बनाया गया है। नागरिकों को भय मुक्त वातावरण देना कानून व्यवस्था को बनाए रखने की जवाबदारी सरकार की है।

बलौदाबाजार की घटना में सनम जांगड़े समिति भाजपा नेताओं की भूमिका की जांच हो-भूपेश
छत्तीसगढ़ संवाददाता बलौदाबाजार, 16 जून। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि बलौदाबाजार की घटना भाजपा की तुष्टिकरण नीति और लापरवाही का परिणाम है। वहां के पूरे आयोजन के पीछे भारतीय जनता पार्टी के नेता ही थे। भाजपा के नेताओं ने ही भीड़ को भडक़ा कर पूरी घटना को अंजाम दिलाया। बलौदाबाजार का आम आदमी डरा सहमा हुआ है। सरकार पर से भरोसा उड़ गया है। श्री बघेल ने कहा कि कुछ प्रश्न है जिनके जवाब सामने आ जाए तो सारा मामला साफ हो जाएगा। इस पूरे आंदोलन में भाजपा के जिला अध्यक्ष सनम जांगड़े सहित अन्य भाजपा नेताओं की भूमिका की जांच हो। धरना प्रदर्शन को कलेक्टर से परमिशन दिलाने वाला कौन था ? रैली में आने वाले हजारों लोगों के लिए भोजन मंच पंडाल बाइक के लिए रूपों की व्यवस्था किसने की ? इतनी बड़ी संख्या के बाद भडक़ाऊ भाषण देने वाले भीम आर्मी के लोगों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई ? नागपुर से 250 से अधिक लोग आए थे वह कौन थे ?सरकार ने उन पर नजर क्यों नहीं रखी थी ? भीड़ में लोग लाठी डंडा लेकर आए थे प्रशासन क्या कर रहा था ? उनको रोक क्यों नहीं गया ?रैली की शुरुआत से ही उपद्रव शुरू हो गया था उसके बाद लोगों को कलेक्ट्रेट क्यों जाने दिया गया ? भीड़ को रोकने की कोशिश क्यों नहीं हुई ? आम जनता के वाहन जलाई जा रहे थे पिटा जा रहा था तब पुलिस कहां थी ? एसपी किसके इशारे पर शांत बैठे हुए थे ? घटना को रोकने की बजाय पलायन क्यों कर गए ? पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि धार्मिक आधार पर हिंसा भडक़ाना भाजपा का पुराना चरित्र है। इस पूरे घटनाक्रम में छत्तीसगढ़ को कलंकित करने का काम किया है। इस घटना में आम आदमी को निशाना बनाया गया है। नागरिकों को भय मुक्त वातावरण देना कानून व्यवस्था को बनाए रखने की जवाबदारी सरकार की है।